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रौशन
~कलपना, लगाना, ~धोना (अ० क्रि०) अत्यंत | रोलर-अं० (पु०) 1 दुलकनेवाली वस्तु 2 बेलन, बेलना विलाप करना; -पीटना (अ० क्रि०) बहत विलाप करना रोला-सं० (पु०) एक प्रकार का छंद जिसमें 11 + 13 के रोनी-(वि०) रोनेवाली, रोने जैसी (जैसे-रोनी सूरत) विश्राम से 24-24 मात्राओं सहित चार चरण होते हैं रोनीयोनी-(स्त्री०) 1 रोने धोने की वृत्ति 2 दुःख की स्थिति रोलिंग-अं० (स्त्री०) 1 बेलन फेरना 2 परिभ्रमण 3 लुंठन । 3 मनहूसी (जैसे-रोनी धोनी सूरत बनाना)
मिल (स्त्री०) बेलन मिल, बेलन कारख़ाना; ~विभाग रोप-सं० (पु०) = रोपण
+ सं० (पु०) चल विभाग; ~स्टाक (पु०) चल स्टाक, रेल रोपक-सं० (वि०) 1 रोपनेवाला 2 स्थापना करनेवाला । के डिब्बे आदि रोपण-सं० (पु०) 1 लगाना (जैसे-रोपण विधि, रोपण | रोली-(स्त्री०) हल्दी और चूने के योग से बनी बुकनी प्रणाली) 2 स्थापित करना 3 तैयार करना 4 मोहित करना रोवनहार-I (वि०) रोनेवाला II (पु०) शोक मनानेवाला 5 लेप करना
उत्तराधिकारी रोपना-(स० क्रि०) 1 लगाना (जैसे-धान रोपना, पौधा रोपना) | रोवना-I (वि०) 1 रोनेवाला 2 बुरा माननेवाला 2 पसारना (जैसे-हाथ रोपना) 3 वार सहना, ओड़ना __II (अ० क्रि०) रोना रोपनी-(स्त्री०) 1 रोपने का भाव 2 धान के रोपने का समय रोवनी धोवनी-(स्त्री०) रोनी धोनी, रोना धोना रोपित-सं० (वि०) 1 लगाया हुआ 2 स्थापित 3 मुग्ध किया रोवा-(पु०) = रोयाँ हुआ 4 उठाया हुआ
रोवाँसा-(वि०) = रोआँसा रोब-अ० (पु०) 1 दबदबा, धाक 2 तेज, प्रताप 3 आतंक रोशन-फा० (वि०) 1 जलता हआ, प्रदीप्त (जैसे-चिराग़ (जैसे-रोब पैदा करना)। दाब हिं० (पु०) आतंक और | रोशन होना) 2 प्रकाशमान् 3 आनंद मंगल, चहल पहल उसका प्रभाव; ~दार + फ़ा० (वि०) रोबवाला
(जैसे-महफ़िल रोशन होना) 4 प्रसिद्ध, विख्यात (जैसे-नाम रोबीला-अ० + हिं० (वि०) = रोबदार
रोशन होना) 5 प्रकट, विदित। ल्खयाल + अ० (वि०) रोमंथ-सं० (पु०) जुगाली, पागुर
प्रबुद्धमना; दान (पु०) झरोखा; दिमाग़ + अ० (पु०) रोम-1 सं० (पु०) 1 शरीर पर का छोटा,पतला तथा नरम बाल, अक्लमंद, बुद्धिमान् रोआँ 2 सूराख। कूप, द्वार शरीर में रोआँ निकलने वाले रोशनाई-फ़ा० (स्त्री०) लिखने की स्याही, मसि छिद्र; -पुलक, हर्ष (पु०) = रोमांच; हर्षक (वि०) | रोशनी-फ़ा० (स्त्री०) 1 प्रकाश, उजाला 2 दीपक, चिराग रोंगटे खड़ा करनेवाला, दारुण, भीषण; ~हर्षण I (पु०) 3 दीपोत्सव 4 ज्ञान आदि का प्रकाश (जैसे-ज्ञान की रोशनी) । सिहरन, रोमांच, II (वि०) रोमांच दारुण; -रोम में पूर्ण ~मीनार (स्त्री०) प्रकाश स्तंभ तथा शुद्ध मन से (जैसे-रोम रोम से आशीर्वाद देना) | रोष-सं० (पु०) 1 क्रोध, गुस्सा 2 कुढ़न 3 वैर विरोध रोम-II सं० (पु०) रोम देश
