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आँजना
आँजना- (स० क्रि०) अंजन लगाना आंजनेय -सं० (पु० ) अंजनीपुत्र, हनुमान आँट - (स्त्री०) 1 अँगूठे और तर्जनी के बीच की जगह 2 दाँव 3 गाँठ । ~साँट ( स्त्री०) साजिश, बंदिश; पर चढ़ना दाँव पर लगाना; लगाना बाजी लगाना
आँटी - (स्त्री०) 1 घास का छोटा गट्ठा 2 सूत का लच्छा देना या लगाना कुश्ती में
3 गुल्ली 4 कुश्ती का पेंच
टाँग से अड़ंगा लगाना
औंठी- (स्त्री०) 1 गाँठ, गुठली 3 नवोढ़ा के स्तन आँड़ - (पु० ) अंडकोश
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आँडी - (स्त्री०)
= आँठी
आँत - (स्त्री०) अँतडी । ~उतरना चि० आँत उतरने की बीमारी, हार्निया - ऐंठना चि० आँतों में मरोड़ होना; आँतें उलट जाना चि० कै होना; आँतें कुलकुलाना, आँतें कुलबुलाना भूख से बेचैन होना; आँतें समेटना भूख सहना; अति सूखना बहुत भूख लगना; आँतों का बल खुलना छककर खानो
आंतर- I सं० (वि० ) 1 भीतरी 2 अंतरंग 3 गुप्त II ( पु० ) 1 अंतरंग मित्र 2 हृदय
आंतर- (पु० ) अंतर, फ़ासला आँतरायिक-सं० 1 बाधक, विघ्नकारक 2 अंतर देकर आनेवाला
आंतरिक सं० (वि०) 1 अंदर का 2 भीतरी बातों से संबंधित, अंतरंग। ता (स्त्री०) मित्रता
आंतरिक्ष-सं० (वि०) अंतरिक्ष संबंधी, आकाशीय आंतिक-सं० (वि०) अंत में होनेवाला
आंतिका-सं० (स्त्री० ) बड़ी बहन
आंत्र - I सं० (वि०) आँत से संबंध रखनेवाला II ( पु० ) आँत । व्रण (पु० ) चि० आँतों का फोड़ा आंत्रिक सं० (वि०) आँतों में होनेवाला आंदू - (पु० ) 1 बेड़ी 2 सीकड़ी
आंदोलक - 1 सं० (पु० ) झूला II (वि०) झुलानेवाला आंदोलन - सं० (पु० ) 1 इधर से उधर आना-जाना, झूलना 2 हलचल, उथल-पुथल। कर्त्ता, कारी (वि०) आंदोलन करनेवाला (आंदोलनकारी) आंदोलनात्मक-सं० (वि०) 1 उथल-पुथल मचानेवाला 2 हलचल करनेवाला
आंदोलित - सं० (वि०) 1 कंपित 2 झुलाया हुआ 3 उत्तेजित 4 शोरगुल से व्याप्त
आँध - 1 (स्त्री०) 1 अँधेरा 2 रतौंधी चित्र II (वि.) अंधा आँधी- I ( स्त्री०) धूलभरी ज़ोर की हवा, तूफ़ान, अंधड़ II (वि०) बहुत तेज़ (हवा) । पानी (पु० ); ~उठना 1 हलचल मचाना 2 तूफ़ान आना आंध्य सं० ( पु० ) 1 अंधापन 2 अंधकार आंध्रीय-सं० (वि०) आंध्र प्रदेश का आँब - (पु० ) आम (वृक्ष और फल ) आँबा - हल्दी - (स्त्री०) आमा हल्दी
आँय-बाँय - (पु० ) अंड बंड, निरर्थक प्रलाप, बकबक आँव - (पु०) एक तरह का चिकना सफ़ेद मल । गिरना पाखाना के साथ आँव आना
