SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 605
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ बारीकी 591 बाला पा बारीकी-फा० (स्त्री०) 1सूक्ष्मता 2 गूढता 3 जटिलता पुस्तक (खी०) बालपोथी; पुस्तकालय (पु०) बाल (जैसे-तथ्य की बारीकी) पुस्तक घर; ~पोथी हिं० (स्त्री०) बच्चों की किताब; ~प्रेम बारी-ताला-अं० (पु०) खुदावंद। + हिं० (पु०) बच्चों का स्नेह, शिशु स्नेह; बच्चे + हिं० बारूद-फा० (स्त्री०) गंधक, शोरे, कोयले आदि का मिश्रण (पु०) संतान; बच्चेदार हिं० + फ़ा० (वि०) संतानवाला; (जैसे-बारूद का गोला)। ल्खाना (पु०) बारूद तैयार बुद्धि I (वि०) 1 बच्चों के समान बुद्धिवाला करने की जगह; ~गोला + हिं० (पु०) अस्त्र शस्त्र, सारा 2 अल्पबुद्धिवाला II (स्त्री०) 1 नासमझी 2 बालोचित बुद्धि; तोपखाना बोध (वि०) बालकों की समझ में आनेवाला, आसान, बारूदी-फ़ा० (वि०) बारूद संबंधी (जैसे-बारूदी सुरंग) सरल, ~भाव (पु०) बचपन; ~भोग (पु०) प्रातःकाल बारे-I फा० (क्रि० वि०) 1 आखिरकार, अंततः 2 अस्तु, खैर का जलपान; ~भोज्य I (वि०) बालकों के लिए उपयुक्त बारे-II फ़ा० (क्रि० वि०) लेकिन II (पु०) चना; ~मित्र (पु०) बच्चों का दोस्त; ~मूलक बारोठा-(पु०) = बरोठा (पु०) छोटी एवं कच्ची मूली, रखा + हिं० बो० (पु०) बार्डर-अं० (पु०) 1 किनारा, छोर 2 धोती के किनारे की पट्टी 1 खेतों में बना ऊँचा चबूतरा 2 खेत के फ़सल की रखवाली 3 सीमा, हद करने की मज़दूरी; ~रॉड + हिं० (स्त्री०) = बाल-विधवा; बाह-सं० (वि०) मोर संबंधी --राज + हिं० (पु०) वैदूर्यमणि; ~रोग (पु०) बच्चों को बाल-I (पु०) जीव-जंतुओं के शरीर में त्वचा में से निकले होनेवाला रोग; ~लीला (स्त्री०) बाल क्रीड़ा; बध सूक्ष्म तंतु, केश (जैसे-सिर के बाल, मूंछ के बाल)। (पु०) बालघात; बाड़ी + हिं (स्त्री०) = बालोद्यान; ~कटवाई (स्त्री०) 1 बाल कटवाना 2 कटवाने का -विधवा (स्त्री०) बचपन में ही विधवा हो जानेवाली; पारिश्रमिक; सफ़ा + अ० (वि०) बालों को उड़ा देनेवाला -विधु (पु०) शुक्ल पक्ष की द्वितीया का चंद्रमा; विनोद उगना बाल जमना; ~की खाल खींचना, निकालना + हिं० (पु०) बच्चों का मनोरंजनः विवाह (पु०) बहुत छानबीन करना; खिचड़ी होना सफ़ेद बाल अधिक बाल्यावस्था में होनेवाली शादी; विहार (पु०) - बालगृह; होना; ~धूप में पकाना अनुभव से कोरा होना; बराबर व्यजन (पु०) ●वर; ~व्याधि (स्त्री०) . बालरोग, 1 बहुत बारीक 2 ज़रा सा रत्ती भर; बाँका न होना 1 ज़रा -शिक्षक (पु०) बालकों को पढ़ानेवाला, अध्यापक; भी कष्ट न होना 2 कुछ भी हानि न होना; बाल 1 पूरा -शुश्रूषा (स्त्री०) बच्चों की सेवा; सदन (पु०) - 2 सिर से पैर तक; बाल गजमोती पिरोना खूब सजना बालगृह; ~सहचर (पु०) = बाल-मित्र; ~साहित्य (पु०) सँवरना; -बाल बचना साफ़-साफ़ बचना बालकों के मनोरंजन हेतु लिखी गई पुस्तकें; ~सुलभ (वि०) बाल-II (स्त्री०) कुछ अनाज के पौधों के डंठल का अगला बालोचित (जैसे-बाल सुलभ चंचलता): ~सूर्य (पु०) भाग (जैसे-गेहूँ की बाल पकना)। दार फ़ा० (वि०) प्रातःकाल का उगता सूर्य; ~सेवा (स्त्री०) बच्चों की सेवा; बाल से युक्त ( जैसे-बालदार. फ़सलदार फ़सल) हठ (पु०) बच्चे की ज़िद्द; हत्या (स्त्री०) - बालघात; बाल-III फ़ा० (पु०) दरार चटक। (पु०) ~आना दरार हत्यारा + हिं० (वि०) बालवध करनेवाला; ~हित (पु०) बच्चों की भलाई; हितकारी (वि०) बच्चों की बाल-IV सं० (पु०) 1 बच्चा, बालक (जैसे-बाल गोपाल) भलाई करनेवाला 2 सोलह वर्ष से कम उम्र का बालक 3 पशु का बच्चा बाल-VI अंक (पु०) गेंद 4 नेत्रवाला, सुगंधवाला । (वि०) 1 नासमझ 2 नवोदित बाल-VII अं० (पु०) यूरोपीय ढंग का नाच (जैसे-बाल इंद, बाल रवि) 3 बाढ़ को न पहँचा हआ। बालक-सं० (पु०) = बाल। बुद्धि (वि०) = बाल बुद्धि; -कक्ष (पु०) बालकों की कक्षा, कमरा; कमानी वृद्ध हिं० (पु०) बच्चे बूढ़े सब (स्त्री०) घड़ी का अत्यंत छोटा स्प्रिंग; ~कल्याण संस्था बालकनी-अं० (स्त्री०) बारजा (स्त्री०) बच्चों के भले के लिए बनाई गई संस्था; ~काल बाल-कमानी-हिं० + फ़ां० (स्त्री०) घड़ी के बैलेंस में लगाई (पु०) शैशव काल; ~केलि, ~क्रीड़ा (स्त्री०) बच्चों का जानेवाली कमानी खेल; ~गृह (पु०) शिशु मंदिर; ~गोपाल (पु०) बालकी-सं० (स्त्री०) कन्या, लड़की 1 बाल-बच्चे 2 बालकृष्ण; ~गोविंद (पु०) बालक कृष्ण; बालकोनी-अं० (स्त्री०) दे० बालकनी ~यात हिं० (पु०) शिशु हत्या; चंद्र (पु०) दूज का बालकोपयोगी-सं० (वि०) बालकोचित चंद्रमा; चपलता (स्त्री०) बच्चों जैसा चंचल स्वभाव बालटी-पु० (स्त्री०) पानी आदि लाने का डोल जैसा पात्र चर (पु०) बाय स्काऊट; ~भवन (पु०) शिशु मंदिर; बालटू-अं० + हिं० (पु०) पेचदार छल्ला चर्या (स्त्री०) = बाल शुश्रूषा; छड़ हिं० (स्त्री०) | बालना-(स० क्रि०) जलाना जटामासी; छतरी - हिं० (स्त्री) 1 चुटिया 2 कबूतरों की बालपेन-अं० (पु०) नली में भरी गाढ़ी स्याहीवाली कलम छतरी; तंत्र (पु०) धात्रीकर्म; तोड़ हिं० बाल टूटने से बालम-(पु०) 1प्रेमी 2 पति होनेवाला फोड़ा; दिन, दिवस (पु०) बच्चों के बालधि-(स्त्री०) पूछ, दुम कल्याणार्थ मनाया जानेवाला एक पर्व; ~पक्षाघात (पु०) बाला-I (पु०) 1 कान में पहनने का छल्ला बच्चों को होनेवाला पक्षाघात; ~पन हिं० (पु०) बचपन; बाला-II (पु०) गेहूँ, जौ की फ़सल में लगनेवाला एक कीड़ा पुत्रक (पु०) अल्पवयस्क पुत्र; ~पुष्पी (स्त्री०) जूही; | बाला-III (वि०) 1कमसिन 2 बालस्वभाव, भोला पड़ना
SR No.016141
Book TitleShiksharthi Hindi Shabdakosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHardev Bahri
PublisherRajpal and Sons
Publication Year1990
Total Pages954
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size30 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy