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________________ क्रमांक पाटण श्रीहेमचन्द्राचार्य ज्ञानमन्दिरस्थित प्रवर्तक श्रीकान्तिविजयजी जैन ज्ञानभण्डारना हस्तलिखित ग्रन्थोनुं सूचिपत्र प्रथमो विभागः पुस्तकनुं नाम पत्र भाषा कर्ता क्रमांक पुस्तकनुं नाम पत्र भाषा कर्ता १२३६३ (१) नन्दीश्वर- पुण्डरीक गौतम- सर्वसिद्धसिद्धचक्र- सीमन्धरजिनस्तुति १ सं. १२३६३ (२) नन्दीश्वर - पुण्डरीक गौतम सर्वसिद्धसिद्धचक्र - सीमन्धरजिनस्तुति १२३६३ (३) गौतमस्वामिस्तोत्र १२३६४ (१) चतुर्विंशतिजिनस्तुति १२३६४ (२) जिनस्तुति १२३६४ (३) वागडोदमण्डनचन्द्रप्रभ युगादीशनिस्तुति १२३६४ (४) चन्द्रप्रभस्वामिमहामन्त्रमय स्तवन १२३६४ (५) शंखेश्वरपार्श्वजिनस्तवन १२३६५ (१) द्वादशाङ्गीपदप्रमाणकुलक १२३६५ (२) विहरमानजिनपञ्च कल्याणकस्तव १२३६५ (३) शंखेश्वरपार्श्वनाथस्तवन १२३६५ (४) सिद्धान्तस्तव १२३६५ (५) महावीरस्तवन १२३६५ (६) वीरस्तुति १२३६५ (७) पञ्चजिनस्तुति १२३६५ (८) आदिस्तव १२३६५ (९) आदिस्तव १२३६५ (१०) दतनाभेयस्तव क्रियागुप्त यमकादिमय १२३६६ (१) पार्श्वनाथलघुस्तवन १२३६६ (२) स्तम्भनकपार्श्वनाथस्तवन १२३६६ (३) शान्तिस्तवन १२३६६ (४) सम्भवस्तोत्र १२३६६ (५) पार्श्वस्तवन १२३६६ (६) पार्श्वस्तोत्र Jain Education International १ सं. १ सं. १ सं. १ सं. १ सं. १ सं. प्रा. 6 ू 16 6 ू ७ सं. ७ सं. सं. ७ ७ सं. सं. सं. ७ सं. 6 ू २. आनन्दविमलसूरि (३) मुनिचन्द्रसूरि सं. (४) जिनप्रभसूरि प्रा. (३) जिनप्रभसूरि १. जिनभद्रसूरि ७ सं. १०. नयप्रभ १ अप. मेरुसुन्दर १ अप. मेरुसुन्दर १ प्रा. मेरुसुन्दर १ प्रा. मेरुसुन्दर १ अप. मेरुसुन्दर १ सं. मेरुसुन्दर १२३६७ (१) पार्श्वनाथशर्मस्तव १२३६७ (२) स्तम्भनपार्श्वनाथ शृङ्खलालङ्कारमयस्तवन १२३६७ (३) वीरस्तुति १२३६७ (४) सामान्यजिनस्तुति १२३६७ (५) सर्वजिनस्तुति १२३६७ (६) वीरस्तुति १२३६७ (७) वीरस्तुति १२३६७ (८) पार्श्वनाथस्तुति १२३६७ (९) पार्श्वनाथस्तुति १२३६७ (१०) दतजयराजपुरीशपार्श्वजिनस्तवन क्रियागुप्त १२३६८ (१) श्रीनेमिः पंचरूपस्तुतिपाद पूर्तिरूप नेमिनाथस्तुति १२३६८ (२) ज्ञानपंचमीस्तुति १२३६८ (३) जिनस्तुति उद्दामदण्डकछन्दोमयी १२३६८ (४) गिरिनारगिरिस्तुति १२३६८ (५) पार्श्वनाथजिनस्तुति १२३६८ (६) जिनराजस्तुति १२३६९ (१) दण्डकछन्दोमयी पार्श्वजिनस्तुति १२३६९ (२) दण्डकछन्दोमयी साधारण जिनस्तुति १२३७० (१) मङ्गलाष्टक १२३७० (२) चतुर्विंशतिजिनस्तुति १२३७० (३) स्नातस्या - वीरस्तुति १२३७० (४) साधारणजिनस्तुति १२३७१ (१) साधारणजिनस्तवन १२३७१ (२) नेमिनाथजिनस्तवन For Private & Personal Use Only १ सं. १ सं. १ प्रा. १ प्रा १ सं. १ सं. सं १ प्रा. १ सं. १ सं. १ सं. १ सं. १ सं. १ सं. १ सं. १. सं. १ सं. ! ३४७ ] १ सं. १ सं. १ सं. १ सं. १०. सिद्धान्तरुचिगणि १ सं. १ सं. १ सं. २. सोमप्रभाचार्य ३. बालचन्द्रसूरि १. देवसुन्दरसूरि www.jainalibrary.org
SR No.018046
Book TitleCatalogue of Manuscripts of Patana Jain Bhandara 01 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunyavijay, Jambuvijay
PublisherShardaben Chimanbhai Educational Research Centre
Publication Year1991
Total Pages650
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size13 MB
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