आकरिक
आँवठ- (पु० ) 1 किनारा, तट 2 कपड़े आदि का किनारा या हाशिया
आँवड़ा - (वि०) गहरा
आँवन - (पु० ) 1 छेद करने का औज़ार 2 पहिए के छेद पर लगाई जानेवाली लोहे की सामी
आँवल - ( पु० ) खेड़ी (गर्भ)
आँवल गट्टा - (पु० ) सूखा आँवला
आँवला - (पु० ) एक खट्टा फल जिसका मुरब्बा एवं अचार बनता है। पत्ती (स्त्री०) एक प्रकार की सिलाई; ~सार- गंधक + सं० (स्त्री०) साफ़ की हुई गँधक आँवाँ - (पु०) मिट्टी के बर्तन आदि पकाने का एक गड्ढा आंशिक -सं० (वि०) 1 कुछ थोड़ा, अल्प 2 अंश से संबंधित आँस - I (पु० ) 1 आँसू 2 वेदना, कष्ट II (स्त्री०) डोरी, रेशा आँसना- (अ० क्रि०) खटकना, गड़ना, चुभना आँसुओंवाला - (पु० ) अश्रुपूर्ण आँसू - (पु० ) नेत्रजल, अश्रु । गिराना, ढालना रोना; ~पीकर रह जाना मन मसोसकर रह जाना; पोंछना धीरज बँधाना, ढाढ़स देना; आँसुओं का तार बँधना या न टूटना, आँसुओं की झड़ी बैधना निरंतर रोते जाना, अत्यधिक रुदन; आँसुओं से मुँह धोना बहुत रोना आँह-अ० भरोसे
आँहड़ - (पु० ) बरतन, भांड
आँहाँ - अ० निषेध सूचक शब्द नहीं
आइंदा - I फ़ा० (वि०) आनेवाला, भावी II (अ० ) आगे
आइडेंटीटी कार्ड-अं० (पु० ) परिचय पत्र
=
आइना-फ़ा० (पु० ) आईना आइसक्रीम - अं० (पु० ) मलाई की बर्फ़ कुलफ़ी आइसबर्ग - अं० (पु०) (तैरता) हिमशैल आइसिंग -अं० (स्त्री०) पाग, चाशनी
आईन - फ़ा० (पु० ) 1 कायदा, नियम 2 कानून, विधि आईना-फ़ा० (पु०) शीशा, दर्पण दार I ( पु० ) नाई
II (वि०) गुण-दोष प्रकट करनेवाला; ~साज (पु० ) आईना बनानेवाला; आईने में अपना मुँह देखना अपनी योग्यता समझ लेना
आईनी-फ़ा० (वि०) 1 नियमबद्ध 2 विधिक आउंस -अं० (पु० )
ढाई तोला
आउट-अं० खत्म, बाहर ~हाउस (पु०) बाहरी कोठा,
उपभवन
=
आए-गए - (वि०) आने-जानेवाले
आकंठ - ( क्रि० वि०) सं० गले तक
आकंप, आकंपन-सं० (पु० ) 1 काँपना 2 हिलना डुलना आकंपित सं० (वि०) 1 काँपा हुआ 2 क्षुब्ध किया हुआ आक- (पु० ) मदार की बुढ़िया बहुत बूढ़ी स्त्री आकर - 1 सं० (पु० ) 1 खान 2 उत्पत्ति स्थान 3 खज़ाना, कोष II (वि०) 1 श्रेष्ठ 2 यथेष्ट 3 खान में प्राप्त होनेवाला । ~ग्रंथ (पु०) शब्दकोश, विश्वकोश आदि ऐसे ग्रंथ जिनमें अनेक तथ्यों का विवरण दिया जाता है; भाषा (स्त्री०) वह भाषा जिससे अन्य भाषाओं का उद्गम हो आकरिक-सं० (पु० ) 1 खान खोदनेवाला 2 खान के काम की देखभाल करनेवाला