________________
- शब्दमाला • ३४५ । शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ | शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ सात्वत पुं २२४ बलदेव
सान्द्र न. १४४७ घट्ट, निरन्तर सात्वती स्त्री २८५ अभिनयनो एक प्रकार | सान्द्रस्त्रिग्ध पुं ४७६ अतिशय स्नेहवाळो साद पुं ३१२ मननी पीडा, खेद सानाय्य न. ८३१ हवि, बलिदान सादिन् पुं ७६१ घोडेसवार
सांन्यासिक पुं ८०९ संन्यासी, यति सादिन् पुं. ७६२ हाथी पर बेसनार साप्तपदीन न. ७३१ मित्रता, भाईबंधी सादिन् पुं ७६० (शि. ६५) सारथि सासपदीन पुं ७३० (शि. ६३) मित्र, दोस्त साधारण पुं १४६१ तुल्य, समान . 'साबर' पुं ११५९ लोधर साधारण न. १४७२ सामान्य .
सामन् न. २४९ सामवेद साधारणस्त्री स्त्री ५३२ वेश्या
सामन् न. ७३६ चार उपाय पैकी साधारणी स्त्री १००५ चावी
प्रथम उपाय साधित पुं ४४६ दंडायेलो
सामयोनि पुं १२१७ हाथी साधु पुं ७६ मुनि, निग्रंथ
सामवायिक पुं ७१९ प्रधान, मंत्री साधु पुं ३७९ सज्जन
सामविद् पुं ८१९ सामवेद जाणनार साधु वि १४४५ सुंदर
सामवेद पुं २४९ त्रीजो वेद (सामवेद) साधुवाहिन् पुं १२३५ सुशिक्षित घोडो सामाजिक (ब.व.) पुं ४८१ सभ्य, सभाजन साध्य पुं. ८९ (शे. ४) देव . सामान्य न. १४७२ साधारण साध्य पुं ८९ (शे. ७) गणदेवता, सामान्य न. .१५१५ जाति, जात .
ते १२ होय छे | सामिधेनी स्त्री ८२७ यज्ञना अग्निमां साध्वस न. ३०१ भय .
लाकडा नांखती वखते बोलवानी ऋचा साध्वी स्त्री ५२८ पतिव्रता स्त्री सामुद्र न. ५६५ चक्रध्वज वगेरे देहy चिह्न . सानु पुं न. १०३५ शिखर, टोच सामुद्र न. ९४१ मीटुं, लवण सानुमत् पुं १०२७ पर्वत
साम्परायिक न. ७९८ युद्ध, लडाई सान्तपन न. ८४२ तप विशेष | साम्प्रतम् न. ७४३ न्याययुक्त, व्याजबी सान्त्व न. २६६ अत्यन्त मधुर शब्द | साम्प्रतम् अ. १५३० हाल, हमणा
। सान्त्वन न. ७३६ प्रियवचनादिथी समजावी | साम्मातुर पुं ५४६ सतीनो पुत्र कार्य साधq ते (चार उपाय पैकी प्रथम उपाय) | साम्य न. १४६३ उपमा, सरखापणुं सान्दृष्टिक न. १६२ तात्कालिक फळ ।सायक पुं ७७८ बाण