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विश्वामित्र
व्यक्तिसूचि
शाकपूणि
पुराण में; ब्रह्मर्षि पदवी की प्राप्ति; सत्त्वपरीक्षा; आश्रम; | व्याडि दाक्षायण
...९१५-९१६ परिवार; पत्नियाँ; पुत्र;
वंश; ऋक्प्रतिशाख्य में; पाणिनीय व्याकरण का विश्वामित्रकुलोत्पन्न गोत्रनाम; विश्वामित्रकलोत्पन्न गोत्र- | व्याख्याता; संग्रह; कालनिर्णय; ग्रंथ । कार; गाथिन् का वंशज; नदीसूक्त, वसिष्ठ से विरोध; शक्ति | व्यास पाराशर्य
...९९६-९२९ का वध ।
__ सनातन हिंदुधर्म का रचयिता; वैदिक साहित्य में; विश्वेदेव
14/17 | पाणिनीय व्याकरण में; महाभारत एवं पुराणों में; जन्मवैदिक साहित्य में नामावलि; ऐतरेय ब्राह्मण में;पुराणों
तिथि; विभिन्न नामांतर; में; नामावलि; ब्रह्मा की उपासना ।
तपस्या; कौरव-पांडवों का पितामह; जनमेजय के यज्ञ विष्णु
मंडप में; पांडवों का हितचिंतक; श्रुतिस्मृति-विद्या का ___...८७९-८८७
उपदेश; भारतीय युद्ध में; भारतीय युद्ध के पश्चात् ; वैदिक साहित्य में; स्वरूपवर्णन; निवासस्थान पराक्रम;
शकदेव को उपदेश; उपदेशक व्यास, अश्वमेध यज्ञ में; विष्णु के तीन पग; नियमबद्ध गतिमानता; एक सौर देवता;
परिवार; व्यासवंश; चिरंजीवीत्व; व्यासस्थल; अट्ठाईस भक्तवत्सलता; अवंध्यता का देवता; व्युत्पत्ति; ब्राह्मण ग्रंथों
व्यास; व्याससहायक शिवावतार; में विष्णु का श्रेष्ठत्व; अवतारों का निर्देश; उपनिषदों में
कर्तृत्व; वेदसंरक्षणार्थ वेदविभाग; व्यास की वैदिक गृह्यसूत्रों में; महाभारत में;
शिष्यपरंपरा; ऋग्वेद की प्रमुख शाखाएँ; उपलब्ध वैदिक विष्णु--उपासना के तीन स्रोत; विष्णु देवता की
ग्रंथ; वैदिक संहिताओं का विशुद्ध रूप; विनष्ट हुए ब्राह्मण उक्रान्ति; पौराणिक साहित्य मे स्वरूपवर्णन; विष्ण की
ग्रंथ; उपासना; विष्णु के अवतार; नामावलिः विष्णु सांप्रदाय के
- पुराणग्रंथों का प्रणयन पुराणों के प्रकार; पुराणों में ग्रंथ; विष्णु के तीर्थस्थान; कई प्रमुख वैष्णव सांप्रदाय।।
चर्चित विषय; पुराणों के विभिन्न प्रकार: श्लोकसंख्याः । विष्णुगुप्त चाणक्य
...८८७-८८९
पुराणों के वक्ता; महापुराण; महापुराणों की नामावलि; नाम; नामांतर; जीवनवृत्तांत; कौटिलीय अर्थशास्त्र
महापुराणों की तालिका3; पुराणों का देवतानुसार पृथक्करणः .. भाषाशैली; पूर्वाचार्य कौटिलीय अर्थशास्त्र का प्रभाव;
गीताग्रंथ; व्यास की पुराण शिष्यपरंपरा; रोमहर्पण शाखा; मेगॅस्थिनिस् के 'इंडिका' से तुलना।
महाभारत का निर्माण; इतिहास पुराण; महाभारत की विष्णुयशस् कल्कि
८८९-८९०
व्याप्ति; महाभारत की शिष्यपरंपरा; महाभारत के पर्व; अवतारहेतु।
महाभारत के उपपर्वः हरिवंश; व्यास की संशय निवृत्ति; वीरभद्र
...८९२-८९४
व्यास का जीवनसंदेश। जन्म; दक्षयज्ञविध्वंस; वरप्राप्ति; पराक्रम; देवों का |
....९४१-९४३ संरक्षणकर्ता; वीरक आख्यान; नृसिंहदमन; उपासना ग्रंथ ।
राम का यौवराज्याभिषेक; पादुका संरक्षण; लवणवध;
मधुरा की स्थापना; राम से भेंट; राम का अश्वमेध यज्ञ;
...८९६-८९८ वृत्र
दिग्विजय; मृत्युः परिवार। जन्म; स्वरूपवर्णन; निवासस्थान; पराक्रम; वध; व्युत्पत्ति; सामूहिक नाम; तैत्तिरीय संहिता में; ब्राह्मण ग्रंथों में महा
......९५१-९५२ भारत एवं पुराणों में; तपस्या; इन्द्र से युद्ध; वध; तत्त्वज्ञ;
माद्री का विवाह; द्रौपदी स्वयंवर में; युधिष्ठिर के परिवार।
राजसूय यज्ञ में, भारतीय युद्ध में युद्धप्रसंग; कर्ण का
सारथ्य; कण-शल्य संवाद; सेनापति शल्य । वैशंपायन
....९११-९१३ वैदिक साहित्य में; पाणिनीय व्याकरण में; कृष्ण- शाकटायन
___...९५३-९५४ यजुर्वेद का प्रवर्तन शिष्यशाखा; याज्ञवल्क्य का तिरस्कार; नाम; गुरुपरंपरा; उणादि सूत्र; दैवतशास्त्रज्ञ; कृष्ण यजुर्वेद का प्रचार; महाभारत का कथन; 'भारत' ग्रंथ | अन्य ग्रंथ। का निर्माण; 'भारत' ग्रंथ का कथन; वैशंपायन कृत आस्तीक | शाकपूणि पर्व 'भारत' ग्रंथ का प्रचार; याज्ञवल्क्य से विरोध; ग्रंथ ।। ऋग्वेदार्थ का ज्ञान ।
शल्य