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कृति उपरथी प्रत माहिती पाकाहेम ६५७२, पृ. ६३, ज्योतिष्करण्डक सटीक, वि-१४८८, संपूर्ण प्रत विशेष- प्रति शुद्ध छे.
कुल झे.पृष्ठ-६५ पाकाहेम १००९३, पृ. ७४, ज्योतिष्करण्डकसूत्र वृत्तिसहित, वि-१६मी, संपूर्ण प्रत विशेष- ग्रन्थाग्र-५४३७.
कुल झे.पृष्ठ-७४ भांका २२९, पृ. १४५, ज्योतिष्करण्डक सह टीका, वि-१६४०, संपूर्ण __ प्रत विशेष- सूचीपत्र नं.१-३९३. ग्रन्थाग्र-५५००.
डीवीडी-८८ ज्योतिष्करण्डकसूत्र-(सं.)वृत्ति
आचार्य-मलयगिरिसूरि, सं., गद्य, ग्रं.५०००, आदि वाक्यः स्पष्टं चराचरं विश्वं जानीते यः प्रतिक्षणं... पातासंघवीजीर्ण ६९- पे.क्र. १, पृ. २-३०७, ज्योतिष्करण्डक तथा कथाकोश व्याख्यासहित सटीक, त्रुटक __ प्रत विशेष- त्रुटक ने अपूर्ण
__ डीवीडी-५८/६० पाकाहेम ६५७२, पृ. ६३, ज्योतिष्करण्डक सटीक, वि-१४८८, संपूर्ण प्रत विशेष- प्रति शुद्ध छे.
कुल झे.पृष्ठ-६५ पाकाहेम १००९३, पृ. ७४, ज्योतिष्करण्डकसूत्र वृत्तिसहित, वि-१६मी, संपूर्ण प्रत विशेष- ग्रन्थाग्र-५४३७.
कुल झे.पृष्ठ-७४ भांका २२९, पृ. १४५, ज्योतिष्करण्डक सह टीका, वि-१६४०, संपूर्ण प्रत विशेष- सूचीपत्र नं.१-३९३. ग्रन्थाग्र-५५००.
डीवीडी-८८ ज्योतिष्करण्डकसूत्र-(सं.)वृत्ति
आचार्य-मलयगिरिसूरि, सं., गद्य, ग्रं.५०००, आदि वाक्यः स्पष्टं चराचरं विश्वं जानीते यः प्रतिक्षणं... पातासंघवीजीर्ण ६९- पे.क्र. १, पृ. २-३०७, ज्योतिष्करण्डक तथा कथाकोश व्याख्यासहित सटीक, त्रुटक प्रत विशेष- त्रुटक ने अपूर्ण
डीवीडी-५८/६० पाकाहेम ६५७२, पृ. ६३, ज्योतिष्करण्डक सटीक, वि-१४८८, संपूर्ण प्रत विशेष- प्रति शुद्ध छे.
कुल झे.पृष्ठ-६५ पाकाहेम १००९३, पृ. ७४, ज्योतिष्करण्डकसूत्र वृत्तिसहित, वि-१६मी, संपूर्ण प्रत विशेष- ग्रन्थाग्र-५४३७.
कुल झे.पृष्ठ-७४ भांका २२९, पृ. १४५, ज्योतिष्करण्डक सह टीका, वि-१६४०, संपूर्ण प्रत विशेष- सूचीपत्र नं.१-३९३. ग्रन्थाग्र-५५००.
डीवीडी-८८ ज्वरस्थावरादि विषनाशनमन्त्र जुओ - पार्श्वनाथपद्मावती मन्त्र, संस्कृत ज्वालामालिनीस्तोत्र
सं., गद्य, आदि वाक्यः ॐ नमो भगवते श्रीचन्द्रप्रभुस्वामिने... पाकाहेम १३१७१- पे.क्र.५, पृ. २B-३B, वीरजिन,भारती-सरस्वति आदि स्तोत्रसङ्ग्रह, वि-१९मी, संपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-८ ठाणय स्तवन जुओ - पत्थियसमत्थस्थानकस्तवन, प्राकृत, गा.१३ ठाणाङ्ग सुत्त जुओ - स्थानाङ्गसूत्र, आचार्य-सुधर्मास्वामी, प्राकृत, ग्रं.३३००
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