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शब्दमाला • २३
शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ अर्या स्त्री ५२४ वैश्य जातिमां उत्पन्न थयेली स्त्री अर्याणी स्त्री ५२४ वैश्य जातिमां
उत्पन्न थयेली स्त्री
अर्थी स्त्री ५२३ वैश्यनी पत्नी अर्वती स्त्री १२३३ (शे. १८०) घोडी अर्वन् पुं १२३३ घोडो
अर्वन् न. १४४३ अधम, हलकुं अर्वाक् अ. १५४२ पहेलाअर्शस् न. ४६८ मसा, हरस अर्शस पुं ४६१ मसाना रोगवाळो अर्शोघ्न पुं १९८९ सूरणकन्द
अर्शोघ्न न. ४०९ (शे. १०१) पा भागना पाणीवाळं दहीं
अर्शोयुज् पुं ४६१ हरसना रोगवाळो अर्हणा स्त्री ४४७ पूजा
अर्हत् पुं २४ अरिहंत भगवान अर्हत् पुं २३५ (शे. ८१) बुद्ध ( अर्हद्भट्टारक) पुं ३३६ पूज्य अरिहंत अति पुं ४४६ पूजित
अल न. १२११ वींछीनो आंकडो अलक पुं. न. ५६९ गुंचडावाळा वाळ अलका स्त्री १९१ कुबेरनी नगरी अलक्त पुं ६८६ लाखनो रस
अलक्तक पुं ६८६ (शि. ५८) लाखनो रस अलक्ष्मी स्त्री १३८० दरिद्रता, अशुभ भाग्य अलगर्द पुं १३०५ पाणीनो सर्प
शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ 'अलगर्द्ध' पुं १३०५ पाणीनो सर्प अलङ्करिष्णु पुं ३८९ शोभावनार अलङ्कर्माण पुं ३५४ कार्य करवामां समर्थ अलङ्कार पुं ६४९ भूषण अलङ्कारसुवर्ण न. १०४६ अलंकार माटेनुं सोनुं
अलम् अ. १५२७ बस, पर्याप्त अलम्भूष्णु पुं ४९१ ( शे. १०८ ) समर्थ, सहनशील
अलर्क पुं १२८० रोगी के हडकायो कूतरो अलस पुं ३८३ आळसु अलसेक्षणा स्त्री ५०६ सालस नेत्रवाळी स्त्री अलात न. ११०३ उंबाडीयुं, अंगारो, कोयलो अलातज्वाला स्त्री ११०३ ज्वाला रहित अग्नि अलाबू स्त्री न. ११५५ तुंबडी 'अलाम्बू' स्त्री ११५५ तुंबडी अलि पुं १२११ वींछी
अलि बुं १२२२ भमरो
- अलिक न. ५७३ कपाळ
अलिञ्जर पुं. न. १०२२ पाणी भरवानुं
मोटु पात्र, मोटोघ
(अलिन्) पुं. १२१२ भमरो अलिन्द पुं. न. १०१० बारणा
आगळनो ओटलो अलीक न. २६५ असत्य वचन अलीक न. ५७३ कपाळ
अलीगर्द पुं. १३०५ (शि. ११६) पाणीनो सर्प