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________________ अभिधानचिन्तामणिनाममाला • ३४४ शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ सहसा अ. १५३२ एकदम, तत्काल सहस्य पुं १५२ पोष मास सहस्त्र न. ८७३ हजार सहस्त्रजित् पुं २१९ (शे. ६८) विष्णु, नारायण साकम् अ. १५२७ साथे सहस्त्रर्द्रष्ट्र पुं १३४५ हजार दाढवाळो मच्छ साकल्यवचन न. ८३९ ग्रंथनी आदिथी अंत सुधीनी आवृत्ति सहस्रनेत्र पुं १७२ इन्द्र सहस्रपत्र न. ११६१ कमळ सहस्त्रवीर्या स्त्री ११९३ धरो, दूर्वा सहस्त्रवेधिन् पुं ४२२ हिंग सहस्राङ्क पुं ९८ (शे. ८) सूर्य सहस्त्रांशु पुं ९५ सूर्य सहस्त्रारज (ब.व.) पुं ९३ आठमा देवलोकना देव सहस्त्रिन् पुं ७६४ हजार सैनिकनो सेनापति सहाय पुं ४९६ सेवक सहाय पुं ७३० (शि. ६३) मित्र, भाईबंध सहायता स्त्री १४२२ सहायक- मित्रोनो समूह सहिष्णु पुं ३९० सहनशील, क्षमावान् सहृदय पुं ३४५ मायाळु, प्रशस्त चित्तवाळो सहोदर पुं ५५० सगो भाई सह्य न. ४७४ आरोग्य . सा स्त्री २२६ लक्ष्मी सांयात्रिक पुं ८७५ वहाण वडे वेपार करनार, वहाणवटीओ शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ सांवत्सररथ पुं ९८ (शे. ९) सूर्य सांशयिक पुं ४४५ (शि. ३१) वहेमी सांसृष्टिक न. १६२ (शि. १२) तात्कालिक फळ सांयुगीन पुं ७९३ युद्धमां कुशल सांवत्सर पुं ४८२ ज्योतिषी साकेत न. ९७५ अयोध्या साक्षिन् पुं ८८२ साक्षी साखि. पुं ९५९ तुर्कस्तान सागर पुं ५० गई चोवीशीना त्रीजा भगवान सागर पुं १०७३ समुद्र, दरियो सागरनेमी स्त्री ९३८ पृथ्वी (सागरमल ) न. १०७७ समुद्रफेण सागरमेखला स्त्री ९३८ पृथ्वी सागराम्बरा स्त्री ९३८ पृथ्वी सांख्य पुं ८६२ सांख्य शास्त्र जाणनार साचि स्त्री १९५१५ वांकुं, तिरछु साचि अ. १५३४ तिरछु, वांकुं सात न. १३७० सुख सातवाहन पुं ७१२ सालिवाहन राजा सातिसार पुं ४६० अतिसारनो रोगी सातीन पुं ११७१ (शि. १०६) वटाणा सात्त्विक पुं २११ ब्रह्मा सात्त्विकपुं २८३ पराक्रमथी करायेल अभिनय सात्त्विक (ब.व.) पुं २९५ नव रसोना त्रण पैकी बीजो सात्त्विक भाव
SR No.016120
Book TitleShabdamala
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMuktichandravijay, Munichandravijay
PublisherShantijin Aradhak Mandal
Publication Year2000
Total Pages474
LanguageGujarati
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size9 MB
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