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कष्टी
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कस्तूरिया
कष्टी-सं० (वि०) कष्ट पानेवाला, पीड़ित
खाना + फ़ा०बाड़ा, हिं० (पु०) बूचड़खाना; कस-I (पु०) कसौटी (जैसे-कस पर खींचना) II (पु०) का पिल्ला मोटा-ताजा. -के छंटे बँधना 1 बेदर्द के . 1 दाब, क़ाबू (जैसे-उसे कसकर रखना, कस में रखना) पल्ले पड़ना 2 निर्दयी व्यक्ति से ब्याह होना 2 दृढ़ता, मज़बूती 3 रुकावट, रोक III (पु०) कसाव । कसाई-(स्त्री०) 1कसने की क्रिया 2 कसने की मज़दूरी, या
दार + फ़ा० (वि०) 1 बलवान 2 जाँचा हुआ; बल पारिश्रमिक (पु०) । कार्यशक्ति 2 कर्मण्यता 3 हिम्मत
कसाकस-(वि०) अत्यधिक, (जैसे कसाकस भीड़) कसक--(स्त्री०) रुक-रुक कर होनेवाली पीड़ा, टीस 2 खटक कसाकसी-(स्त्री०) तनातनी, वैर विरोध
3 अभिलाषा (जैसे-दिल की कसक पूरी नहीं हो पाई) कसाना-[ (अ० क्रि०) कसैला स्वाद होना II (स० क्रि०) कसकना-(अ० कि०) 1 टीसना 2 कसक होना
कसवाना कसकुट-(पु०) काँसा
कसाफ़त-अ० (स्त्री०) गाढ़ापन 2 स्थूलता 3 मैलापन, गंदगी कसगर-फा० (पु०) मिट्टी के बरतन बनानेवाली एक जाति | कसार-(पु०) पंजीरी कसन-(स्त्री०) 1 कप्सना 2 कसाव 3 कसने की रस्सी 4 घोड़े कसालत-अ० (स्त्री०) सुस्ती, शिथिलता का तंग
कसाला-(पु०) 1 कठिा, कष्टकर श्रम 2 दुःख, कष्ट 3 खटाई कसना-1 (स० क्रि०) 1 खींचकर बाँधना 2 पेंच, पुरज़े को ! कसाव-I (पु०) कसैलापन II (पु०) 1खिचाव 2 कसे कड़ा बैठाना 3इँसकर भरना 4 कसौटी पर घिसना 5 परखना | जाने की क्रिया 6 ढीली चीज़े, गाँठ आदि कड़ा करना II (अ० क्रि०) | कसावट-(स्त्री०) तनाव, खिंचाव 1 बंधन या फंदा कड़ा होना 2 खिंचना 3 जकड़ा जाना III | कसियाना-(अ० क्रि०) कसैला होना, कसाना (पु०) कसने या बाँधने का साधन
कसी-(स्त्री०) 1कस्सी हलका फाल कसनी-I (स्त्री०) 1 सामान आदि कसनेवाली रस्सी 2 बेठन | क़सीदा-अ० (पु.) उर्दू-फ़ारसी का एक पद्य जो निंदात्मक या 3 अँगिया 4 कसौटी II (स्त्री०) कसेरों की एक प्रकार की प्रशंसात्मक होता है। हथौड़ी
| कसीदा-फा० (पु.) कपड़े पर बेल-बूटे बनाने का काम कसब-अ० (पु०) 1 कमाना 2 पेशा, धंधा 3 कौशल (जैसे-कसीदा काढ़ना) 4 वेश्यावृत्ति
कसीदेदार-फ़ा० (वि०) बेल बूटेदार कसबा-अ० (पु०) छोटा शहर
कसीर-अ० (वि०) अत्यधिक, प्रचुर, ज़्यादा कसबाती--अ० + फ़ा० (वि०) नगरवासी
कसीस-I (पु०) नीला थोथा II (स्त्री०) 1 निर्दयता 2 तनाव क्रसबी-अ० + फा० (स्त्री०) व्यभिचार से जीविका 3 आकर्षण
चलानेवाली स्त्री 2 वेश्या, रंडी। खाना (पु०) वेश्यालय, क़सूर-अ० (पु०) 1 अपराध 2 दोष 3 भूल। ~मंद + फ़ा०, रंडीखाना
~वार फ़ा० (वि०) 1 अपराधी 2 दोषी क़सम---अ० (स्त्री०) 1 शपथ, सौगंध 2 प्रतिज्ञा (जैसे-झूठी कसेरहट्टा-(पु०) = कसरहटटा कसम)। उतारना उत्तरदायित्व से मुक्त होना; ~खाना | कसेरा-(पु०) बर्तन बनानेवाला एवं बेचनेवाला
कार्य करने की प्रतिज्ञा करना; - खाने को नाम मात्र को; | कसेरिन-(स्त्री०) बर्तन बनाने एवं बेचने का काम करनेवाली • खिलाम बाध्य करना कसमस-(स्त्री, - कसमसाहट
कसेरु-(पु०) एक प्रकार की मोठी और स्वादिष्ट मोथे की जड़ कसमसाना-(अ० क्रि०) 1कुलबुलाना 2 छटपटाना । कसैया- बो० (वि०) 1कसनेवाला 2 परखनेवाला 3 घबड़ाना 4 हिचकिचाना 5 बैचैनी होना
कसैला-(वि०) जीभ को कसनेवाले स्वादवाला। -पन कसमसाहट (स्त्री०) ।बैचेनी 2 कुलबुलाहट
__ (पु०) कसैले होने की अवस्था (जैसे-आँवले का कसर-अ० (स्त्री०) कमी, न्यूनता; ~करना, । कसैलापन)
रखना कमी रखना; खाना घाटा सहना; निकलना | कसैली-(स्त्री०) सुपारी 1 घाटा पूरा होना 2 बदला मिलना; निकालना 1 बदला कसोरा-(पु०) 1 मिट्टी का प्याला या कटोरा 2 कटोरा लेना 2 घाटा पूरा करना
कसौटी-(स्त्री०) 1 सोना परखने का एक काला पत्थर कसरत-I अ० (स्त्री०) व्यायाम, वर्जिश II (स्त्री०) अधिक्य, (जैसे-कसौटी पर परखना) 2 परख, जाँच बहुलता; राय (स्त्री) बहुमत
कस्टडी-अं० (स्त्री०) संरक्षा कसरती-अ० + हिं० (वि०) 1 व्यायाम करनेवाला 2 कसरत कस्टम अफसर-अं० (पु०) सीमा शुल्क अधिकारी करके बनाया हुआ (कसरती शरीर)
कस्टम कर-अं० + सं० (पु०) सीमाशुल्क कसरहट्टा-(पु.) कसेरों की हाट ।
कस्टमर-अं० (पु०) ग्राहक, क्रेता कसवाना-(स० क्रि०) कसने के काम कराना
कस्टम हाउस-अं० (पु०) चुंगी घर कसहँड़ा-(पु०) काँसे का बना चौड़े मुँह का बर्तन कस्तूर, कस्तूरा-(पु०) 1 कस्तूरी मृग 2 कस्तूरी के समान एक कसा-(वि०) 1 घना 2 कसा हुआ। ~कसाया I (वि०) | सुगंधित पदार्थ बैंधा हुआ II (क्रि०/वि०) कसकर
|कस्तूरिया-(वि०) 1 कस्तूरी का 2 जिसमें कस्तूरी हो 3 कस्तुरी कसाई-I अ० (पु०) कसाव, बूचड़ II (वि०) निर्दयी। | के रंग का, मुश्की
जाति