________________
५४
विद्वान उपरथी कृति माहिती आनन्दबोध-कवि न्यायमकरन्दप्रकरण सं. (पाकाहेम२८४१, पाकाहेम६६८६) आनन्दभुवन-अज्ञात (प्र. नाम-जैनेतर-आनन्दानुभव?)
पदार्थतत्त्वनिर्णय। सं. (पाकाहेम६६७४, पाकाहेम१०७१०, पाकाहेम१०७११) आनन्दमुनि-अज्ञात
चतुर्विंशतिजिनस्तवन। सं. का.९\ वृषभवद् वृषभं.. (पाकाहेम१२३८८) आनन्दविजय-मुनि
चोवीसजिनस्तवन\ मागु. गा.२९ (पाकाहेम१०१३३) आनन्दविमलसूरि-आचार्य विहरमानजिनपञ्चकल्याणकस्तव सं. का.२२\ श्रेयांस्यवाप्त (पाकाहेम१२३६५) आनन्दसूरि (धर्मसूरिशिष्य)-आचार्य पार्श्वनाथजन्मकलश अप.\ अरि रि भवियह भ (पाताखेत२३) आनन्दानुभव? - जुओ - आनन्दभुवन-अज्ञात आर्यरक्षितसूरि-आचार्य अनुयोगद्वारसूत्री प्रा. ग्रं.२००५\ नाणं पञ्चविहं प (जेताजि७९, पातासंघवी३२, पाताहेसं७, पाताहेसं५१, खंता३९,
तालाद३६९, जेकाजि५०, पाकाहेम१००२९, पाकाहेम१०४७६, पाकाभाभा१६) आशाधर-जैनश्रावक त्रिषष्ठि स्मृति। सं. ग्रं.५०५\ वीरं नत्वेन्द्र (भांका८४) आसड-अज्ञात (प्र. नाम-कवि-कविसभाश्रृङ्गार) उपदेशकन्दली प्रा. गा.१२५ तिहुयणमङ्गलतिलय (जेताजि१५८, पातासंघवी१६४, पातासंघवी२७-१,
पातासंघवी७२-३, पाताहेसं३५, पाताहेसं३६, पाताहेसं१६१, पाताहेसं१७९, भांता५८, पाकाहेम१४९८४) विवेकमञ्जरीप्रकरण प्रा. गा.१४४ सिद्धिपुर सत्थव (जेताजि१५१, जेताजि१५८, जेताजि१५९, पाताखेत५,
पातासंघवीजीर्ण४५, पातासंघवीजीर्ण४९, पातासंघवी१५१, पातासंघवी१६४, पातासंघवी१६५, पातासंघवी२०२, पातासंघवी६४-२, पातासंघवी१०४-२, पातासंघवी११७-१, पातासंघवी१९०-२, पातासंघवी१९६-२, पाताहेसं११९, पाताहेसं१६१, पाताहेसं१७९, खंता९०, खंता९५, खंता१०१, खंता१०९, खंता११२, खंता११४, खंता१२३, खंता१३२, खंता१७६, तालाद३२६, तालाद३८९, अताका४९७, जेकाजि१३२६, पाकाहेम७७५, पाकाहेम१०२३, पाकाहेम६७०८, पाकाहेम९५०४, पाकाहेम१०१४९, पाकाहेम१०३९९, पाकाहेम१०६१८, पाकाहेम१४९८४, पाकाहेम१६६५७) आसराज-अज्ञात कल्याणकस्तोत्र सं. श्लोक३२\ तिथिक्रमाज्जिने (पातासंघवी५९-३, पातासंघवी१२१-२, पातासंघवी२०६-२,
पाकाहेम१२३७८) आह्लाद मन्त्री-अज्ञात
पार्श्वनाथस्तोत्र सं. का.१०\ श्रीपार्श्वनाथ (पाकाहेम१२३५२) इन्द्रनन्दिसूरिशिष्य-अज्ञात
पार्श्वनाथस्तोत्र गदबदडां शब्दगर्भित सं. गा.१२ (पाकाहेम९७५७) इन्द्रबामीदेव - जुओ - बामीदेव-जैनकवि इरुगपदण्डाधिनाथ-अज्ञात
एकाक्षरकाण्ड सं. श्लोक७६ (पाकाहेम८७४६) इसिवालिय - जुओ - ऋषिपालित-मुनि ईश्वरकृष्ण-जैनेतर साङ्ख्यसप्ततिका सं. का.७०\ दुःखत्रयाभिघाता (जेताजि३९१, जेताजि३९२, जेताजि३९३, जेताजि३९४,
पाकाहेम१०७२०) उत्तमचन्द्र-मुनि
उपधानविधिस्तवन\ मागु. (पाकाहेम८१७६) उत्तमविजय-मुनि पीस्तालीस आगम पूजा। मागु. (पाकाभाभा३२८)