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संवत्
। पत्र संख्या
झेरोक्षसी .डी ग्रंथान
विशेष नोध
.......................... उंदरे किनारी करडेली छे.
.......... गा.२५
....१५३०... २८३ ....१५३१ ...२८३ ....१५३२ ...२८३
..गा.१०२
षट् गा.१०३ १५३४.,.२८४
श्रेष्ठ .....
जिनभद्रसूरि कागळनो हस्तलिखित ग्रंथ भंडार - जैसलमेर दुर्ग ग्रंथांक ग्रंथ नाम | स्थिति कर्ता
भाषा १५२६ ...... देववंदनादिभाष्यत्रय ................. जीर्ण .... देवेन्द्रसूरि ................. १५२७ ...... प्रत्याख्यानभाष्यवंदनकभाष्य ........ श्रेष्ठ ..... देवेन्द्रसूरि ................. १५२८ ...... सम्यक्त्वस्तवपंचविंशतिकाप्रकरण ...... जीर्ण .....
गुणस्थानक्रमारोहप्रकरण............... श्रेष्ठ ..... देवेन्द्रसूरि ............... १५३० ...... तत्त्वार्थाधिगमसूत्र .................... श्रेष्ठ ..... उमास्वातिवाचक ........ १५३१ ......तत्वार्थसूत्र श्रुतसागरीटीकासह .......... श्रेष्ठ ..... उमाश्यातिवाचक -मू..... सं १५३२ ...... समयसारनाटक सटीक त्रिपाठ .......... श्रेष्ठ ..... अमृतचंद्राचार्य मू......... सं.
........... टी.क.शुभचंद्राचार्य १५३३ ...... पदस्थानकप्रकरण पंचलिंगीप्रकरण पंच..श्रेष्ठ ..... जिनेश्वरसूरि.............
............ १५३४ ..... घटस्थानकप्रकरण वृत्तिसह
जीर्ण .... जिनपाल -टी.. १५३५ ...... प्रवचनसारोद्धारप्रकरण
नेमिचंद्रसूरि प्रवचनसारोद्वारप्रकरण.
जीर्ण .... नेमिचंद्रसूरि प्रवचनसारोद्धारप्रकरण ...
नेमिचंद्रसूरि प्रवचनसारोद्धारकरण ..............
नेमिचंद्रसूरि प्रचनसारोद्धारप्रकरण............... श्रेष्ठ ..... नेमिचंद्रसूरि ....... प्रवचनसारोद्धारप्रकरण अपूर्ण
..... नेमिचंद्रसूरि प्रवचनसारोद्धारप्रकरणवृत्ति
सिद्धसेनसूरि वृ... प्रवचनसारोद्धारविषमपदपर्याय प्रवचनसारोद्धारबीजक. प्रवचनसारोद्धारबीजक..........
सत्तरिसवठाणप्रकरण ........... ...एकविंशतिस्थानप्रकरण ..........
जीर्ण .... सिद्धसेनसूरि ........ Ham- एकविंशतिस्थानप्रकरण ...........
श्रेष्ठ ....एकविंशतिस्थानप्रकरण ............. श्रेष्ठ ..... सिद्धसेनसूरि ......... एकविंशतिस्थानप्रकरण..............
जीर्ण ... सिद्धसेनसूरि ..... एकविंशतिस्थानप्रकरण सस्तबक .......
.......गा.१६१४
15582898
| किनारी खाली छे. पं.१८००, पत्र १९९ थी २४२ सुधी जीर्ण छे.
पाणीधी भीजायेली छे.
........गा.१७० पाणीमां भीजायेली छे.
जीर्ण ...
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