________________
अभिधानचिन्तामणिनाममाला . ३६८ शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ | शब्द / लिंग / श्लोक.) अर्थ "हिण्डीर' पुं १०७७ समुद्रफेण हिरण्यगर्भ पुं २१३ ब्रह्मा (हिण्डोलक) पुं ७५८ हीचको | हिरण्यनाभ पुं १०२८ हिमालयनो पुत्र हिम न. १०७२ हिम, झाकळ। हिरण्यनाम पुं २१९ (शे.. ६८) विष्णु हिम पुं १३८५ शीतळ, ठंडु हिरण्यबाहु स्त्री १०९० शोण नदी 'हिमद्युति पुं १०५ चंद्र
हिरण्यरेतस् पुं १९७ शंकर. हिमप्रस्थ पुं १०२७ हिमालय पर्वत | हिण्यरेतस् पुं १०९७ अग्नि हिमवत् पुं १०२७ हिमालय पर्वत हिरण्यवर्णा स्त्री. १०७९ नदी हिमवदुहित स्त्री ९ (प.) मौरी "हिरण्यवाह' पुं १०९० शोण नदी हिमवद्धस पुं१०२८ (शे. १५९) अष्टापद पर्वत | हिरुक् अ. १५२७ विना, सिवाय, वगर हिमवातापहांशुक न. ६७५ रजाई आदि, | हिरुक्. अ. १५३४ पासे .
____टाढ, पवन वगेरे रोकवानुं वस्त्र | ही अ. १५४२ (शे. २००) विस्मय हिमवालुका स्त्री ६४३ कपूर .
बतावनार अव्यव (हिमसंहति) स्त्री १०७२ हिमनो समूह हन न. १४७५ छोडी दीधेलं हिमा स्त्री २०५ (शे. ५३) पार्वती हीनवादिन् पुं ३४८ स्वदैन्यवादी, ओर्छ । हिमांशु पुं १०४३ रूपं
बोलनार हिमागम १५६ (शे. २५) हेमन्त ऋतु | हीनाङ्गी स्त्री १२०७ कीडी हिमानी स्त्री १०७२ हिमनो समूह हीर पुं २०० (शे. ४८) शंकर हिमालय पुं १०२७ हिमालय हीरक पुं १०६५ हीरो हिरण्यमयी स्त्री १४६४ सुवर्णनी प्रतिमा (हीरक) न. १०६३ रत्ननी एक जाति हिरण्य न. १९२ धन
हीरी स्त्री २०५ (शे. ६१) पार्वती हिरण्य पुं न. १०४३ सोनुं
हुइ पुं १२७६ घेटो हिरण्य न. १०४५ सोनु,
हुडु पुं १२७६ घेटो घडेला आभूषण वगेरे हुडुक्क पुं २९४ (शे. ८५) एक जात, वाद्य हिरण्य पुं न. १२०६ कोडी हुतवह पुं १०९९ अग्नि हिरण्यकशिपु पुं २२१ विष्णुनो शत्रु हुताशन पुं १०९७ अग्नि (हिरण्यकशिपुदारण) पुं २२१ विष्णु | हुल न. ७८७ (शे. १५२) फलपत्रना हिरण्यकेश पुं २१९ (शे. ६७) विष्णु | अग्रभाग जेवू शस्त्र, फलपत्राग्रक
Williilliiriiilii illi