________________
। अभिधानचिन्तामणिनाममाला . ३२६ शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ शेपस् न. ६१० लिंग, पुरुष चिह्न । शैवलिनी स्त्री १०८० नदी शेपाल न. पुं. ११६७ सेवाल, लील शैवाल न. पुं ११६७ सेवाळ, लील शेफ पुं६१० (शे. १२८) लिंग, पुरुष चिह्न | शैशव न. ३३९ बाल्यावस्था, बालपणुं शेफस् न. ६१० (शे. १२८) लिंग, शेष पुं न. १५६ शिशिर ऋतु, महा अने पुरुष चिह्न ।
फागण मास शेमुषी स्त्री ३०९ बुद्धि : शोक पुं ७२ तीर्थंकरमां न होय ते १८ दोष शेलु पुं ११४४ मोटी गुंदी •
पैकी ११मो दोष शेव पुं १३४४ (शे. १९६) मच्छ, माछल | शोक पुं २९९ शोक शेवधि पुं १९२ भंडार, निधान शोचन न. २९९ शोक शेवल न. पुं ११६७ सेवाल, लील शोचिस् न. ९९ किरण शेवाल न. पुं ११६७ सेवाल, लील शोचिष्केश पुं १०९९ अग्नि शेष पुं १३०७ शेषनाग
| शोण पुं १०९० शोण नदी शेषाहिनामभृत् पुं २२५ (शे. ७७) बळदेव शोण पुं १२४२ रक्त कमळ जेवी शैक्ष पुं ७९ नवीन शिष्य,
कान्तिवाळो घोडो प्रथम शिक्षा लेनार शोण पुं १३९५ रातो वर्ण शैषच्छेदिक पुं ३७३ वध करवा योग्य शोणरत्र न. १०६४ (शि. ९४) पद्मराग शैल पुं १०२७ पर्वत
-
मणि, माणेक शैलधन्वन् पुं २०० (शे. ४४) शंकर शोणित न. ६२१ लोही शैला स्त्री २०५ (शे. ५६) पार्वती शोणितपुर नं. ९७७ बाणासुरनुं नगर शैला स्त्री १३६१ (शे. १९८) वालुका- शोष पुं न. ४६८ सोजो
प्रभा नामनी त्रीजी नरक |शोधनी स्त्री १०१५ सावरणी शैलाट पुं १२८५ (शे. १८४) सिंह। | शोधिका स्त्री ११७७ लाल कांग शैलालिन् पुं ३२९ नट
शोधित न. ४१४ साफ करेलु शैलूष पुं ३२८ नट
शोधित न. १४३७ साफ करेलु, धोयेलं. 'शैलूष' पुं ११३५ बीलीनुं झाड .. | शोध्य न. ६२२ (शे. १२८) लोही शैव पुं ६९६ पांचमा वासुदेव | शोध्य न. १०४३ (शे. १६२) रू' शैवल न. पुं ११६७ सेवाल, बील शोफ पुं ४६८ सोजो