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.. शब्दमाला • ५ शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ | शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ अङ्गहार पुं २८२ नाटकमां अंग मरडवू | अचला स्त्री ९३६ पृथ्वी अङ्गारक पुं ११६ मंगल ग्रह अचिरप्रभा स्त्री ११०४ वीजळी अङ्गारधानी स्त्री १०२० सगडी अचिरा स्त्री ४० सोलमा तीर्थंकरनी माता अङ्गारपात्री स्त्री १०२० सगडी अचेष्टता स्त्री ३०७ मूर्छा अङ्गारशकटी स्त्री १०२० सगडी अच्छ न. १०७१ प्रसन्न, निर्मळ अङ्गिका स्त्री ६७४ चोळी, कांचळी | अच्छभल्ल पुं १२८९ रीछ (अङ्गिरस्) पुं १२४ सप्तर्षि पैकी
अच्छुप्ता स्त्री २४० चौदमी विद्यादेवी . एक ऋषितुं नाम | अच्युत पुं २१४ विष्णु अङ्गीकार पुं २७८ स्वीकार . अच्युतज पुं ९३ बारमा देवलोके उत्पन्न अङ्गीकृत नं. १४८८ स्वीकार करेलु
थयेल देव अगुरि स्त्री ५९२ आंगळी अच्युतदेवी स्त्री ४४ (शि.४) श्री पद्मप्रभ अगुरी स्त्री ५९२ आंगळी
स्वामीनी यक्षिणी अङ्गुल पुं ५९२ अंगुठो
अच्युताग्रज पुं १७१ इन्द्र अङ्गुल पुं ८५४ वास्त्यायन मुनि, चाणक्य अच्युताग्रज पुं २२५ बळदेव (अङ्गुलि) स्त्री ५९२ आंगळी | अज पुं २११ ब्रह्मा अङ्गुली स्त्री ५९२ आंगळी अज पुं २१४ विष्णु अगुलीयक ६६३
अज पुं १२७५ बकरो अङ्गुलिमुद्रा स्त्री ६६४ नामाक्षरवाळी वीटी अजकाव न २०१ शंकरखें धनुष्य अङ्गुष्ठ पु ५९२ अंगूठो
अजगर पुं १३०५ अजगर अङ्गस न. १३८१ पाप
अजगव न. २०१(शि. १४) शंकर- धनुष्य अङ्घि पु ६१६ शि. (४८) पग अजगाव न. २०१ (शि. १४) शंकर- धनुष्य (अङ्घिप) पुं १११४ वृक्ष | अजजीविक पुं ८८९ भरवाड अचण्डी स्त्री १२७१ शान्त स्वभाववाळी गाय | अजदेवता स्त्री (ब.व.) ११४ पूर्वाभाद्रपद, अचल पुं ६९८ पहेला वासुदेवना मोटाभाई
नक्षत्र
अजनामक पुं १०५४ माक्षिकधातु अचल पुं १०२७ पर्वत
अजन्य पुं.न. १२६ उपद्रव अचलभ्रातृ पुं ३२ नवमा गणधरनुं नाम | अजप पुं. ८५७ खोटो जाप करनार
बळदेव