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झेरोक्षसी .डी. ग्रंथान
विशेष नोंध
जीर्ण
हिंदी
....... १८०७
१८९८ थी १९००...२८८ १८९८ थी १९००...२८८ १८९८ थी १९००...२८८
.... १८२०
जिनमद्रसूरि कागळनो हस्तलिखित ग्रंथ भंडार - जैसलमेर दुर्ग ग्रंथांक ग्रंथ नाम | स्थिति
भाषा संवत्
पत्र संख्या १८९०...... ज्योतिषसारणी ................. ....- श्रेष्ठ ........ १८९१...... शीघ्रबोधज्योतिष.....................
मध्यम ... काशीनाथ भट्ट.........सं............. १८६१ १८५२ .....
भुवनदीपकज्योतिष सटीक ............ मध्यम... पद्मप्रभसूरि ... ....... सं.-........... १६७८ चरखंडांज्योतिषसारणी ................
मध्यम..+ रत्नमाला बालावबोध सह .......... श्रेष्ठ .....श्रीपति .............. सं.गू............. १८०४
४८-९० वैद्यजीवन........................... श्रेष्ठ .....लोलिंबराज ........
.........१८५० योगचिंतामणी अपूर्ण ................ अनेकार्थनाममालाभाषा ........... मध्यम ... नंददास ........... विश्वशंभुएकाक्षरनाममाला..... मध्यम ...विश्वशंकर.. वाग्भटालंकारवृत्ति....
मध्यम ...जिनवर्धनसूरि -वृ........ सं. याग्भटालंकार ..
मध्यम ...याग्भट विद्धनमनोरंजनीप्रक्रिया .............
शंकरदत्त............. तर्कभाषा अपूर्ण
मध्यम ... केशव निकोदाहरणज्योतिष ...............
मध्य म........ श्रावकअतिचार .................. षड्दर्शनसमुच्चय बालावबोधसह ....... मध्यम ..... विनयचंद्रकृत घोविशी
मध्यम...विनयचन्द्र ....... | गू. भाषाभूषण.......
मध्य म.......
.... हिन्दी
............. ज्योतिषसारणी....
..... धातुरूपावली......
मध्य म...........
.सं.. कोकसवैयाछप्पा..... चिहुंगतिवेल ......
मध्यम ... जिनआनंद .............. . . ...........१६६६ ग्रहलाघवसारणी.....
मध्यम ..... धीकोटीग्रंथ्यादि .......
मध्य म ..... १९१४ .... दंडकपकरण-विचारषद्भिशिका स्वोपज्ञवृत्तिसह .........
मध्यम ...गजसार १९१५..... रामकृष्णचरित्ररास .....
-मध्यम...लावण्यकीर्त ... भगवद्गीता दोहासह भाषाटीका ......
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मध्यम.....
मध्यम...-....--
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