________________
कृति उपरथी प्रत माहिती काव्यमीमांसा (कविरहस्य)
जैनेतर-राजशेखर, सं., पाताहेसं १४२- पे.क्र. १, पृ. १-५०, काव्यमीमांसा त्रयोदश अध्याय पर्यन्त, अपूर्ण, अपूर्ण
पे. विशेष- त्रुटित. प्रत विशेष- गायकवाड केटलॉगमां पत्र-५०+९ आप्या छे. प्रतमां काव्यमीमांसा सिवायनी बीजी कृतिओ
नथी.
डीवीडी-८/१७ पाकाहेम ६६२६, पृ. ५६, काव्यमीमांसा, वि-१४९१, संपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-५८ काव्यादर्श
कवि-सोमेश्वर भट्ट, सं., आदि वाक्यः पदार्थकुमुदवातसमुन्मीलनचन्द्रिकाम् । वन्दे वाचं ___ परिस्पन्दजगदानन्ददायिनीम् ।।... पाताखेत ४९, पृ. २४४, काव्यप्रकाशसङ्केत, संपूर्ण
डीवीडी-६२/६४ पाताहेसं १४१, पृ. १२२, काव्यादर्श काव्यप्रकाश सङ्केत, अपूर्ण प्रत विशेष- उल्लास ४-६ त्रुटित. गायकवाड केटलॉगमां पत्र १०१-१७९+२२०-२२२ आप्या छे.
डीवीडी-८/१७ काव्यानुशासनसूत्र
आचार्य-हेमचन्द्रसूरि, सं., गद्य, पातासंघवी ६२-२- पे.क्र. २०, पृ. १४३-१४७, सामाचारी आदि, संपूर्ण
पे. विशेष- पत्र १४४ नथी. प्रत विशेष- अन्ते चन्द्रशेखरसूरि जन्म पत्रिका आदि.
कुल झे.पृष्ठ-५२, डीवीडी-३०/४९ पाताहेसं १८६- पे.क्र. २, पृ. १२४-२५२, छन्दोनुशासन-काव्यानुशासन सटीक, संपूर्ण पे. नाम- काव्यानुशासन सह (सं.)टीका
डीवीडी-१०/१९ काव्यानुशासनसूत्र-(सं.)टीका
आचार्य-हेमचन्द्रसूरि, सं., गद्य, पाताहेसं १८६- पे.क्र. २, पृ. २५२, छन्दोनुशासन-काव्यानुशासन सटीक, संपूर्ण पे. नाम- काव्यानुशासन सह (सं.)टीका
डीवीडी-१०/१९ काव्यानुशासनसूत्र
कवि-वाग्भट (दिगम्बर), सं., गद्य, पाताहेसं १६७, पृ. १८९, काव्यानुशासन सटीक किञ्चिदपूर्ण टीप्पणीसह, संपूर्ण
डीवीडी-९/१८ काव्यानुशासनसूत्र-(सं.)अलङ्कारतिलक टीका (अलङ्कारतिलक टीका), (अलङ्कारचूडामणि टीका)
कवि-वाग्भट (दिगम्बर), सं., गद्य, आदि वाक्यः यथा च कर्पूरधूलि... पाताहेसं १३९, पृ. १८७, काव्यानुशासन अलङ्कारतिलक टीकासह, अपूर्ण प्रत विशेष- आ नाम उपर संघभंडारमा २६२नं. मां. १८५ पत्र लखेला छे. गा. के.नं. ११२मां १८७ पत्रनो
ग्रंथ छे. पण त्यां तेनुं नाम अलंकार चूडामणि लखेलुं छे.
डीवीडी-८/१७ पाताहेसं १६७, पृ. १-३७, काव्यानुशासन सटीक किञ्चिदपूर्ण टीप्पणीसह, संपूर्ण
डीवीडी-९/१८ काव्यानुशासनसूत्र-(सं.)टिप्पणी
210