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झेरोक्ष
सी.डी.
ग्रंथान
विशेष नोंध
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तपागच्छ कागळनो हस्तलिखित ग्रंथभंडार - श्री सुपार्श्वनाथ जैन मंदिर जैसलमेर ग्रंथांक ग्रंथर्नु नाम
कर्ता भाषा संवत् । पत्र संख्या २६८...... नवतत्त्वस्वरूप.....
........ १८९९ २९...... विचारप्रकीर्णक .....
................महेस्वर सूरि............... प्रा. ............ १६६२ २७० .... जीवाजीवविधार सह टब्बार्थ.............
गुणस्थानविचार.. आराधना बालावबोध (संक्षिप्त)...........
.......१५३२ श्रावक आराधना... इकविंशतिस्थानक सह टब्बार्थ... सिद्धसेनसूरि..
१८०३ इकविंशतिरथानक.... मनरूपविजयगणि.
१८९५ सम्यक्त्व सत्तरि..... बनारसी दास ....
૧૬o परमागम समयसार नाटक. उत्तमचंद
१७४२ जिनपूजाविधि ........... नवपदपूजा .......... सप्त (नव) स्मरण ...... चतुःशरण ...........
...१६३७ बासठिया बोल थोकडा संग्रह .... आवश्यक अवधूरि ....
हरिभद्रसूरि
............ १५६८ ...........९९ आवश्यकवृत्ति .......
........ प्रा.सं. पंचाशकप्रकरण....
....प्रा. प्रतिक्रमणसूत्र वृत्ति
प्रा.सं. २८७. कल्पसूत्र मूळ + कालिकाचार्य
कथासहित सचित्र...
कल्प सूत्र ................ २८९/A.... कल्पसूत्र २८९/B...... कालिकाचार्यकथा ....... २९०......
कल्पसूत्र सह (प्रथमाष्टम, नवम) वाचना २९१...... कल्पसूत्र सह वाचना............ २९२ ...... कल्पसूत्र प्रथम द्वितीय वाचना ........
... पहेलुं पार्नु नथी
...........२८३+२८४ .. ...........२८३+२८४ ..
............... पत्र ७५९ नथी.
२८४ ...... २८५ .... २८६ .
२८८ .....
...रुपेरी अक्षरथी लखेलु जीर्ण.
.... पहेली, आठमी, नवमी वाचना
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