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शब्दमाला
• ३५५.
सेकिम न. ११९० मूळो सेक्तृ पुं ५१६ पति, स्वामी सेचन न. ८३७ घी वगेरेथी
शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ सेवावृत्ति स्त्री ८६६ सेवा, चाकरी सेव्य न. १०७० (शे. १६४) पाणी : 'सेव्य' न. ११५८ काळावाळानुं मूळ सैंहिकेय पुं १२१ राहु ग्रह सैकत न. १०७८ रेताळ जमीन सैतवाहिनी स्त्री १०८६ बाहुदा नदी सैद्धान्तिक पुं ४८३ शास्त्र जाणनार सैनिक (ब.व.) पुं ७६३ पहेरगीर सैनिक पुं ७६३ सेनामां रहेल सैनिक
अग्निनुं सिंचन करवुं ते सेचन न. ८७८ नावमांथी पाणी उलेचवानुं साधन, डोल
सेतु पुं ९६५ पुल
सेना स्त्री ३९ श्री संभवनाथ भगवानना माता सैन्धब पुं न. ९४१ सैन्धव मीठं, लवण
सैन्धव (ब.व.) पुं १३३४ सिन्धु देशमां थयेल घोडा
शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ सेकपात्र न. ८७८ नावमांथी पाणी उलेचवानुं साधन, डो
सेना स्त्री ७४५ लश्कर, सैन्य सेना स्त्री ७४८ पत्तिथी त्रणगणुं
वधारे लश्कर सेनाङ्ग न. ७५१ सेनाना चार अंग
(हाथी, घोडा, रथ, पदाति) सेनानी पुं २०८ कार्तिकेय सेनानी पुं ७२५ सेनापति
सेनामुख न. ७४८ सेनाथी त्रणगणुं सैन्य सेनारक्ष (ब.व.) पुं ७६३ पहेरगीर, सैनिक सेराह पुं १२३८ अमृत के दूध जेवा वर्णवाळो घोडो
'सेलु' पुं १९४० मोटी गंदी सेवक पुं ४९६ सेवक सेवन न. ९१२ सोयथी सीववुं ते सेवनी स्त्री ९११ . सोय
सेवा स्त्री ४९६ भक्ति, सेवा (सेवा) स्त्री ८६६ सेवा, चाकरी
सैन्य न. ७४५ सेना, लश्कर सैन्य पुं (ब.व.) ७६३ सैनिक सैन्यपृष्ठ न. ७४७ सैन्यनी पाछळनों भाग सैरन्ध्री स्त्री ५२१ शिल्प जाणनारी स्त्री (केश समारवावाळी स्त्री) सैरन्ध्री स्त्री ७१० द्रौपदी सैरिक पुं ८७ (शे. ३) देव सैरिन् पुं १५५ ( शे. २४) कार्तिक मास सैरिभ पुं १२८२ पाडो
सोदर पुं ५५१ सगो भाई सोदर्य पुं ५५१ सगो भाई सोपान न. १०१३ पगथीया, नीसरणी 'सोभाञ्जन' पुं १९३४ सरगवो सोमं पुं १०५ चंद्र
सोम पुं २१९ (शे. ६७) विष्णु