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________________ NEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEtime {689} क्षमा गुणवतां बलम्॥ ___ (म.भा. 5/34/75; 5/39/69, विदुरनीति 2/75) गुणवानों का बल है-क्षमा। {690} क्षमा हि परमं बलम्।क्षमा गुणो ह्यशक्तानां शक्तानां भूषणं क्षमा॥ ___(म.भा. 5/33/49, विदुरनीति 1/49) क्षमा बहुत बड़ा बल है। क्षमा असमर्थ मनुष्यों का गुण है तो समर्थों का एक भूषण है। {691} दुर्जनस्य कुतः क्षमा॥ (चाणक्य-नीतिशास्त्र, प्रथम शतक- 167) दुर्जन को क्षमा भाव कहां? (क्योंकि वह तो सज्जनों का ही धर्म है।) 明乐乐乐玩玩乐乐乐乐乐乐乐乐乐乐乐明明明明明明明明明玩玩乐乐玩玩乐乐坎坎贝贝听听听听听玩玩乐乐乐 अहिंसात्मक प्रवृत्तिः क्षमा .. {692} आक्रुष्टस्ताडितः कुद्धः क्षमते यो बलीयसा। यश्च नित्यं जितक्रोधो विद्वानुत्तमपूरुषः॥ (म.भा. 3/29/33) जो बलवान् पुरुषों के गाली देने या कुपित होकर मारने पर भी क्षमा कर देता है तथा जो सदा अपने क्रोध को काबू में रखता है; वही विद्वान है और वही श्रेष्ठ पुरुष है। वाचा मनसि काये च, दःखेनोत्पादितेन च। न कुप्यति न चाप्रीतिः, सा क्षमा परिकीर्तिता॥ ___ (वि.पु. 1/-/2/159) कोई व्यक्ति दुःख दे तो भी, मन-वचन व शरीर से क्रोध या अप्रसन्नता प्रकट न करना-यही क्षमा है। %%%%%%%%%%% % %%%%%% %% % % %% %%% %%%% % अहिंसा कोश/195]
SR No.016128
Book TitleAhimsa Vishvakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSubhadramuni
PublisherUniversity Publication
Publication Year2004
Total Pages406
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size32 MB
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