SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 184
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 170 कुटना बुरी सलाह, कुमंत्रणा; ~पाठी (वि०) उपद्रवी, दुष्ट; -पात्र | कुकड़ी-I (स्त्री०) 1 कच्चे सूत का लच्छा 2 मदार का फल (वि०) अयोग्य; ~पुत्र (पु०) कपूत; ~पोषण (पु०) | 3 मुरगी II (स्त्री०) खुखड़ी ठीक आहार-विहार न होना; ~प्रथा (स्त्री०) अशुभ रिवाज़; | कुकहूँ कूँ-(स्त्री०) मुर्गे की आवाज़ प्रबंध (पु०) बुरा प्रबंध, बदइंतजाम; प्रभाव (पु०) कुकुद-सं० (पु०) 1 बैल का डिल्ला 2 चोटी बुरा असर; ~प्रयोग (पु०) अन्चित रूप से किया गया कुकुर-सं० (पु०) कुत्ता। खाँसी, ~ढाँसी + हिं प्रयोग; ~प्रवृत्ति (स्त्री०) 1 बुरी तरफ़ झुकाव 2 बुरा स्वभाव; (स्त्री०) कष्ट देनेवाली संक्रामक खाँसी; ~माछी + हिं. प्रसिद्धि (वि०) जिसकी बदनामी हुई हो; ~फल (पु.) __ (स्त्री०) कुत्ते आदि पशुओं को लगनेवाली एक मक्खी = कुपरिणाम; ~बत + हिं० (स्त्री०) बो० 1 निंदा 2 बुरी मुत्ता । हिं० (पु०) सीली जगहों पर उगनेवाला बात; ~बानि + हिं० (स्त्री०) बुरी आदत; ~बुद्धि । एक पौधा (वि०) नासमझ II (स्त्री०) नासमझी; बेला (स्त्री०) | कुक्कुट-सं० (पु०) 1 मुरगा 2 बनमुर्गा 1 अतिसमय 2 बुरा समय; ~भाव (पु०) बुराभावल; कुक्कुर-सं० (पु०) = कुकुर द्वेषभाव; ~मंत्रणा (स्त्री०) अनुचित सलाह; ~मति । कुक्ष-सं० (पु०) पेट, उदर (वि०) बुरी बुद्धिवाला II (स्त्री०) बुरी बुद्धि; ~मार्ग कुक्षि-सं० (स्त्री) 1 कोख 2 पेट (पु०) कुपथ; ~मार्गी (वि०) बुरे मार्ग का अनुसरण कुख्यात-सं० (वि०) बदनाम करनेवाला, कुचाली; ~मुख (पु०) दुर्मुख; यश (पु०) कुच–सं० (पु०) स्तन, उरोज = कुनाम; ~योग (पु०) 1 अशुभ मिलन 2 अनिष्ट संयोग कुचकुचाना-(स० क्रि०) 1कोंचना, चुभाना 2 थोड़ा रंग + हिं० (वि०) बुरे रंगवाला, रव + हिं० (वि०) कुचलना कर्कश स्वरवाला; ~राहफ़ा० (स्त्री०) 1 कुपथ कुचलना-(अ० क्रि०) 1 मसलना 2 रौंदना 2 ऊबड़-खाबड़ रास्ता; ~रीति (स्त्री०) 1 अनुचित प्रथा, कुचला-(पु०) कुचलकर बनाया गया भोज्य पदार्थ कुप्रथा 2 बुरा ढंग; ~रुखफ़ा० (वि०) नाराज़, कुपित; | (जैसे-कुचला हुआ बैंगन का भुर्ता) ~रुचि (स्त्री०) बुरी लगन; रूप (वि०) बुरी सूरतवाला, कुचली-(स्त्री०) कुचलने वाले दाँत, सीता दाँत बदसूरत; ~रूपता (स्त्री०) कुरूप होने की अवस्था; कुचालक-सं० (वि.) 1 जिसमें विद्युत एवं ताप का परिचालन लक्षण, ~लच्छन + हिं० (वि०) बो० बरे लक्षणोंवाला, सुगमता से न हो सके 2 बुरा चालक अशुभ; ~लच्छनी + हिं? (स्त्री०) बो० बुरे लक्षणोंवाली कुचित-सं० (वि०) 1 संकुचित 2 अल्प, कम स्त्री; ~वाच्य I (पु०) 1 दुर्वचन 2 गाली II (वि०) न कुचिया-(स्त्री०) छोटी टिकिया कहने योग्य; ~वासना (स्त्री०) पापमय वासना; विचार कुचैला-(वि०) 1 जो गंदा कपड़ा पहना हो 2 मलिन, गंदा (पु०) दूषित विचार, निंदनीय विचार; ~वृत्ति I (स्त्री०) (जैसे-मैला-कुचैला) निदित आचरण II (वि०) दुराचारी; ~व्यवस्था (स्त्री०) कुछ-I (वि०) थोड़ा सा, तनिक (जैसे-कुछ पैसे, कुछ पानी) बदइंतज़ामी; व्यवहार (पु०) निंदनीय व्यवहार; ~शासन II (सर्व०) कोई। ~एक (वि०) थोड़ा-सा; ~ऐसा (पु०) 1 बुरा राज्य 2 बुरा राज्य प्रबंध; ~संग (पु०), (वि०) विलक्षण; ~कुछ (अ०) किसी क़दर; ~कर देना ~संगति (स्त्री०) बुरी सोहबत; ~संस्कार (पु०) जादू-टोना कर देना; कर बैठना अनिष्ट कर डालना; 1 कुवासना, कुधारणा 2 कुप्रभाव; सगुन + हिं० (पु०) -कहना कोई अनुचित बात कहना; ~का कुछ उल्टा; अपशकुन समय (पु०), साइत + हिं० (स्त्री०) बुरा ~खा लेना जहर खा लेना; ~ चलना वश न चलना; समय, कुअवसर; ~सूत + हिं० (पु०) 1 ख़राब सूत 2 बुरा न पूछिये 1 कहने की बात नहीं 2 क्या कहना, क्या बात; प्रबंध, कुप्रबंध न लगाना, न समझना गर्व करना, बड़ा कुआँ (पु०) 1 भूगर्भस्थ जल 2 तेल निकालने के लिए खोदा समझना गया गहरा गोला गढ़ा। ~खोदना 1 अहित करने का उपाय कुछेक-(वि०) थोड़ा-सा करना 2 कठोर परिश्रम करना; कुँए की मिट्टी कुएँ में कुज्झटिका-सं० (स्त्री०) कोहरा लगना जहाँ का धन वहीं खर्च होना; ~कुएँ अँकाना | कुटंत-(स्त्री०) 1 मार पड़ना, पिटाई 2 कूटने की 1 परेशान करना 2 तलाश में इधर-उधर दौड़ाना; ~कुएँ झाँकना हैरान होना, भटकना; कुएँ पर से प्यासे लौट आना कुट-सं० (पु०) गढ़, किला 2 घर [स्त्री० कुटी] निराश होकर लौट आना; ~कुएँ में गिरना जान बूझकर कुट-(पु०) कूटा हुआ टुकड़ा संकट में फँसना; कुएँ में ढकेलना जीवन बर्बाद करना; कुएँ | कुटक-(पु०) हल का फाल में बाँस डालना बहुत ढूँढ़ना, अत्यधिक खोज करना; कुएँ में कुटका-(पु०) 1 छोटा टुकड़ा 2 काढ़ा जानेवाला तिकोना बूटा भाँग पड़ना सबकी अक्ल मारी जाना, बेवकूफ़ बनना कुटनपन, कुटन पेशा- + फ़ा० (प.) 1 स्त्रियों को बहकाकर कुआर-(पु०) आश्विन मास गलत मार्ग पर ले जाने का पेशा, कुटनी का पेशा 2 झगड़ा कुआरपन-(पु०) = कुँवारपन लगाने का काम कुआरा-(वि०) = कुँवारा कुटना-I (पु०) 1 स्त्रियों को बहकाकर-भगाकर व्यभिचार मार्ग कुकटी-(स्त्री०) 1 लालिमायुक्त 2 एक तरह की कपास पर ले जानेवाला व्यक्ति, दलाल 2 फूट डालनेवाला व्यक्ति कुकड़ना-(अ० क्रि०) सिकुड़ना, चिमटना II (अ० क्रि०) 1कूटा जाना 2 मारा-पीटा जाना क्रिया
SR No.016141
Book TitleShiksharthi Hindi Shabdakosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHardev Bahri
PublisherRajpal and Sons
Publication Year1990
Total Pages954
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size30 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy