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बखानना
बखानना- (स० क्रि०) 1 विस्तारपूर्वक कहना 2 प्रशंसा करना बखार-बो० (पु०) गोल एवं विस्तृत घेरा
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बखारी - (स्त्री०) छोटा बखार
बखिया - फ़ा० ( पु० ) 1 महीन और मज़बूत सिलाई 2 शक्ति, सामर्थ्य 3 गति, पहुँच 4 योग्यता
बखियाना -फ़ा० हिं० (स० क्रि०) बख़िया करना बखीर -बो० (स्त्री०) गन्ने के रस में पकी खीर बख़ील - अ० (वि०) कंजूस, सूम
बख़ीली- अ० + फ़ा० (स्त्री०) कंजूसी
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बख़ीली- अ० फ़ा० (स्त्री०) कंजूसी बखुशी-फ़ा० ( क्रि० वि० ) प्रसन्नतापूर्वक
बखूबी - फ़ा० ( क्रि० वि०) भली-भाँति, अच्छी तरह से बखेड़ा - (पु० ) 1 आडंबर 2 झगड़ा, विवाद बखेड़िया - (वि०) बखेड़ा करनेवाला बखेरना - (स० क्रि०) बिखेरना बख़ैर-फा० अ० ( क्रि० वि०) कुशलतापूर्वक बख़ैरियत - फा० अ० ( क्रि० वि०) कुशलता से बख़्त- फा० (पु० ) किस्मत, भाग्य
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बख़्तर - फ़ा० ( पु० ) = बकतर। ~बंद (वि०) = बकतरनंद
बख़्तावर - फ़ा० (वि०) भाग्यवान्
बख़्श - फ़ा० (वि०) 1 पदों के अंत में लगने पर 'देने' प्रदान करनेवाला (जैसे-जाँ बख़्श) 2 क्षमा करनेवाला, (जैसे -ख़ता - बख़्श) 3 नाम के अंत में बख़्शिश, देन (जैसे-मौला-बख़्श, खुदा-बख़्श) । ~नामा (पु० ) बख्शिशनामा बख़्शना-फ़ा० + हिं० (स० क्रि०) 1 दान देना 2 क्षमा करना 3 छोड़ देना
बख़्शवाना - फ़ा० + हि बख़्शाना-फ़ा० + हिं (स० क्रि०) 1 दिलाना 2 माफ करना
बख्शिश - फ़ा० (स्त्री०) 1 दानशीलता 2 दान 3 इनाम, पुरस्कार
4 क्षमा । नामा (पु० ) दान-पत्र
बख़्शी - फ़ा० ( पु० ) 1 खजांची 2 वेतन देनेवाला कर्मचारी बग- बो० ( पु० ) बगला
बगई - बो० (स्त्री०) 1 कुकरमाछी 2 पतली एवं लंबी घास बगछुट, बगटुट - 1 (वि०) बाग़, लगाम से मुक्त II ( क्रि० वि०) सरपट बेतहाशा
बगड़ - ( पु० ) बाड़ा, घेरा
बगदना - (अ० क्रि०) बो० 1 बिगड़ना, खराब होना 2 भटकना ३ मार्ग - च्युत होना
बगदर-बो० (पु०) मच्छर
बगदाना - (स० क्रि०) बो० 1 ख़राब करना, बिगाड़ना 2 कर्तव्य से हटना
बगना - ( अ० क्रि०) बो० 1 घूमना-फिरना 2 दौड़ना 3 भागना बगमेल - 1 (पु० ) 1 पंक्तिबद्ध होकर धावा बोलना 2 समानता, बराबरी 3 बाग़ मिलाकर चलनेवाले घुड़सवारों का दस्ता II ( क्रि० वि०) 1 बाग मिलाए हुए 2 साथ रहते हुए बग़ल - फ़ा० (स्त्री०) 1 पहलू, पार्श्व 2 समीप का स्थान (जैसे - मेरी बग़ल मत बैठो) 3 काँख 4 कुरते आदि में कंधे के नीचे लगाया जानेवाला कपड़े का टुकड़ा, बग़ली। गीर (वि०) 1 पास में रहनेवाला, पार्श्ववर्ती 2 आलिंगित;
