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(पाकाहेम) पाटण कागळ प्रतोनो भंडार
प्रतिलेखन वर्ष पत्र
स्थिति
पूर्णता
प्रत प्रकार
ग्रंथांकपत नाम
(पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम
। क्लिन/ओरिजिनल डीवीडी (डीवीडी- झे.पत्र/झे.पत्र) कति प्रकार
प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कृति विशेष, पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष
कर्ता
भाषा
परिमाण
रचना वर्ष
आदिवाक्य
माध्यम
कागज
। वि.१६मी
(१३९)
१००९५ वसुदेवहिण्डी प्रथमखण्ड
वसुदेवहिण्डी
प्रतिपूर्ण .... प्रा.
१३९ णमो विणयपणयसुरिन्द
/अग्गेणियपूच्चनिस्संद.. श्लोक-११०००.. (१३.५४५.२). दण्डकछन्दोमयी
सङ्घदास गणि क्षमाश्रमण जीर्ण
१००९६ : वसुदेवहिण्डी मध्यमखण्ड
प्रतिपूर्ण
:कागज
वि. १६मी
:१७६
: (१७५)
:श्लोक-१९०००. पत्र ६१-६२ अने ७२-७३ भेगां
प्रा.
ग
910000
वसुदेवहिण्डी-मध्यमखण्ड 1१००९७/ योगविधियन्त्र
धर्मसेनगणि महत्तर - जीर्ण
भाषा- प्राकृत अने पैशाचि छे. (१३.५४५.२)
संपूर्ण
कागज
..........वि. १६मी
संपूर्ण
कागज
। वि.१६मी
(१३.५४५.२)
१००९८ आचारागादि आगमिक
टीकाकारादि, आद्यन्तपाठ व ग्रन्थमानादिसङ्ग्रह
१००९९ : अभिधानचिन्तामणिनाममाला
मध्यम
संपूर्ण
वि. १४८५..
(१३.५४५.२)
हेमचन्द्रसूरि
अध्याय ६कांड ग्रं.
प्रणिपत्यार्हतः
पद्य
:१o१०० न्यायसारप्रकरण टिप्पणीसहित
कागज
१४७४
जीर्ण :भासर्वज्ञ
अपूर्ण
न्यायसारप्रकरण
न्यायसारप्रकरण-टिप्पणी
१०१०१ : तर्कपरिभाषा
गद्य (१२)......(१३.५४५.२)
मध्यम
संपूर्ण
कागज ..........वि. १५मी.
केशवमिश्र
मध्यम
संपूर्ण
कागज
...वि. १५भी.....
(७१)
............
१०१०२ किरणावलि टीका
किरणावली-टीका १०१०३ षट्पञ्चाशिका
दिवाकर
जीर्ण
संपूर्ण
कागज
............ वि. १५मी
(३)
। (१३.५४५.२
(१३.५४५)
पथयशा
जीर्ण
प्रतिपूर्ण
कागज
वि. १६मी
(९९)
:(१२.२४५)
१०१०४ उत्तराध्ययनसूत्र सटीक
त्रयोदशअध्यययनपर्यन्त-सुखबोधावृत्ति उत्तराध्ययनसूत्र
सुधमोस्वामी
सञ्जोगाविष्पमुक्कस्य
:संयुक्त प+ग
: अध्याय ३६ ग्रं. २०९५.
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