________________
विपन्न
750
विभाव
चिह्न
विपन्न-सं० वि०) 1 विपत्तिग्रस्त 2 दुःखी, आर्त 3 अभागा, विप्लवात्मक-सं० (वि०) = विप्लव संबंधी भाग्यहीन
विप्लवी-सं० (वि०) 1 क्षणभंगुर, अस्थायी 2 विप्लव विपन्नावस्था-सं० (स्त्री०) विपन्न होने का भाव
करनेवाला विपरिणाम-सं० (पु०) 1 परिवर्तन 2 प्रौढ़ होना
विप्लाव-सं० (पु०) 1 उपद्रव मचाना 2 हो हल्ला 3 घोड़े की विपरीत-सं० (वि०) 1 उलटा 2 मेल न खानेवाला 3 असत्य, सरपट चाल 4 पानी की बाढ़ मिथ्या (जैसे-विपरीत तर्क)। ~गामी (वि०) विपरीत विप्लावक-सं० (वि०) 1 विप्लवकारी 2 उपद्रव मचानेवाला चलनेवाला; चेता (वि०) उलटी बुद्धिवाला; ~ता | विप्लावी-सं० (पु०) उपद्रव करनेवाला (स्त्री०) विपरीत होने का भाव
विप्लुत-सं० (वि०) 1 अस्त व्यस्त 2 हक्का बक्का 3 आचार विपरीतार्थक-सं० (वि०) उलटा अर्थ बतानेवाला
भ्रष्ट, चरित्रहीन 3 नष्ट भ्रष्ट विपर्यय-सं० (पु०) 1 प्रतिकूलता 2 विपरीतता 3 व्यतिक्रम | विफल-सं० (वि०) 1 बिना फल का 2 निरर्थक 4 परिवर्तन 5 अव्यवस्था
विबुध-I सं० (पु०) 1 पंडित, बुद्धिमान् 2 देवता II (वि०) विपर्यस्त-सं० (वि०) 1 परिवर्तित 2 अस्त व्यस्त 3 उलटा ज्ञानियों या विद्वानों से रहित पलटा
विबोध-सं० (पु०) 1 जागना, जागरण 2 अच्छा और पूरा ज्ञान विपर्याय-सं० (पु०) = विपरीतार्थक
3 चेतनता, होश हवाश विपर्यास-सं० (पु०) 1 उलटा, पुलटा, व्यतिक्रम | विभंग-सं० (पु०) 1 टूटना 2 विन्यास 3 विभाग 4 भ्रूभंग 2 प्रतिकूलता, विपरीतता 3 मिथ्या ज्ञान
5 मनोभाव प्रकट करनेवाली चेष्टा विपाक-सं० (पु०) 1 परिपक्व होना,पकना 2 परिणाम, चोटी विभक्त-सं० (वि०) 1 अलग किया हुआ 2 बांटा हुआ 3 कर्मफल 4 विपत्ति
3 विभाजित विपादन-सं० (पु०) 1 वध, हत्या 2 क्षय, नाश
विभक्ति-सं० (स्त्री०) 1 विभाग, बाँट 2 अलगाव, पार्थक्य । विपादित-सं० (वि०) 1 मारा हुआ 2 नष्ट
~परक (वि०) विभक्ति प्रधान; ~प्रत्यय (प०) कारकीय विपिन-सं० (पु०) 1 वन, जंगल 2 उपवन, बारा विपुंसी-सं० (स्त्री०) पुरुष की-सी हाव भाव प्रकट करनेवाली | विभव-सं० (पु०) 1 ऐश्वर्य 2 बल, शक्ति। ~शाली स्त्री, मर्दानी औरत
__(वि०) संपत्तिशाली 2 शक्तिशाली विपुल-सं० (वि०) 1 अत्यधिक विशाल 2 बहुत अधिक विभववान् सं० (वि०) = विभवशाली
(जैसे-विपुल धन राशि)। ता (स्त्री०) आधिक्य, | विभवी-सं० (वि०) प्रतापी, ऐश्वर्यवान् बहुतायत
विभाँति-[ सं० (स्त्री०) प्रकार, क़िस्म II (वि०) अनेक विप्र-[ सं० (पु०) 1 कर्मनिष्ठ और धार्मिक व्यक्ति 2 पुरोहित प्रकार का III (अ०) अनेक प्रकार से II (वि०) 1 मेधावी 2 विद्वान् । ~ता (स्त्री०) विप्र होने का विभा-सं० (स्त्री०) 1 प्रभा, कांति 2 किरण, रश्मि 3 छवि,
शोभा विप्रतिपत्ति-सं० (स्त्री०) 1 मतभेद का संघर्ष 2 आपत्ति 3 भूल | विभाग-सं० (पु०) 1 बँटवारा 2 हिस्सा 3 अंश 4 पार्थक्य 4 भ्रांतधारणा 5 संदेह
5 खंड 6 महकमा, क्षेत्र (जैसे-आप किस विभाग विप्रयुक्त-सं० (वि०) 1 अलग किया गया 2 वंचित में कार्यरत हैं)। ~कृत (वि०) विभाग किया हुआ विप्रयोग-सं० (पु०) 1 वियोग, अलगाव 2 अभाव 3 कलह, विभागक-सं० (वि०) = विभाजक मतभेद
विभागशः-सं० (क्रि० वि०) विभाग के अनुरूप विप्रलंभ-सं० (पु०) 1 निराश होना 2 साहि० प्रेमी प्रेमिका का विभागाध्यक्ष-सं० (पु०) विभाग का प्रधान कार्यकर्ता वियोग 3 विच्छेद, कलह 4 छला जाना
विभागी-सं० (वि०) विभाग संबंधी। ~करण (पु०) विप्रलंभक-सं० (पु०) धूर्त व्यक्ति, वंचक
विभागों में बाँटना विप्रलंभन-सं० (पु०) छल करना
विभागीय-सं० (वि०) विभाग से संबंधित (जैसे-विभागीय विप्रलंभी-सं० (पु०) धूर्त, धोखेबाज़
कार्रवाई) विप्रलब्ध-सं० (वि०) 1 छला हुआ 2 निराश 3 वंचित | विभागेतर-सं० (वि०) विभाग से अलग 4 वियुक्त
विभाजक सं० (वि०) 1 विभाग करनेवाला 2 बाँटनेवाला विप्रलब्या-(स्त्री०) 1 साहि० जिसका प्रिय अपने वचनानुसार विभाजन-सं० (पु०) 1 बाँटना 2 विभाग करना। रेखा मिलन स्थल पर न आया हो ऐसी नायिका 2 प्रिय द्वारा वचन | (स्त्री०) अलग करने की लाइन भंग किए जाने पर दुःखी नायिका
विभाजयिता-सं० (वि०) विभाजन करनेवाला विप्रलाप-सं० (पु०) 1 व्यर्थ की बकवाद, प्रलाप 2 झगड़ा | विभाजित-सं० (वि०) विभाजित किया हआ 3दुर्वचन
विभाज्य-सं० (वि०) विभाग करने योग्य विप्रेषित-सं० (वि०) 1 परदेश में रहनेवाला 2 निष्कासित विभात-सं० (पु०) प्रभात, सबेरा विप्लव-सं० (पु०) 1 उत्पात, उपद्रव 2 हलचल 3 आफ़त, | विभाति-सं० (स्त्री०) शोभा, सुंदरता विपत्ति 4 उथल पुथल
विभाव-सं० (पु०) साहि० आश्रय में भाव उद्दीप्त करनेवाला विप्लवक-सं० (वि०) विप्लव करनेवाला
भाव