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- शब्दमाला .. २१ .
शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ अराल न. १४५७ वांकुं
अरुन्धतीजानि पुं ८४९ वसिष्ठ ऋषि अरसञ्चित न. ७८७ (शे १४९) चक्र | अरुष न. ४६५ घा, नहि रुझातुं घारु (अरि) पुं १० (परि) वध्य वधक भाव | अरे! अ. १५३७ संबोधन अर्थमां - हे !
संबंधमां वध्यथी जोडवा योग्य शब्द | अर्क पुं ९२ पांच ज्योतिषी देवो पैकी बीजा अरि पुं ७२८ शत्रु
ज्योतिषी देव अरित्र न. ८७९ वहाणर्नु सुकान, हलेसुं | अर्क पुं ९५ सूर्य अरिन् न. ७५५ पैडं
अर्क पुं ८९(शे. ७) गणदेवता अरिषड्वर्ग पुं १४१३ कामादि छ अर्कज पुं १८२ स्वर्गना वैद्य
आंतर शत्रु अर्कतनय पुं ७११ कर्ण अरिष्ट न. १२५ उपसर्ग, उपद्रव अर्कबान्धव पुं २३६ शाक्यसिंह अरिष्ट पुं २२० विष्णुनो शत्रु
. सातमा वुद्ध पारिष्ट न. ४०८ छास, वलोवेलुं दहीं . | अर्करेतोज पुं १०३ सूर्य पुत्र अरिए न. ९९७ सुवावडनु घर अर्कसूनु पुं १८४ यम अरिष्ट पुं ११३८ अरीठानुं वृक्ष अर्कसोदर पुं १७७ इन्द्रनो ऐरावण हाथी बरिष्ट पुं ११३९ लींबडो .. अर्गल त्रि. १००४ भोगळ रिश पुं. ११८६ लसण
अर्गलिका स्त्री पु १००५ नानी भोगळ अएि पुं १३२१ कागडो
। 'अर्वध' पुं.११४० गरमाळो अहिलेमि पुं.:३० बावीसमा तीर्थंकर अर्घ पुं.८६८ किंमत (अरिष्टहन्) पुं २२१ विष्णु
अर्घ्य न. ५०० पूजा माटे- पाणी अरुण पुं ९५ सूर्य
(अर्घ्य ) न. १२१४ (टी) एक जात, मध अरुण पुं १०२ सूर्यनो सारथि | अर्चा स्त्री ४४७ पूजा अरुण पुं. १३९६ रातो वर्ण
अर्चा स्त्री १४६३ प्रतिबिंब; प्रतिमा मरुणसारथि पुं.९८ सूर्य ।
| अर्चित पुं ४४७ पूजाएलो अरुणावरज पुं २३० गरुड
अर्चिष् स्त्री न. ९९ किरण मगोपल पुं.१०६४ माणेक . . अचिष स्त्री न. ११०२ अग्निनी ज्वाळा अन्तुद पुं.५०१ पीडा करनार । अर्चिष्मत् पुं १०९८ अग्नि मान्यती स्त्री ८४९ वसिष्ठनी पत्नी अर्घ्य पुं ४४६ पूज्य .