________________
ट्रायल
331
ठगाई
संघ
शक्ति से चलनेवाली गाड़ी। ~कार, ~गाड़ी + हिं०ठंढक-(स्त्री०) 1 हल्की ठंढ 2 तृप्ति, संतोष (स्त्री०) ट्राम पर चलनेवाली गाड़ी; ~लाइन (स्त्री०) ट्राम | ठंढा-(वि०) - ठंडा । के लिए बनी पटरी: ~वाला + हिं० (पु०) ट्राम चालक; ठंढाई-(स्त्री०) = ठंडाई ~वे (स्त्री०) - ट्राम
ठई-(स्त्री०) 1 अवस्था, दशा 2 स्थिति ट्रायल-अं० (पु०) । परीक्षण, जाँच, परख 2 (विधि) न्याय ठक-1 (स्त्री०) ठोकने का शब्द (जैसे-बर्तन पर आघात करने विचार, विचारण
से ठक-ठक होना) || (वि०) सत्राटे में आया हुआ, स्तब्ध, ट्रिगर-अं० (पु०) बंदूक का घोड़ा
भौंचक्का (जैसे-ठक रह जाना)। ठक (स्त्री०) ट्रिब्युनल-अं० (पु०) अधिकरण
1 बार-बार आघात करने से होनेवाला शब्द 2 कहा-सुनी, तू-तू ट्रेंच-अं० (पु०) खाई, खंदक ट्रे-अं० (स्त्री०) बड़ी तश्तरी
ठकठकाना-I (स० क्रि०) 1 ठक-ठक ध्वनि करना 2 खूब ट्रेक्ट-अं० (पु०) गुटका, पुस्तिका
पीटना ट्रेजेडी-अं० (स्त्री०) 1 त्रासदी 2 दुखांत घटना
ठकठकाना-II (अ० क्रि०) ठक-ठक ध्वनि होना ट्रेड-मार्क-अं० (पु०) व्यापार चिह्न, मार्का
ठकठकिया-(वि०) 1 ठक-ठक शब्द उत्पन्न करनेवाला ट्रेड-यूनियन-अं० (स्त्री०) व्यापार संघ, श्रमिक संघ, मज़दूर 2 बखेड़िया, हुज्जती
ठकठोआ-(पु०) 1करताल 2 करताल बजाकर भीख ट्रेड-यूनियनिस्ट-अं० (पु०) श्रमिक संघवादी
माँगनेवाला ट्रेडिल-मशीन-अं० (स्त्री०) छापे की छोटी मशीन ठकमुरीं-(स्त्री०) स्तब्धता ट्रेन-अं० (स्त्री०) रेलगाड़ी
ठकार-सं० (पु०) 'ठ' अक्षर ट्रेनर-अं० (पु०) प्रशिक्षक
ठकुरसुहाती-(स्त्री०) खुशामद, चापलूसी ट्रेनिंग-अं० (स्त्री०) प्रशिक्षण (जैसे-शिक्षा की ट्रेनिंग पाना)। ठकुराइत-(स्त्री०) = ठकुरायत
~केंद्र + सं० (पु०) प्रशिक्षण केंद्र; ~ग्राउंड (पु०) ठकुराइन-(स्त्री०) = ठकुरानी प्रशिक्षण स्थल; ~प्राप्त + सं० (वि०) जिसने प्रशिक्षण | ठकुराई-(स्त्री०) 1 ठाकुर होने की अवस्था 2 ठाकुरों का सा पाया हो, प्रशिक्षित
आधिपत्य 3 मनमानापन 4 बड़प्पन, महत्त्व 5 ज़मींदारी ट्रैक्टर-अं० (पु०) कृषि इंजन। ~ड्राइवर (पु०) ट्रेक्टर 6 सरदारी चालक
ठकुरानी-(स्त्री०) 1 राजपूत जाति की स्त्री 2 ठाकर, ज़मींदार ट्रैफ़िक-अं० (पु०) यातायात। लाइट (पु०) यातायात की पत्नी 3 मालकिन, स्वामिनी
प्रकाश; विभाग + सं० (पु०) यातायात विभाग ठकुरायत-(स्त्री०) 1 प्रभुता, स्वामित्व 2 अधीश्वरता ट्रौली-अं० (स्त्री०) 1रेल की पटरियों पर चलनेवाली 3 शासनाधीन प्रदेश ठेला-गाड़ी 2 ठेला-गाड़ी
ठकोरी-(स्त्री०) सहारा लेने की छड़ी ठक्कर-(स्त्री०) दे० टक्कर ठक्कुर-(पु०) ठाकुर, देवता, देव प्रतिमा ठग-(पु०) 1 धोखा देकर लूटनेवाला 2 धोखेबाज़ आदमी
3 छली। ~पना (पु०) 1 ठगहाई 2 ठगने की क्रिया 3 धूर्तता; ~मूरी (स्त्री०) ठगने की गर्ज़ से सँघाई जानेवाली जड़ी; मोदक + सं०, लाडू (पु०) नशीला बेहोश करनेवाला लड; ~लीला + सं० (स्त्री०) ठगी, धोखाधड़ी:
विद्या (स्त्री०) धोखा देने का हुनर
ठगई- बो० (स्त्री०) धोखेबाज़ी, ठगी ठंठ-(वि०) 1 जिसकी डालें और पत्तियाँ सूख और झड़ गई हों, | ठगड़ा-(पु०) = ठग
ढूंठा 2 जिसका दूध सूख गया हो, ठाँठ 3 निर्धन, अकिंचन ठगण-सं० (पु०) छंदशास्त्र में पाँच मात्राओं का एक गुण ठंठार-(वि०) 1 ठनठन गोपाल 2 खाली, रीता
ठगना-I (स० क्रि०) 1 धोखा देकर लूटना 2 दगाबाज़ी करना ठंठी-I (स्त्री०) पीटने के बाद बाल में लगा अन्न II (वि०) 3 धोखा देना, छलना 4 अधिक दाम लेना 5 वंचना करना
6 मोहित करके अपना वशवर्ती बनाना (जैसे-उसकी सुंदरता ने ठंड- बो० (स्त्री०) = सर्दी
मुझे खूब ठगा) II (अ० क्रि०) 1 ठगाना 2 चकित होना ठंडक-(स्त्री०) = ठंढक
ठगनी-(स्त्री०) 1 ठग की पत्नी 2 धोखा देनेवाली स्त्री 3 कुटनी ठंडा-(वि०) 1 ठंढा, शीतल (जैसे-ठंडा पानी पीना) 2 बुझा | ठगवाना-(स० क्रि०) 1 दूसरे द्वारा धोखा दिलवाना 2 ठगे
हुआ (जैसे-आग ठंडी हो गई) 3 बेरौनक, श्रीहत जाने में सहायक होना ठंडाई-(स्त्री०) 1 शीतलता 2 मसालेदार ठंढा पेय ठगहाई- बो० (स्त्री०) = ठगपना ठंढ-(स्त्री०) शीत, सर्दी (जैसे-कड़ाके की ठंढ पड़ रही है) | ठगहारी-(स्त्री०) = ठगई ठंढई-(स्त्री०) = ठंढाई
| ठगाई- बो० (स्त्री०) ठगी
ठ