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________________ जिप्सी जिप्सी - अं० (पु०) बंजारा, कंजर, खानाबदोश ज़िबह - अ० (पु० ) गला काटना जिभला बो० (वि०) चटोर, जिह्वालोलुप जिमखाना- अं० + फ़ा० (पु०) सार्वजनिक व्यायामशाला एवं क्रीडास्थल जिमनार - ( स्त्री०) भोज जिमनास्टिक-अं० (पु०) व्यायाम, कसरत जिमाना - (स० क्रि०) भोजन कराना, खिलाना ज़िम्मा - अ० ( पु० ) 1 संरक्षण का भार 2 कार्य संपादित करने का दायित्व (जैसे- अपने ऊपर किसी कार्य का ज़िम्मा लेना) 3 जवाबदेही, उत्तरदायित्व दार फ़ा० (वि०) ज़िम्मेदार; दारी फ़ा० ज़िम्मेदारी; वार फ़ा० (वि०) ज़िम्मादार; ~वारी + फ़ा० (स्त्री० ) = ज़िम्मादारी ज़िम्मेदार अ० + फ़ा० (पु०) किसी कार्य, बात आदि का दायित्व लेनेवाला व्यक्ति (जैसे वह ज़िम्मेदार व्यक्ति है ) ज़िम्मेदारी -अ० + फ़ा० (स्त्री०) ज़िम्मेदार होने की अवस्था, उत्तरदायित्व का काम (जैसे- ज़िम्मेदारी महसूस करना) ज़िम्मेवार - अ० + फ़ा० (वि०) ज़िम्मेदार ज़िम्मेवारी-अ० + फ़ा० (स्त्री०) जियान - फ़ा० ( पु० ) 1 नुकसान, हानि 2 आर्थिक हानि, घाटा ज़ियाफ़त - अ० (स्त्री०) 1 मेहमानदारी, आतिथ्य 2 दावत, भोज ज़िम्मेदारी + = = 303 ज़ियारत - अ० (स्त्री०) 1 साधु-संत, देव प्रतिमा के दर्शनार्थ जाना 2 तीर्थयात्रा । गाह + फ़ा० (पु०) दर्शनीय स्थल, दरगाह ज़ियारती + फ़ा० (वि०) 1 ज़ियारत से संबंध रखनेवाला 2 ज़ियारत हेतु कहीं जानेवाला जिरगा - फ़ा० ( पु० ) 1 मंडली, दल, सामूहिक सभा, सम्मेलन जिरह - अ० ( पु० ) 1 व्यर्थ में किया जानेवाला तर्क 2 न्यायालय में की जानेवाली पूछ-ताछ (जैसे-जज ने वकील से जिरह की) ज़िरह - फ़ा० (स्त्री०) छाती पर पहना जानेवाला लोहे का जाल । पोश जिरह पहननेवाला व्यक्ति । ज़िरही-फ़ा० (वि०) जिसने जिरह पहना हो ज़िराअत-अ० (स्त्री०) खेती, कृषि पेशा + फ़ा० (पु० ) किसान, खेतिहर ज़िराअती- अ० (वि०) कृषि संबंधी, कृषि का जिराफ - अं० (पु० ) अफ्रीका के जंगलों में पाया जानेवाला = हिरन की जाति का एक पशु जिरायत - अ० (स्त्री०) ज़िराअत जिला - अ० (स्त्री०) 1 चमकाने की क्रिया 2 चमक-दमक । कार + फ्रा० (पु०) चमकानेवाला कारीगर जिला - अ० (पु० ) 1 प्रदेश, प्रांत 2 प्रांत का सबसे बड़ा भाग, जनपद । जज + अं० (पु०) ज़िले का प्रधान न्यायाधिकारी, डिस्ट्रिक्ट जज; ~दार +फ़ा० (पु० ) = ज़िलेदार, दारी फ़ा० (स्त्री०) जिलेदारी; ~ न्यायालय कचहरी; परिषद + सं० (स्त्री०) डिस्ट्रिक्ट बोर्ड; ~पालिका + सं० (स्त्री०), बोर्ड अं० (पु०) ज़िले के निर्वाचित प्रतिनिधियों की संस्था मंडली + सं० (स्त्री०) ज़िले के लोगों द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों का संगठन जो ज़िले की शिक्षा, स्वास्थ्य, यातायात आदि की व्यवस्थ + सं० (पु० ) + जिलेवार