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________________ मनोराज 638 मरण भा मनोराज-(पु०) = मनोराज्य ममाना-(पु०) मामा का घर मनोराज्य-सं० (पु०) ख़याली पुलाव, जागते का सपना ममिया-(वि०) मामा से संबंधित (जैसे-ममिया ससुर) मनोरोग-सं० (पु०) मानसिक रोग, दिमागी बीमारी।। ममियौरा-बो० (पु०) = ममाना चिकित्सक (पु०) मानसिक रोगों का डॉक्टर ममी-अं० (स्त्री०) परिरक्षित शव मनोलीला-सं० (स्त्री०) = मनोराज्य ममीरा-(पु०) हल्दी की जाति का एक पौधा मनोलौल्य-सं० (पु०) 1 मनमौज 2 मन की चंचलता ममेरा-(वि०) मामा संबंधी (जैसे-ममेरा भाई) मनोल्लास-सं० (पु०) मन की उमंग, उत्साह ममोला-(पु०) 1 धोबिन नामक छोटा पक्षी 2 छोटा प्यारा मनोवांछा-सं० (स्त्री०) = मनोकामना बच्चा मनोवांछित-सं० (वि०) मन का चाहा मयंक-सं० (पु०) चंद्रमा मनोवाद-सं० (पु०) मानसिक क्रिया मय-I फ़ा० (स्त्री०) = मदिरा । ~कश (पु०) = शराबी, मनोविकार-सं० (पु०) मन का आवेग। ~ ग्रस्त (वि०) मद्यप; कशी (स्त्री०) शराब पीना, मदिरापान; खाना मनोविकार से पीड़ित (पु०) मदिरालय; ख़्वार (पु०) = मयकश; ख्वारी मनोविज्ञान-सं० (पु०) वह विज्ञान या शास्त्र जिसमें मानव मन (स्त्री०) मदिरापान, मयकशी; परस्त (वि०) शराबी; की विभिन्न अवस्थाओं और क्रियाओं का तथा उनके प्रभावों परस्ती (स्त्री०) मद्यपान, शराब पीना का अध्ययन किया जाता है, साइकॉलोजी मय-II अ० (अ०) सहित, समेत (जैसे-मय बाल बच्चे) मनोविनोद-सं० (पु०) = मनोरंजन मय-III सं० (प्र०) द (जैसे-शांतिमय, आनंदमय) मनोविज्ञानी-सं० (वि०) मनोरंजन करनेवाला मयार-(वि०) दयालु, कृपायुक्त मनोविश्लेषक-(पु०) मन का विश्लेषण करनेवाला मयारी-(स्त्री०) 1 हिंडोले की रस्सी लटकाई जानेवाली शाखा, मनोविश्लेषण-सं० (पु०) आधुनिक मनोविज्ञान की एक धरन 2 धरन, खंभा शाखा जिसमें विशिष्ट रोगों और विकारों का उपचार संबंधी मयूख-सं० (पुं०) 1 किरण 2 दीप्ति विवेचन किया जाता है। मयूर सं० (पु०) मोर। -चूड़ा (स्त्री०) मयूर शिखा नामक मनोवृत्ति-सं० (स्त्री०) मन की स्वाभाविक स्थिति क्षुप; जंघ (पु०) सोनापाढ़ा; ~पुच्छ (पु०) मोर का मनोवेग-सं० (पु०) मन का आवेग पंख; शिखा (स्त्री०) मोर की कलमी मनोवैकल्प-सं० (पु०) = मनोदौर्बल्य मयूरी-सं० (स्त्री०) मोरनी मनोवैज्ञानिक-[ सं० (वि०) मनोविज्ञान संबंधी II (पु०) मर-सं० (पु०) 1 मृत्यु 2 मृत्युलोक, संसार मनोविज्ञान का ज्ञाता। ~ता (स्त्री०) मनोवैज्ञानिक अवस्था मरक-I बो० (स्त्री०) 1 भेद, रहस्य 2 खिंचाव, आकर्षण मनोव्यथा-सं० (स्त्री०) मनस्ताप 3 द्वेष, वैर 4 मन की उमंग मनोव्याधि-सं० (स्त्री०) मनोरोग मरक-II सं० (पु०) महामारी मनोव्यापार-सं० (पु०) मन के संकल्प विकल्प का विचार मरकज़-अ० (वि०) 1 वृत्त का केंद्र 2 केंद्र स्थल मनोहत-सं० (वि०) निराश मरकज़ी-अ० (वि०) केंद्रीय मनोहर-सं० (वि०) 1मन हरनेवाला 2 सुंदर मरकट-(पु०) = मर्कट मनोहारी-सं० (वि०) - मनोहर मरकत-सं० (पु०) पत्रा नामक रत्न मनौअल-(स्त्री०) मन में कोई विचार धारण करना मरकताल-(पु०) समुद्र की तरंगों के उतार की सबसे अंतिम मनौती-बो० (स्त्री०) 1 मनुहार 2 मत्रत अवस्था, भाटा की चरम अवस्था मन्नत-(स्त्री०) मानता, संकल्प मरकहा-(वि०) मारनेवाला (जैसे-मरकहा बैल) मन्मथलेख-सं० (पु०) प्रेमपत्र मरखना-(वि०) 1 गुस्से में आकर मारनेवाला (जैसे-मरखना मन्मथी-[ सं० (पु०) 1 कामदेव 2 कामवासना II(वि०) साँड) 2 मारने पीटने का आदी कामी, कामुक मरगी-बो० (स्त्री०) महामारी मन्वंतर-सं० (पु०) 1 मनु का अधिकार काल 2 दुर्भिक्ष, मरघट-(पु०) चिता जलाने का स्थान, मसान। -का मुतना अकाल डरावनी शक्ल का आदमी मारूर-अ० (वि०) भागा हआ, पलायित मरज़-अ० (पु०) 1 रोग, बीमारी 2 खराब आदत, बुरी लत मफ़लर-अं० (पु०) गुलूबंद (जैसे-शराब पीने का मरज़) मम-सं० (सर्व०) मेरा। कार (पु०) 1 अपना समझना, | मरजिया-I (पु०) गोताखोर II (वि०) 1 मरकर जीनेवाला ममता 2 निजी संपत्ति 2 मृतप्राय 3 मरने जीने से लापरवाह ममता-सं० (स्त्री०) 1 अपनी समझना 2 अपनापन 3 स्नेह , मरज़ी-अ० (स्त्री०) 1 इच्छा, कामना (जैसे-अपनी मरज़ी से (जैसे-माँ की ममता) 4 मोह (जैसे-मन की ममता) काम करना) 2 अनुकूल मनोभाव (जैसे-मरजी के खिलाफ ममतामय-सं० (वि०) ममता से युक्त काम करना) ममतालु-(वि०) ममतावाला मरण-सं० (पु०) 1 मरना, मृत्यु 2 साहि० मरणासन अवस्था ममत्व-सं० (पु०) = ममता का सूचक एक संचारी भाव। ~कारक (वि०) मारनेवाला, ममरी-(स्त्री०) बनतुलसी मारक; ~काल (पु०) = मृत्यु क्षण; ~धर्मा (वि०)
SR No.016141
Book TitleShiksharthi Hindi Shabdakosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHardev Bahri
PublisherRajpal and Sons
Publication Year1990
Total Pages954
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size30 MB
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