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तपागच्छ कागळनो हस्तलिखित ग्रंथभंडार - श्री सुपार्श्वनाथ जैन मंदिर - जैसलमेर झेरोक्ष सी.डी. ग्रंथान।
विशेष नौध
भाषा
संवत्
पत्र संख्या
१९२५
..-३५४.
३५४ ..... ३५५.....
.. १९११
१८६४
ग्रंथांक
ग्रंथर्नु नाम सम्यक्त्व अधिकार प्रकरणसंग्रह . जीवाजीवविचार .............. उपदेश बारहखडी. दान-शील-तप-भावना संवाद
........... पंचमुखीहनुमानकवच .. आराधना .............
अनाथीमुनिसंधी ............................ विमलविनय ..... ३५३ ..... परसमय सूक्तानि.........
अंतरीक्षपार्श्वनाथ छंद ...................... होलिकाव्याख्यान सह टब्बार्थ ..............
सज्झायादि संग्रह ...... ३५७...... चौविस चौक .........
अमृतविजय ३५८ ...... राजुलविरह + नवग्रहस्तोत्र ३५९ ...... पार्श्वनाथस्तोत्र सह वृत्ति ... ३६० ...... पृथ्वीचंद्रधरित्र...... ३६१...... जंबूस्वामीचरित्र ............. ३६२ ...... जंबूस्वामीबालावबोध .................. ३६३ ...... मौनएकादशीव्याख्यान सह बालावबोध ...... ३६४ ...... हरिबलचरित्र ............. ३६५..... अंबडकथा ......
अमरसुंदर ... रूपसेनचरित्र....... संग्रहणी सह बालावबोध.
श्रीचन्द्रसूरि ३६८ ...... आगमसारोद्धार ....
देवचन्द्ररारि. ३६९ .... नवतत्त्व सह बालावबोध ३७०......विचारसंग्रह .......... ३७१.......नवतत्व सह वृत्ति ...
......३६१.............
१७९५ १७८६
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१९१८ १८९४ १९०७ १८०२ १८६३
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