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लोकागच्छ कागळनो हस्तलिखित ग्रंथभंडार - जैसलमेर दुर्ग सी.डी. ग्रंधान
विशेष नोंध
भाषा
संवत
। पत्र संख्या
।
रोश
..................१७७१
१७९८
५४५...
..........१-१५ ..........१-३०
............१-९
ग्रंथांक | ग्रंथर्नु नाम
| कर्ता ५४५..... पंचभावना .................................. ५४६ . अष्टापदजिनस्तवन त्रूटक.............. ५४७.... -चंद्रगुप्त स्वप्न स्वाध्याय ......
जयमल........ ५४८... चमत्कारचिंतामणि ग्रहभावफल अध्याय...
ताजिक नीलकंठ (ज्योतिष) त्रूटक ....... नीलकंठ.......
ताजिक भूषण (ज्योतिष) ................ गणेश दैवज्ञ ... ५५१... ज्योतिष टिप्पण................... ५५२.... विवाहपटल अपूर्ण ....................
ज्योतिषसार .............. ५५४..... सारसंग्रह (ज्योतिष).....
ज्योतिषगणित त्रूटक ....
भावफलप्रदीप........................ ५५७.... ज्योतिषसार .....................
बृहत् जातक .............................. वराहमिहिर ........ कन्यादान विधि ................... दश प्रत्याख्यानपाठ
रामचंद्र चौवीस दंडक बोल..... ५६२ . आत्मप्रबोधस्वाध्याय और प्रकीर्ण पन्ने ..... ५६३ ... सिंदूरप्रकर ...... ५६४ ... नवतत्त्व सह टब्बार्थ.... ५६५... अजितशांतिस्तवन जीर्ण ५६६ ... जीवाजीवविचार सह टब्बार्थ ५६७ ... क्षेत्रसमास ..... ५६८..... सप्तपदार्थी त्रूटक जीर्ण. ५६९ .....गौतमकुलक सह टब्वार्थ ५७० ..... किमिया विधान त्रूटक .. ५७१..... भगवद्गीता........... ५७२.....छंदसार झूटक ....
...........५५८.७०७.J.३२१
...........१३
१-११
......... ७ मुं नथी
पाना
नंदिघेण
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