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________________ " ६२ पार्श्वनाथजीरा देहरारे भंडारी पुराणी टीप नंबर १८ १ प्रतिष्ठाविवादमोहोन्मूलन वादस्थल तथा आवश्यक पत्र १०१ सर्वज्ञपरिक्षा १०५ महादेवस्तोत्र १.९ स्वरूप तथा आत्मानुशासन तथा कालचक्र पत्र ६१ तथा दूजा ग्रंथ छ । अजितदेवसूरि में तथा वोच्छेयगंडीया पत्र ९१ में दुसमगंडीया २ अजितशांति दूसरी टीकादि धर्मतिलकमनि पत्र" नंबर १९ जयपाहुड प्रश्नव्याकर्ण पत्र २२८ नंबर २० यतियोगविधान आराधनाविधी १६ दशवैकालिकसूत्र नवम अध्ययनस्य तथा गच्छसामाचारी पत्र ११७ प्रथमाध्ययन बालावबोध २ उपदेशमाला संस्कृत टब्बो तथा १७ पुंडरीककंडरीकसंधि चतुर्विशतिजिनचउपईबंधस्तोत्र १८ अव्ययोभावसमास ३ नंदि सूत्रवृत्ती मन्यगिरि १९ दंडक सं० ४ मौनएकादशीकथा रविसागर २० महावीरस्तवन समयसुंदरगणि ५ सौभाग्यपंचमीकथा श्लोकबद्ध कनक २१ सिद्धाचलस्तवन ज्ञानविमलसूरि कुशल २२ अढारपापस्थान जसविजयजी ६ प्रतिक्रमणसूत्र बालावबोध २३ दानसियलतपभावचौपई ७ जीवचार समयसुंदरगणि ८ आषाढभूतिमुनिरास २४ साधुवंदना ९ कल्पसूत्रान्तरवाच्य २५ नंदीसूत्र १. प्रतिक्रमणसूत्रबालावबोध २६ स्थंभणस्तुति अवचूरी ११ शेत्रुजय चैत्यपरिपाटी २७ अढारपापस्थान का देवचंदजी १२ कर्मविपाक २८ गौतमकुलक १३ महावीरचरित्र २९ नववाड उदयरतन १४ शेत्रुजयकल्प ३. रूपकमाला शीलगीत १५ जसविजयकृत चोवीसी ३१ स्तवनसिज्झाय Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.018005
Book TitleCatalogue of Sanskrit and Prakrit Manuscripts Jesalmer Collection
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunyavijay
PublisherL D Indology Ahmedabad
Publication Year1972
Total Pages522
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue & Catalogue
File Size10 MB
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