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(पाकाहेम) पाटण कागळ प्रतोनो भंडार
प्रतिलेखन वर्ष पत्र
स्थिति
पूर्णता
प्रत प्रकार
ग्रंथांकपत नाम
(पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम
क्लिन/ओरिजिनल डीवीडी (डीवीडी- झे.पत्र/झे.पत्र) कति प्रकार
प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कृति विशेष, पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष
कर्ता
भाषा
परिमाण
रचना वर्ष
आदिवाक्य
(पे. पृ.२).
गा.५
परम प्रभ सब जन सब्द: पद्य
(पे.३) औपदेशिक स्वाध्याय
औपदेशिक पद (मे.४) औपदेशिक गीत... (पे.५) औपदेशिक गीत
यशोविजयजी गणि यशोविजयजी गणि... यशोविजयजी गणि
मारुगूर्जर मारुगुर्जर मारुगूर्जर
गा.८
(प.पू.२). (पे.पृ. २३)
गा.७
यशोविजयजी गणि
:गा.५
गा.५
(प.६) औपदेशिक गीत (पे.७) औपदेशिक गीत (पे.८) औपदेशिक गीत (पे.१) औपदेशिक गीत (पे.१०) औपदेशिक गीत (पे.११) औपदेशिक गीत
यशोविजयजी गणि यशोविजयजी गणि यशोविजयजी गणि यशोविजयजी गणि यशोविजयजी गणि
मारुगूर्जर मारुगुर्जर मारुगुर्जर मारुगुर्जर मारुगुर्जर
गा.५
चेतन जो तु ग्यान .. पद्य सब लया छाक मोह पद्य मदिरा चेतन अब मोहिं दर्शन पद्य चेतन राह चले उलटे... सज्जन राख तरीत भली: पद्य अजब गति चिदानन्दघन: पद्य प्रभु मेरी अयसी आय अब में साचो साहिब :पद्य २१
पद्य
(५४), जयइ जगजीवजोणी पद्य वियाणओ 1८०
(८१)
(पे.पू. ३) (ये.पृ. ३...
पे.पृ.३... (प.पू. ३) (पे.पू. ३-४ (प.पू.... (१०x४.७).
गा.५
मारुगर्जर
गा.10
जम्बूपृच्छारास
श्रेष्ठ
कागज
संपूर्ण मारुगूर्जर संपूर्ण
देवचन्द्र श्रेष्ट भद्रबाहुस्वामी
वि. १७२८ : वि.१७२८ वि. १४९३
कागज
। ६५२६... आवश्यकसूत्रनियुक्ति
आवश्यकसूत्र-नियुक्ति
1५३
.१२.७४४.७)
गा.२५०० ग्रं.
आनुं अने नंदिसूवर्नु आदिवाक्य समान छे.
मध्यम
संपूर्ण
कागज
। वि. १४९३
(१२.७४४.७)
हेमचन्द्रसूरि मलधारी
ग्रं. ४६४०
जगत्त्रयमतिक्रम्य
गद्य
आवश्यकसूत्रवृत्ति प्रदेशव्याख्या टिप्पनक आवश्यकसूत्रना शिष्यहितावृत्तिनुं प्रदेशव्याख्या टिप्पण दशवैकालिकसूत्रचूर्णि दशवैकालिकसूत्र-चूर्णी
जीर्ण
संपूर्ण
वि. १४९४
कागज ग्रं.८४००
(१४१)....
गद्य
.ग्रन्थान-9000.....१२.१४४.७). हस्तप्रतोमां ग्रन्थाग्न ७००० थी८४०० सुधी मळे छे. समान कृति हशे? गाथा-४५०., (१२.७४४.७) गाथा संख्यामां थोडुक वैविध्य मळे छे. ग्रन्थान-५९९०... (१२ ४४.७)
६५२९
मध्यम
कागज
वि.१४९४
(८).
भद्रबाहस्वामी
:सिद्धगतिमवगयाणं
दशवैकालिकसूत्र नियुक्ति
दशवकालिकसूत्र-नियुक्ति ६५३०. उत्तराध्ययनसूत्रचूर्णि
उत्तराध्ययनसूत्र-चूर्णि
:पय
जीर्ण
गा.४४० ग्रं.४४६ कागज ग्रं. ५८५५
वि. १४९३..
(१०८ गद्य
गोपालिक महत्तर शिष्य
६५३१ । भगवतीसूत्रचूर्णि
: मध्यम
संपूर्ण ..
:कागज
१०६-४९(१थी ४९)-५७ । (५९).....
ग्रन्थान-४७०७.. (१२५४४.७)
...... वि. १४९५
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