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ग्रंथांक
स्थिति
पूर्णता
प्रत नाम (पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम
क्लिन/ओरिजिनल डीवीडी (डीवीडी-
प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कृति विशेष, पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष
कर्ता
भाषा
(पाकाहेम) पाटण कागळ प्रतोनो भंडार
प्रत प्रकार प्रतिलेखन वर्ष पत्र परिमाण रचना वर्ष आदिवाक्य १५६५
ससिपायनिम्मलतिह गा.२६३
सिवसुहसिरीइ हेउं
कृति प्रकार
प्रा.
पद्य
(प.पू. २४५-२५९) (१०.५४४.२)
संपूर्ण
कागज
महरेहिं निउणेहि
श्रेष्ठ
प्रतिपूर्ण
कागज
४१४
(४१३)
ग्रन्थान-१७२५९., (११४४)
भद्रबाहुस्वामी
ग्रं.६८८
जे भिक्खू मासियं
(पे.................
(पे.२१) लघुआराधनापताकाप्रकीर्णक ज्ञाताधर्मकथाङ्गदृष्टान्तसङ्ग्रहणी सह टीका ज्ञाताधर्मकथाङ्गोपनयसग्रहणी....... ज्ञाताधर्मकथाङ्गोपनयसङ्ग्रहणी-टीका व्यवहारसूत्र सह नियुक्ति, भाष्य, टीका तृतीयोदेश पर्यन्त-प्रथमखण्ड.. (4.) व्यवहारसूत्र व्यवहारसूत्र-नियुक्ति (पे.२) व्यवहारसूत्र-भाष्य (पे.३) व्यवहारसूत्र-वृत्ति व्यवहारसूत्र सह नियुक्ति, भाष्य, टीका-खण्ड-२ (पे.१) व्यवहारसूत्र व्यवहारसूत्र-नियुक्ति. .(पे.२) व्यवहारसूत्र-भाष्य (पे.३) व्यवहारसूत्र-वृत्ति नन्दीसूत्रटीका
भद्रबाहुस्वामी
ग्रं.६०००
मलयगिरिसरि
प्रणमत नेमिजिनेश्वर
अं. १३०१९. कागज
(पे.पू. १-४१४) (पे.पू. १-४१४) ग्रन्थान-१७३६६..(११४४.५)
प्रतिपूर्ण
३०९
(२११)
भद्रबाहुस्वामी
ग्रे. ६८८......
जे भिक्खू मासियं
(पं.पू. १-३०९)
भद्रबाहस्वामी
ग्र.6000
सं.
मलयगिरिसुरि श्रेष्ठ
संपूर्ण
ग्रं. १३७१९ कागज
प्रणमत नेमिजिनेश्वर १५४
(प.पू. १-३०९). (पे.पू. १-३०९)
ग्रन्थान-७७७२.. (११.५४४.५) लेखन स्थल : : अणहिल्लपुरपत्तन
: वि. १५६५
(94x
मलयगिरिसरि
... जयति भुवनकभानुः.....
: गद्य
नन्दीसूत्र-वृत्ति श्रावकप्रतिक्रमणसूत्रवृत्ति आवकप्रतिक्रमणसूत्र-वृत्ति
मध्यम
सं.......... ..७७३२....... संपूर्ण
कागज : श्लोक ५७७
वि.१४७०
पार्श्वसाधु
वि.९५५
देवेन्द्रवन्धचरणान
पद्य
(११.२४४.५) गांभूमां रची छे. जंबूश्रावक बहुश्रुतनी सहायथी रची के
जीर्ण
प्रतिपूर्ण
कागज
वि. १५३९
२३४
:(१२.७४५)
निशीथसूत्रचूर्णि खण्ड-१ निशीथसूत्र-विशेष चूर्णि
(२३४) पद्य
:जिनदास गणि
प्रा.
णमिऊण रहन्ता] सिद्ध
:क्षमाश्रमण
श्लोक २८००० ग्रं. १७८८४ कागज
जीर्ण
७३१ . निशीथसूत्रचूर्णि खण्ड-२
(पे.१) निशीथसूत्र-विशेष चूर्णि
प्रतिपूर्ण
(३०१)
वि.१५४५२७७
णमिऊण रहन्ताणं सिद्ध
पद्य
(पे.पू. १-२७७)
313