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________________ पूजित 514 पात्र; ~विधि (स्त्री०) वंदना करने का तरीका कोर-कसर न हो, पक्का (जैसे-वह काम में पूरा होशियार है) पूजित-सं० (वि०) जिसे पूजा गया हो 6 पूर्णतः संपन्न, पूर्णतः संपादित (जैसे-इस ग्रंथ को पूरा करने पूजितव्य-सं० (वि०) - पूजनीय, पूज्य में पाँच वर्ष लगे) 7 जो कार्यतः ठीक सिद्ध हो पूजोपकरण-सं० (पु०) पूजन सामग्री, पूजा सामग्री (जैसे-अध्यापक का कहना पूरा होकर रहेगा) 8 समय व्यतीत पूज्य-सं० (वि०) 1 पूजा किए जाने योग्य 2 आदर योग्य, करना (ज़िंदगी के कुछ ही दिन अब पूरे करने हैं) माननीय। ता (स्त्री०) पूज्य होना; पाद (वि०) १ संतोषजनक रूप में सफल होना (जैसे-मेरी सभी कामनाएँ पूजनीय; ~मान् (वि०) जो पूजा जाता हो, सेव्यमान; ~वर पूरी हो गईं) II (क्रि० वि०) पूर्ण रूप से. पूरी तरह से। (वि०) पूज्य और बड़ा ~उतरना भली-भाँति संपन्न होना; ~पड़ना 1 समा जाना, पूटरी-बो० (स्त्री०) खाँड़ बनने से पूर्व ईख के रस की अवस्था अँट जाना 2 कमी न होना; दिन पूरे होना, आयु, अवधि पूठा-बो० (पु०) = पुट्ठा आदि का समाप्त होना पूड़ा-(पु०) पूआ पूरित-सं० (वि०) 1 पूर्ण किया हुआ, परिपूर्ण 2 भरा हुआ, पूड़ी-(स्त्री०) दे० पूरी लबालब 3 तृप्त पूत-I (पु०) पुत्र, बेटा (जैसे-इक लख पूत सवा लख नाती) पूरी-I (स्त्री०) रोटी की तरह तेल, घी में छाना हुआ प्रसिद्ध पूत-II सं० (वि०) पवित्र, शुद्ध पकवान II (वि०) 'पूरा' का स्त्री० (जैसे-वह पूरी पुस्तक पढ़ पूतात्मा-सं० (वि०) पवित्र अंतःकरणवाला, शुद्ध हृदयवाला गया) III (स्त्री०) घास आदि का छोटा पूला पूर्ति-सं० (स्त्री०) 1 पवित्रता, शुद्धता 2 दुर्गध। व्रण | पूर्ण-सं० (वि०) 1 पूर्णतः भरा हुआ (जैसे-जल पूर्ण कलश) ... (पु०) अत्यंत दुर्गंधवाला एक फोड़ा 2 पूरी तरह से युक्त (जैसे-पूर्ण अधिकार प्राप्त) 3 हर प्रकार पूतिक-I सं० (पु०) 1 दुर्गंध 2 विष्ठा, मल II (वि०) जो से तृप्त और संतुष्ट (जैसे-मेरी सभी मनोकामनाएँ पूर्ण हो गईं) दुर्गंध से भरा हो, बदबूदार 4 सब का सब, समूचा, पूरा, समस्त (जैसे-पूर्ण योजनाएँ पूती-(स्त्री०) 1 गाँठ रूप में पौधों की जड़ 2 लहसुन आदि की अच्छी तरह सफल हो गईं) 5 सफल, सिद्ध (जैसे-संकल्प गाँठ पूर्ण होना) 6 समाप्तप्राय होना (जैसे-आयु पूर्ण होना. दंड की पूतीकरण-सं० (पु०) पवित्र करने की क्रिया अवधि पूर्ण होना)। -काम (वि०) 1 जिसकी कामनाएँ पूनी-(स्त्री०) 1 सूत कातने की रूई की बत्ती पूर्ण हो गई हों 2 कामना रहित, निष्काम; ~कालिक (वि०) पूनो-बो० (स्त्री०) = पूर्णिमा जो पूरे समय का हो (जैसे-पूर्ण कालिक रोज़गार, पर्ण कालिक पूप-सं० (पु०) मीठी पूरी योजना); -क्रिया द्योतक (वि०) पूर्ण क्रिया का बोध पपूली-सं० (स्त्री०) छोटा पूआ करानेवाला: गर्भा (स्त्री०) जिस स्त्री के गर्भ के दिन परे हो पूयन-सं० (पु०) फोड़े का पीप, मवाद । ~रक्त (पु०) चुके हों; चंद्र (पु०) पूर्णिमा का चंद्रमाः ता (स्त्री०) . 