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परिशिष्ट ५]
पौराणिक राजवंश
[राजाओं की तालिका
अन्य
सो. पूरु.
सो. मगध. अन्य व्यक्ति क. सू. इ. सो. पूरु.
मगध देश
व्यक्ति
११४
विप्र
Gm,OK
१६७ ...
सुनीथ
११३ वत्संवृद्ध निरमित्र
दंडपाणी अजय (उदय) सुनक्षत्र
निरमित्र नंदिवर्धन ११५/ प्रतिव्योमन् बृहत्सेन
क्षेमक
महानंदि नंद सिकंदर
सुमाल्यादि ८ (ई. पू. ११७ भानु बृहत्कर्मन्
चंद्रगुप्त मौर्य | ३३०११८ दिवाकर असीमकृष्ण सेनाजित्
| (ई. स. पू. ३२६) वायु, ब्रह्मांड एवं मत्स्य पुराणों के रचनाकाल ये राजा
३२२-१८५). राज्य करते थे।
आंध्र बिन्दुसार
अशोक (ई.स. ११९| सहदेव । निमिचक्र (सृतंजय १२० बृहदश्व उक्थ
शिप्रक सुयशस् १२१ भानुमत् चित्ररथ | शुचि
ई . स. पू. २४० (संपदि) १२२ प्रतीकाश्व कविरथ क्षेम
कृष्ण
दशरथ अटिओकस १२३ सुप्रतीक वृष्टिमत् निर्वृत्ति
संगत (सीरिया १२४ मरुदेव सुषेण सुव्रत
शालिशूक और १२५/ सुनक्षत्र सुनीथ धर्मसूत्र
सोमशर्मन् बक्ट्रिया १२६ पुष्कर नृचक्षु शम
श्रीमल्लकर्णि शतधन्वन् । ई. पू. १२७ अंतरिक्ष | सखीनल सुमति
पूर्णोत्संग बृहद्रथ २०६) १२८ सुतपस् परिप्लव सुबल
१७० खारवेल ई.स.पू.१८४-७२ पुष्यमित्र शुंग मिलिंद सुनय
शातकर्णि (मिनॅन्डर मेधाविन | सत्यजित्
अग्निमित्र ई. पू. नृपंजय विश्वजित्
सुज्येष्ठ
वसुमित्र अवंती राजा
-आर्द्रक १३४ अमित्रजित् दुर्व वीतिहोत्र
पुलिंदक १३५ बृहद्राज प्रद्योत
घोषवसु १३६ ... तिमि पालक
लंबोदर | वज्रामित्र कनिष्क १३७ बर्हि विशाखयूप
अपीतक । भागवत कुशान १३८ कृतंजय अजक
.देवभूति १३९/ ...
बृहद्रथ | नंदिवर्धन
वसुदेव काण्व कुशान १४०/ रणंजय शिशुनाग
(ई. स. पू. साम्राज्य (ई. पू. ६४२)
७३-२७-) | ई. स. १४॥
स्वाति सुदास काकवर्ण
भूमित्र ९०-२२० १४२ संजय
स्कंधस्वाति क्षेमधर्मन्
नारायण ई. तक क्षेत्रज्ञ
मृगेन्द्र स्वातिकर्ण
१८४ ... कुन्तल स्वातिकणे सुशर्मन् १४४ शाक्य शतानीक विधिसार | शुद्धोद
(काण्वायन | महावीर
... स्वातिकर्ण... १४६ लांगल
भूमिमित्र) १८६ ... अरिक्तकर्ण . प्रसेनजित्
उदयन उ
अजातशत्र गोतम बुद्ध ... (नेमिकृष्ण) ( ई. स. पू.
हाल १४८ क्षुद्रक वहीनर दर्भक
('गाथा सप्तशती' का कर्ता) १८८ ... | मंदुलक
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पुरंजय
शक
| मेघस्वाति
१८१ ... १८२ ...
१४५
१४७
११६४