(जैसे-रोष प्रकट करना) रोमन-[ अं० (वि०) रोम का || रोम देश का निवासी रोषण-सं० (वि०) 1 रोष उत्पन्न करनेवाला 2 मन में रोष III (स्त्री०) रोम देश की लिपि। कैथोलिक (पु०) ईसा | करनेवाला 3 क्रुद्ध मसीह की पूजा करनेवालों का एक संप्रदाय
रोषानल-सं० (पु०) क्रोध रूपी अग्नि रोमराजि-सं० (स्त्री०) रोमावली, रोमलता
रोषान्वित-सं० (वि०) नाराज़, क्रुद्ध रोमांच-सं० (पु०) हर्ष, आश्चर्य, भय आदि के कारण शरीर रोषित-सं० (वि०) क्रोधित, नाराज़ के रोओं का खड़ा होना (जैसे-रोमांच हो आया)। ~कारी । रोषी-सं० (वि०) क्रोधी (वि०) रोंगटे खड़े कर देनेवाला
रोह-सं० (पु०) ऊपर चढ़ना, चढ़ाई रोमांचित-सं० (वि०) जिसे रोमांच हो आया हो, पुलकित रोहण-सं० (पु०) 1 चढ़ना 2 सवार होना (जैसे-रोमांचित देह)
रोहा-(पु०) आँख की एक बीमारी रोमांटिक-अं० (वि०) 1 कल्पना प्रधान 2 कल्पित 3 स्वच्छंद | रोहिणी-सं० (स्त्री०) एक विशेष नक्षत्र रोमाँस-अं० (पु०) 1 प्रेमाख्यान 2 रोमांचक घटना 3 प्रेम रोहित-[सं० (वि०) लाल रंग का, रक्त वर्ण का II (पु०) लीला। ~वाद + सं० (पु०) स्वच्छंदतावाद
लाल रंग रोमानी-अं० (वि०) = रोमांटिक
रोही-सं० (वि०) 1 चढ़नेवाला 2 ऊपर की ओर जानेवाला रोमाली, रोमावली-सं० (स्त्री०) रोओं की पंक्ति रोहू-सं० (पु०) एक बड़ी मछली रोमिका-सं० (स्त्री०) छोटा रोआँ
रौंद-अं० (स्त्री०) पहरेदार या सिपाहियों का गश्त लगाना रोमिल-(वि०) रोएँदार, बालोंवाला
रौंदना-(स० क्रि०) 1 दबाना 2 पैर से कुचलना 3 बर्बाद करना रोयाँ-(पु०) रोंगटा, रोआँ
रौंस-फ़ा० (स्त्री०) 1 गति, चाल 2 चाल ढाल, रंग ढंग रोयेंदार-हिं० + फ़ा० (वि०) रोओंवाला (जैसे-रोयेंदार रौसा-(पु०) = केवाँच कंबल)
रौ-[ फ़ा० (स्त्री०) 1 गति. चाल 2 पानी का बहाव 3 धुन रोर-(स्त्री०) 1 शोरगुल, हल्ला 2 उपद्रव, उत्पात
(जैसे-रौ में बढ़ते जाना) II (वि०) 1 चलनेवाला 2 आगे रोल-I (पु०) रोलने का काम
बढ़नेवाला 3 उत्पन्न होनेवाला (जैसे-खुद रौ) रोल-II अं० (पु०) 1 (अभिनेता की) भूमिका 2 कार्य रोक्ष्य-सं० (पु०) रूखापन रुखाई गेल-III अं० (पु०) 1 हाज़िरी रजिस्टर 2 गोला 3 बेलना | रौशन-फा० (पु०) = रोग़न