1 नाक से पीव मिला रक्त निकलने का रोग 2 पीव मिला रक्त पूर्ण होने की अवस्थाः भूत (पु०) किसी क्रिया का पूर-I (पु०) 1 पकवान के अंदर भरा जानेवाला मसाला | भूतकाल में पूर्ण होने का रूपः ~मासी (स्त्री०) - पूर्णिमा, 2 कार्य पूरा करने की क्रिया II (वि०) पूर्ण पूनो; ~रूपेण (वि०) पूरी तरह से: वयस्क (वि०) पूरा पूरक-सं० (वि०) 1 पूरा करनेवाला 2 तुष्ट करनेवाला (जैसे-वे बालिरा; विराम (पु०) वाक्य की समाप्ति का सूचक चिह्न, एक दूसरे के पूरक हैं) फुल स्टाप; सत्ता (स्त्री) पूरा अधिकार पूरण-1 सं० (पु०) 1 पूरा करने की क्रिया 2 पूर्ति करना II पूर्णतः, पूर्णतया-सं० (अ०) ५. पूर्ण रूपेण (वि०) पूरा करनेवाला । पूर्णाक-सं० (पु०) 1 पूरी संख्या 2 प्रश्न पत्र के लिए निर्धारित पूरणीय-सं० (वि०) पूर्ण किए जाने योग्य अंक 3ग अविभक्त संख्या पूरन-पूरी-(स्त्री०) मीठी कचौरी पूर्णाश-सं० (वि०) पूरा भाग पूरना-I (स० क्रि०) 1 कमी को दूर करना, कमी को पूरा पूर्णाभिलाष-सं० (वि०) 1 जिसकी अभिलाषाएँ पूर्ण हो चुकी करना 2 अच्छी तरह भरना 3 आच्छादित करना, ढाँकना हों 2 तृप्त, संतुष्ट 4 सफल करना 5 पवित्र स्थान पर चौक बनाना (जैसे-चौक पूर्णायु-1 सं० (वि०) पूरी उम्रवाला, सौ वर्ष का II (स्त्री०) पूरना) 6 बटकर तैयार करना (जैसे-सेवई पूरना) || (अ० - पूरी आयु, सारा जीवन क्रि०) 1 पूरा होना 2 व्याप्त होना, ओत-प्रोत होना 3 समाप्त पूर्णावतार-सं० (पु०) सोलहों कलाओं से युक्त अवतार होना पूर्णाहति-सं०. (स्त्री०) 1 यज्ञ समाप्ति पर दी जाने वाली पूरब-I (पु०) 1 सूर्य उदित होने की दिशा, पूर्व, प्राची 2 पूर्व में ___ आहुति 2 कार्य समाप्ति पर किया जानेवाला अंतिम कृत्य पड़नेवाला क्षेत्र, प्रदेश, स्थान II (वि०) - पूर्व II (क्रि० पूर्णिमा-सं० (स्त्री०) चांद्र मास के शुक्ल पक्ष की अंतिम तिथि वि०) पूर्व, पहले पूर्णमासी . पूरबी-(वि०) 1 पूरब का, पूरब संबंधी 2 पूर्व दिशा से | पूर्णोपमा-सं० (पु०) उपमा अलंकार का पहला भेद जो आनेवाला उपमेय, उपमान, वाचक और धर्म सभी अंगों से युक्त रहता है पूरयिता-सं० (पु०) पूर्ण कर्ता, पूरक | पूर्त-1 सं० (वि०) 1 पूरी तरह भरा हुआ 2 ढका हुआ || पूरा-! (वि०) 1 भरा हुआ, परिपूर्ण 2 यथेष्ट, भरपूर 3 समग्र, . (पु०) पूर्णता। विभाग (पु०) सरकारी विश्वग जो समूचा, सारा 4 जो विस्तृत एवं व्याप्त हो 5 जिसमें कुछ भी । सड़क, पुल, नहर आदि का निर्माण कराता है; -संस्था माग
SR No.016141
Book TitleShiksharthi Hindi Shabdakosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHardev Bahri
PublisherRajpal and Sons
Publication Year1990
Total Pages954
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size30 MB
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