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________________ मानवेतर वंश पौराणिक राजवंश मानवेतर वंश कश्यप ऋषि की मानवेतर संतति वंशविशेष कश्यपपत्नी संतान वंशविशेष कश्यपपत्नी संतान देवगंधर्व (१) अरिष्टा तुंबरु, हंस, वरेण्य आदि | राक्षस, (१) खशा अकंपन, अश्व आदि देवगंधर्व। दैत्य एवं राक्षस । (२) मुनि अर्कपर्ण, उग्रसेन आदि | दानव (२) दनु | पुलोमत् , विप्रचित्ति, सोलह देवगंधर्व । हिरण्यकशिपु आदि दानव । (३) दनायु वृत्र आदि दानव । (४) दिति हिरण्याक्ष, वज्रांग आदि अप्सरा (१) अरिष्टा अनवद्या, अरुणा आदि अप्सरा। (५) पुलोमा पौलोम एवं कालकेय राक्षससमूह। (२)खशा आलंबा, उत्कचोत्कृष्टा (६) सिंहिका सैहिकेय असुर। आदि अप्सरा। (७) सुरसा यातुधानादि राक्षससमूह ।। :) कालका कालकंज राक्षससमूह । । (३) मुनि अजगंधा, अनपाया आदि अप्सरा। (१) विनता गरुड, आरुणि आदि पक्षिराज। नाग (१) कद्दू अक्रूर, धृतराष्ट्रादि नाग (२) ताम्रा क्रौंची, गृध्रिका आदि पक्षी। पक्षी (२) सुरभि अंगारक, अहिर्बुन्य आदि सप। आदित्य अदिति बारह आदित्य ।
SR No.016121
Book TitleBharatvarshiya Prachin Charitra Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSiddheshwar Shastri Chitrav
PublisherBharatiya Charitra Kosh Mandal Puna
Publication Year1964
Total Pages1228
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size32 MB
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