करता है; वार फ़ा० (वि०) जिलाधिकारी -अ० + सं० (पु०) कलक्टर जिलाधीश- अ० + सं० (पु०) जिला मजिस्ट्रेट जिलाना - (स० क्रि०) 1 मृत शरीर को पुनः जीवित करना, जीवन देना 2 मरते हुए को मरने से बचाना 3 पालना -पोसना (जैसे- तोता जिलाना ) जिलेटिन - अं० (स्त्री०) सरेस ज़िलेदार - अ० + फ़ा० (पु० ) 1 जमींदार का कारिंदा जो गाँव का लगान वसूल करे 2 सिंचाई विभाग में कर वसूल करनेवाला अधिकारी जिह्मग = + S ज़िलेदारी -अ० + फ़ा० (स्त्री०) ज़िलेदार का काम जिलेवार - अ० फ़ा० ( क्रि० वि०) ज़िले के अनुसार जिल्द - अ० (स्त्री०) 1 काग़ज़, चमड़े आदि से मढ़ी हुई दफ़्ती 2 पुस्तक की प्रति 3 त्वचा । गर फ़ा० ( पु० ) ज़िल्दबंद; ~दार + फ़ा० (वि०) जिसकी जिल्द बँधी हो; बंद फ़ा० (पु० ) किताबों की जिल्द बाँधनेवाला कारीगर बंदी + फ़ा० ~वाला + हिं० (वि०) + (स्त्री०) जिल्द बाँधने का काम; = जिल्ददार; ~ साज़ + फ़ा० (पु० ) = जिल्दबंद; ~ साज़ी + फ़ा० (स्त्री० ) = जिल्दबंदी जिल्दी -अ० (वि०) त्वचा संबंधी = जिल्लत - अ० (स्त्री०) 1 अपमान, तिरस्कार 2 हीनता, दुर्गति । ~ उठाना अपमानित होना, लज्जित होना जिल्होर- बो० (पु०) अगहनी धान जिव-बो० (पु०) जीव जिष्णु - I सं० (वि०) विजय प्राप्त करनेवाला, विजयी II (पु० ) विष्णु जिस - (सर्व०) 'जो' का विकारी रूप एकवचन (जैसे- जिसको, जिसका, जिसने ) जिसिम - अ० ( पु० ) जिसे - ( सर्व०) जिसको जिस्ता - ( पु० ) 1= जस्ता 2 = दस्ता जिस्म - अ० ( पु० ) शरीर, देह, बदन जिस्मानी - अ० (वि०) शारीरिक (जैसे- जिस्मानी ताकत का प्रयोग करना) ज़िहन - अ० ( पु० ) = जेहन, बुद्धि । खुलना 1 बुद्धि साफ़ होना 2 अक्ल तेज़ होना; में बैठना अच्छी तरह समझ में आना जिहनी - अ० (वि०) बौद्धिक, दिमाग़ी जिहाद - अ० (पु० ) धर्मयुद्ध (जैसे-जिहाद छेड़ना) । ~का झंडा खड़ा करना धर्म के नाम पर लड़ाई छेड़ना, धर्म युद्ध शुरू करना जिहासा-सं० (स्त्री०) त्याग की इच्छा जिहासु सं० (वि०) त्याग की इच्छा रखनेवाला जिहीर्षा-सं० (स्त्री०) हरण करने की इच्छा जिहीर्षु-सं० (वि०) हरण करने की कामना करनेवाला जिल्हा - I सं० (वि०) 1 टेढ़ा, वक्र 2 क्रूर, निर्दय 3 कपटी, छली 4 दुष्ट, पाजी 5 दुःखी, खिन्न 6 मंद, धीमा II (पु० ) अधर्म । ~ता (स्त्री०) 1 टेढ़ापन 2 घीमापन 3 कुटिलता 4 दुष्टता जिह्मग- I सं० (वि०) 1 टेढ़ी चाल चलनेवाला 2 धीमी चाल चलनेवाला 3 चालबाज़ II ( पु० ) साँप, सर्प जिस्म, शरीर
SR No.016141
Book TitleShiksharthi Hindi Shabdakosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHardev Bahri
PublisherRajpal and Sons
Publication Year1990
Total Pages954
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size30 MB
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