________________ 31 50 नि०चू० - पं०५० - पं०भा० - पञ्चा० . पञ्चा० - 82 विपा०- विपाक सूत्र सटीक / 83 श्रा० - श्रावकधर्मप्रज्ञप्ति सटीक। 84 षो० - षोडशपूकरण सटीक। 85 स० - समवायाङ्गः सूत्र सटीक! 86 संथा - संथारगपयन्ना सटीक। 87 संस०नि०- संसक्तनियुक्ति मूल / 58 संघा०- सङ्घाचार भाष्य / 86 सत्त०- सत्तरिसयठाणा वृत्ति। 60 सम्म०- सम्मतितर्क सटीक। पं०व० - पं०सं० - पं०सू० - प्रव० - 61 स्था० प्रव०मू० - प्रति० - 62 स्था० स्थानाङ्ग सूत्र सटीक / स्याद्वादमञ्जरी सटीक। सूर्यप्रज्ञप्ति सूत्र सटीक। सूत्रकृताङ्ग सूत्र सटीक। सेनप्रश्र। हारिभद्राष्टक सटीक। प्रश्न - 61 प्रज्ञा० - प्रमा० - पिं० - पिण्ड०मू०६५ पा० . ___प्रा० - भ० - निशीथसूत्र सचूर्णि। पञ्चकल्पचूर्णि। पञ्चकल्प भाष्य। पञ्चाशक सटीक। पञ्चाशक सटीक / पञ्चवस्तुक सटीक पञ्चसंग्रह सटीक। पञ्चसूत्र सटीक। प्रवचनसारोद्धारटीका। प्रवचनसारोद्धार मूल। प्रतिमाशतक सूत्र सटीक। प्रश्नव्याकरण सूत्र सटीक / प्रज्ञापना सूत्र सटीक / प्रमाणनयतत्त्वालोकालङ्कार सूत्र / पिण्डनियुक्तिवृत्ति। पिण्डनियुक्ति मूल। पाक्षिक सूत्र सटीक / प्राकृतव्याकरण। भगवती सूत्र सटीक। महानिशीथ सूत्र मूल। मण्डलप्रकरण सवृत्ति। योगबिन्दु सटीक / रत्नाकरावतारिका वृत्ति / राजप्रश्नीय(रायपसेणी) सटीक / ललितविस्तरा वृत्ति। लघुप्रवचनसार मूल। लघुक्षेत्रसमास प्रकरण। व्यवहार सूत्र अक्षरार्थ। वाचस्पत्याभिधान (कोश) व्यवहारसूत्रवृत्ति। 63 सू०प्र०६४ सूत्र०६५ सेन०६६ हा०६७ ही० हीरप्रश्र। महा० - मण्ड० - यो०बि० - रत्ना० - ___रा० - ल० - लघु० - लक्षे० - व्य०अ० - वाच० - व्य० -