बचन
~ गीरी (स्त्री०) 1 पास में रहना 2 आलिंगन । गरम करना सहवास, संभोग करना; गीर होना आलिंगन करना; में पास में; में ईमान दबाना बेईमानी करना; में दबाना, में दाबना 1 छिपा लेना 2 कब्ज़े में करना; ~बजाना अत्यधिक प्रसन्न होना, खुश होना
बगला - (पु० ) सारस की जाति का सफ़ेद रंग का एक पक्षी । गत (पु० ) अत्यधिक धूर्त एवं कपटी, भगती (स्त्रो०) पाखंड
बग़लियाना - I फ़ा० + हिं० (अ० क्रि०) कतराकर निकल जाना II (स० क्रि०) 1 बग़ल में करना 2 बग़ल में दबाना
3 अलग करना
बगली - (स्त्री०) 1 अँगरखे आदि में कंधे के नीचे लगाया जानेवाला टुकड़ा 2 सूई, तागा रखने की थैली, तिलेदानी 3 सेंध (जैसे-बगली लगाकर चोरी करना) बग़ली-फ़ा० (वि०) 1 बग़ल का 2 एक ओर का बगलौहाँ - फ़ा० + हिं० बो० बग़ल की ओर झुका हुआ, तिरछा बगार - बो० ( पु० ) गो-शाला बग़ावत - अ० (स्त्री०) विद्रोह बग़िया-फ़ा० + हिं० (स्त्री०) छोटा बाग़ बग़ीचा - फ़ा० ( पु० ) फुलवारी
बगुला - ( पु० ) = बगला । ~ भगत (पु० ) = बगला भगत बगूला - ( पु० ) बवंडर, चक्रवात बगेरी - (स्त्री०) खाकी रंग की एक चिड़िया, बगौधा, भरुही बग़ैर-फ़ा० + अ० ( क्रि० वि०) बिना। हाज़िरी + फ़ा० ( क्रि० वि०) बिना उपस्थिति के
बग्गी, बग्घी -अं० (स्त्री०) चार पहियों की घोड़ा गाड़ी बघंबर - (पु०) बाघ की खाल बघछाला - (पु० ) बाघंबर बघनखा - ( पु० ) 1 बाघ के नख के आकार का एक अस्त्र, शेरपंजा 2 गले में पहना जानेवाला एक तरह का
=
गहना
धार - (पु० ) 1 बघारने की क्रिया 2 तड़का, छौंक (जैसे-सब्ज़ी बघार देना) 3 बघारने से उत्पन्न सोंधी गंध 4 शोथी चर्चा, व्यर्थ का पांडित्य प्रदर्शन
बघारना - (स० क्रि०) 1 छौंकना 2 निरर्थक प्रदर्शन करना (जैसे-शेखी बघारना, अंग्रेज़ी की शान बघारना) बघेरा - बो० (पु० ) लकड़बग्घा
बघेलखंडी - I (वि०) बघेलखंड संबंधी II बघेलखंड का रहनेवाला III (स्त्री०) बघेलखंड की बोली, बघेली बच - (स्त्री०) पर्वतीय प्रदेश के जलाशयों के तट पर होनेवाला एक पौधा
बचकाना - (वि०) 1 बच्चों के काम आनेवाला (जैसे-बचकाना टोपी) 2 बच्चों की नाप का 3 बच्चों के स्वभाव का (जैसे- बचकानी बुद्धि)
बचत - (स्त्री०) 1 बचने का भाव 2 बचाव 3 बची हुई रकम
4 लाभ, नफ़ा। पत्र + सं० (पु०) बचत का प्रमाण पत्र; - बैंक + अं० (पु०) सेविंग बैंक
बचन - (पु० ) 1 वचन, बात 2 वाणी 3 प्रतिज्ञा, शपथ (जैसे-बचन पर अडिग रहना) 4 निवेदन । देना काम करने का वचन देना; बाँधना दृढ़ प्रतिज्ञा करना: माँगना