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उपायन
उपायन -सं० (पु० ) भेंट, उपहार उपायी-सं० (वि० ) उपाय करनेवाला उपायुक्त -सं० (पु० ) डिप्टी कमिश्नर उपायोजन-सं० ( पु० ) छोटा आयोजन उपार्जक सं० (वि० ) 1 पैदा करनेवाला 2 कमानेवाला उपार्जन -सं० (पु० ) 1 पैदा करना 2 कमाना उपार्जित -सं० (वि०) 1 कमाया हुआ 2 पैदा किया हुआ
3 प्राप्त
उपार्थ-सं० (वि०) अल्प मूल्य का, अल्प महत्त्व का उपालंभ, उपालंभन-सं० (पु० ) 1 शिकायत, उलाहना 2 निंदा, दुर्वाक्य
उपाश्रय-सं० (पु० ) सहारा
उपाश्रित सं० (वि०) सहारा दिया गया
उपासंग-सं० (पु० ) सामीप्य
उपासक -सं० (वि०) 1 आराधक 2 भक्त
उपासना - I सं० (स्त्री०) 1 आराधना 2 भक्ति II (स० क्रि०)
आराधना करना
उपासनीय सं० (वि०) पूजनीय, पूज्य
उपासिका -सं० (स्त्री०) पूजा करनेवाली नारी उपासी-सं० (वि०) उपासक
उपास्थि -सं० (स्त्री०) कोमल हड्डी
उपास्य - 1 सं० (वि०)
देवता
=
120
उपासनीय, आराध्य II ( पु० ) इष्ट
उपाहार - सं० ( पु० ) 1 हल्का भोजन 2 जलपान 3 नाश्ता उपाहित-सं० (वि०) 1 पहना हुआ 2 आरोपत उपेंद्र - I सं० (पु० ) विष्णु II (स्त्री०) एक छंद उपेक्षक-सं० (वि) 1 उपेक्षा करनेवाला 2 उदासीन उपेक्षण-सं० ( पु० ) 1 अनादर, तिरस्कार 2 परित्याग उपेक्षणीय-सं० (वि०) उपेक्षा करने योग्य, उपेक्षा का पात्र उपेक्षा-सं० (स्त्री०) 1 उदासीनता 2 तिरस्कार, निरादर, अवहेलना । वृत्ति ( स्त्री०) ध्यान न देना उपेक्षित-सं० (वि०) 1 अनादृत्त, तिरस्कृत 2 उदासीन उपेक्ष्य-सं० (वि०) = उपेक्षणीय
~
उपेत-सं० (वि०) 1 मिला हुआ 2 युक्त उपोत्पाद-सं० (पु० ) उत्पाद से बचा उत्पाद उपोद्घात - सं० ( पु० ) 1 प्रस्तावना, भूमिका 2 विशिष्ट कथन
3 साधन
उपोष्णदेशीय सं० (वि०) कम गर्म देश का
उपोसथ-सं० (पु०) निराहार व्रत
उप्त-सं० (वि०) बोया हुआ
उफ़ - 1 अ० (अ०) दुःख, पीड़ा, आदि का सूचक उद्गार, आह न करना 1 पीड़ा को दबा
II (स्त्री०) आह, अफसोस जाना 2 अफसोस न करना उफ्रक - अ० (पु० ) क्षितिज उफनना- (स० क्रि०) उबलना
उफान - ( पु० ) उबाल उफाल- (स्त्री०) लंबा डग
उपकना - (अ० क्रि०) क्रै करना, उल्टी करना उबकाई - (स्त्री०) 1 कै 2 मितली
उबटन - (पु० ) सरसों, तिल आदि का लेप
उबटना - (स० क्रि०) उबटन लगाना उबरना - ( अ० क्रि०) छुटकारा पाना, बचना उबलना - (अ० क्रि०) खौलना, उफनना। पड़ना क्रुद्ध होकर अंट-शट बकना, आपे से बाहर होना उबसन - ( पु० ) बर्तन साफ़ करने के लिए नारियल आदि की
जटा, गुझना
उबसना - I (अ० क्रि०) सड़ना, गलना II (स० क्रि०) बर्तन माँजना
उमदा
उबाऊ - (वि०) ऊब पैदा करनेवाला
उबाना - (स० क्रि०) 1 ऊबने का कारण होना 2 परेशान करना 3 उगाना
उबार - (पु० ) 1 बचाव 2 छुटकारा 3 बचत । लाठी- लाठी द्वारा बचाव (लड़ाई झगड़े में )
उबारना - (स० क्रि०) उद्धार करना
'उबारा - ( पु० ) जानवरों के पानी पीने के लिए कुओं के पास बनाया जानेवाला कुंड, चरही
उबाल - (पु० ) 1 उफ़नना 2 जोश, क्रोध आदि का भड़कना । खाना क्रोध का भड़क उठना
उबालना - (स० क्रि०) खौलाना, जोश देना उबासी - (स्त्री०) जँभाई
=
उभड़ना - (अ० क्रि०) = उभरना
उभय-सं० (वि०) दोनों। चर (वि०) जल और थल दोनों में रहनेवाला; निष्ठ (वि०) दोनों में सम्मिलित; -पक्ष (पु० ) दोनों पक्ष पक्षीय (वि०) दोनों पक्ष का; मुख (वि०) दोनों ओर का ; ~मुखता (स्त्री०) दो विरोधी गुणों में मन रहना; ~ लिंग (पु० ) जो दोनों लिंगों में प्रयुक्त होता हो; ~ लिंगी (वि०) दोनों लिंगोंवाला; वादी (पु० ) दोनों पक्षों का समर्थक; ~विध (वि०) दोनों प्रकार का उभयतः सं० ( क्रि० वि०) दोनों ओर से उभयतोमुख - सं० (वि०)
उभयपक्षीय
=
उभयत्र - सं० दोनों तरफ़ से उभयात्मक-सं० (वि०) उभयविध, दोनों प्रकार का उभयार्थ, उभयार्थक-सं० (वि०) 1 दो अर्थों वाला 2 अस्पष्ट उभयावल-सं० (वि०) दोनों ओर से दबा हुआ उभयोत्तल - सं० दोनों ओर उभरा हुआ
उभरना - (अ० क्रि०) 1 ऊपर उठना 2 प्रकट होना 3 खुलना 4 जवानी आना 5 धन मान आदि की वृद्धि होना उभाड़ - (पु० ) = उभार उभाड़ना - (स० क्रि०) = उभारना
उभार - (पु०) 1 उठान 2 ऊँचाई 3 वृद्धि । ~दार फ़ा० (वि०) उभरा हुआ
उभारना - (स० क्रि०) 1 ऊपर उठाना 2 बढ़ाना 3 भड़काना, उकसाना
उमंग - (स्त्री०) 1 उल्लास 2 मौज 3 जोश 4 आकांक्षा उमंगी - ( वि० ) 1 जिसे उल्लास हो, उल्लसित 2 मौजी उमड़ - ( स्त्री०) 1 बाढ़ 2 धावा
उमड़ना - (अ० क्रि०) 1 बढ़कर फैलना 2 छाना 3 जोश में आना । घुमड़ना चारों ओर घूमकर फैलना उमदगी-अ० + फ़ा० (स्त्री०) उमदा - अ० (वि०) = उम्दा
(उम्दगी) अच्छाई, खूबी
=