________________ 1 2 - - अङ्ग अणु० अनु० अने० अन्त० - अष्ट . आचा० - आ०चू० - आ०म०प्र० आ०म०द्वि० आतु० - आ०क० - आव० - उत्त० - उपा० - १२-जिन जिन ग्रन्थों का प्रमाण दिया है उनके सङ्केत और नामअङ्गचूलिका। 26 जी० . जीवाभिगम सूत्र सटीक। अणुत्तरोववाई सूत्र सटीक। 30 जीत०- जीतकल्पवृत्ति। अनुयोगद्वार सूत्र सटीक। 31 जीवा०- जीवानुशासन सटीक / अनेकान्तजयपताकावृत्तिविवरण। 32 जै०इ०- जैनइतिहास। अन्तगडदशाङ्ग सूत्र / 33 ज्यो०- ज्योतिष्करण्डक सटीक अष्टक यथोविजयकृत सटीक / 34 ढुं० - ढुण्डी (प्राकृतव्याकरण) टीका / आचाराङ्गसूत्र सटीक 35 तं० - तन्दुलवयाली पयन्ना टीका। आवश्यकचूर्णि। 36 तित्थु०- तित्थुगाली पयन्नामूल। आवश्यकमलयगिरि (प्रथमखण्ड) 37 दशा०- दशाश्रुतस्कन्ध सूत्रवृत्ति / __ आवश्यकमलयगिरि (द्वितीयखण्ड) 38 दर्श०- दर्शनशुद्धि सटीक / आतुरप्रत्याख्यान पयन्ना टीका। 36 दश०- दशवैकालिकसूत्र सटीक। आवश्यक कथा। ४०द०प०- दशपयन्नामूल। आवश्यकबृहवृत्ति। १चउसरण पयन्ना। उत्तराध्ययन सूत्र सटीक। 2 आतुरप्रत्याख्यान पयन्ना। उपासकदशाङ्ग सूत्र सटीक। 3 संथारगइ पयन्ना / उत्तराध्ययननियुक्ति / 4 चंदविज्जा पयन्ना। एकाक्षरीकोश / 5 गच्छाचार पयन्ना। ओघनियुक्ति सटीक। 6 तंदुलवयाली पयन्ना। औपपातिकसूत्र वृत्ति / 7 देविंदत्थेव पयन्ना। कर्मग्रन्थ सटीक। 8 गणिविजा पयन्ना। कर्मप्रकृति सटीक। 6 महापचक्खण पयन्ना। कल्पसुबोधिका सटीक। 10 मरणविधि पयन्ना। पाइयलच्छीनाममाला कोश। 41 द्रव्या० - द्रव्यानुयोगतर्कणा सटीक / गच्छाचारपयन्ना टीका। द्वा० - द्वात्रिंशद्वात्रिंशिका (बत्तीसबत्तीसी)सटीक चन्द्रप्रज्ञप्ति सूत्र सटीक। 43 द्वी० - द्वीपसागरप्रज्ञप्ति। जैनगायत्रीव्याख्या। 44 देना०- देशीनाममाला सटीक। जम्बूद्वीपप्रज्ञप्ति सूत्र सटीक / 45 ध०- धर्मसंग्रह सटीक। ज्ञाताधर्मकथा सूत्र सटीक। 46 ध०र०- धर्मरत्नप्रकरण सटीक / नयोपदेश सटीक। 76 ती० - विविधतीर्थकल्प। नन्दीसूत्र सवृत्ति। 800 - बृहत्कल्पवृत्ति सभाष्य / निरयावली सूत्र सटीक / 81 विशे०- विशेषावश्यक सभाप्य सबृहद्वृत्ति / उत्त०नि० - एका० ओघ० औ० कर्म० - - क०प्र० - कल्प० - को० - ग० 26 चं०प्र० जै०गा० जं० - - . 27 47 48 46 ज्ञा० नयो० 0 नि० - - . .