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________________ कृति उपरथी प्रत माहिती तालाद ३९१-२- पे.क्र. १, पृ. -७-३६, काव्यप्रकाश सह टीका - २ से ३ उल्लास आदि, प्रतिपूर्ण पे. नाम- काव्यप्रकाश सह टीका - २ से ३ उल्लास, पे. विशेष- पत्र १ थी ५,१४,१५,२० थी २२ नथी. प्रत विशेष- महोपाध्याय श्री यशोविजयजी म.सा. की स्वहस्तलिखित प्रति., प्रत नं.३९१-A वाली प्रत वस्तुतः ३४६ नं. की है अतः ३९१-A को ३४६ नं. पर रख दिया गया है. इसका पुराना नं.२७६१३. कुल झे.पृष्ठ-२९, डीवीडी-९४/९६ काव्यप्रकाश-(सं.)काव्यप्रकाशसङ्केत टीका (काव्यप्रकाशसङ्केत टीका) आचार्य-माणिक्यचन्द्रसूरि, सं., गद्य, रचना सं. विक्रम १२६६, ग्रं.३२४४, आदि वाक्यः वर्णनाविषयीचक्रे यत्र वाणी गतध्वनी... कृ.विः विशिष्ट रचना प्रशस्ति. पातासंघवी ६३-४, पृ. १९४, काव्यप्रकाशसङ्केत द्वितीय खण्ड, वि-१२१६, प्रतिपूर्ण प्रत विशेष- पत्र १ थी २२ पानां टुकडा छे. डीवीडी-३०/४९ पातासंघवी ६९-२, पृ. १६०, काव्यप्रकाशषडुल्लास सङ्केत, प्रतिपूर्ण प्रत विशेष- ग्रन्थाग्र-१५६३. डीवीडी-३१/४९ पाकाहेम ६६५१, पृ. ४९, काव्यप्रकाश सङ्केत, वि-१४८७, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-५० काव्यप्रकाश-(सं.)टीका उपाध्याय-यशोविजयजी गणि[तपागच्छीय], सं., गद्य, तालाद ३९१-२- पे.क्र. १, पृ. -७-३६, काव्यप्रकाश सह टीका - २ से ३ उल्लास आदि, प्रतिपूर्ण पे. नाम- काव्यप्रकाश सह टीका - २ से ३ उल्लास, पे. विशेष- पत्र १ थी ५,१४,१५,२० थी २२ नथी. प्रत विशेष- महोपाध्याय श्री यशोविजयजी म.सा. की स्वहस्तलिखित प्रति., प्रत नं.३९१-A वाली प्रत वस्तुतः ३४६ नं. की है अतः ३९१-A को ३४६ नं. पर रख दिया गया है. इसका पुराना नं.२७६१३. कुल झे.पृष्ठ-२९, डीवीडी-९४/९६ काव्यप्रकाश-(सं.)दीपिका टीका (दीपिका टीका) जैनेतर-जयन्त भट्ट, सं., गद्य, पाकाहेम ६६५०, पृ. २९, काव्यप्रकाश दीपिका, वि-१५मी, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-२८ काव्यप्रकाशसङ्केत टीका जुओ - काव्यप्रकाश-(सं.)काव्यप्रकाशसङ्केत टीका, आचार्य-माणिक्यचन्द्रसूरि, संस्कृत, ग्रं.३२४४ काव्यप्रकाशसूत्र कारिका सं., पद्य, आदि वाक्यः नियतिकृतिनियमरहितां... पातासंघवी ६२-२- पे.क्र. २७, पृ. १८४-१८९, सामाचारी आदि, संपूर्ण पे. नाम- लघुसंघयणी, पे. विशेष- गाथा-२७. यन्त्र सहित. प्रत विशेष- अन्ते चन्द्रशेखरसूरि जन्म पत्रिका आदि. कुल झे.पृष्ठ-५२, डीवीडी-३०/४९ काव्यमनोहर कवि-मण्डन, सं., पाकाहेम ६८०४, पृ. १०, काव्यमनोहर, वि-१५०४, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-११ काव्यमनोहर-मण्डनमन्त्रीचरित्र (मण्डनमन्त्रीचरित्र काव्यमनोहर) कवि-महेश्वर, सं., पद्य, पाकाहेम ९४९३, पृ. ९, काव्यमनोहर-मण्डनमन्त्रिचरित्र, वि-१५०४, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-८ 209
SR No.018002
Book TitleHastlikhit Granthsuchi Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJambuvijay
PublisherStambhan Parshwanath Jain Trith Anand
Publication Year2005
Total Pages895
LanguageHindi
ClassificationCatalogue & Catalogue
File Size6 MB
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