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अभिधानचिन्तामणिनाममाला • ३२०
शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ शिखण्डक पुं १३२० मोरनुं पीछु शिखण्डिक पुं १३२५ कूकडो शिखण्डिका स्त्री ५७१ चोटली, शिखा शिखर न. १०३२ पर्वतनो उपरनो भाग शिखर न. पुं. ११२१ टोच, वृक्षनो अग्रभाग शिखरवासिनी स्त्री २०५ (शे. ६१) पार्वती शिखरिणी स्त्री ४०४ शीखंड शिखरिन् पुं १०२७ पर्वत
शिखरिन् पुं १२१४ वृक्ष शिखरिन् पुं १३३८ जळकुकडी, जळचर पक्षी
शिखा स्त्री ५७९ चोटली
शिखा स्त्री ११०२ अग्निनी ज्वाळा
शिखा स्त्री १११९ डाळी
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शंकरनो पुत्र शिग्रु पुं न. ११३४ सरगवो
शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ शिग्रुक न. १९८४ शाक शिक्षण पुं ६३२ नाक काननो मेल शिक्षणक पुं ६३२ (शि. ४९) नाककाननो मेल शिङ्खानक पुं ४६२ ( शे. १०७) कफ शिङ्खिनी स्त्री ५८१ नासिका, नाक शिञ्जा स्त्री ७७६ पणछ, धनुष्यनी दोरी शिञ्जित न. १४०५ कंकण, झांझर वगेरेनो अवाज
शिञ्जिनी स्त्री ६६६ कल्लु, झांझर शिञ्जिनी स्त्री ७७६ पणछ, धनुष्यनी दोरी शित न. १४८४ तीक्ष्ण करेलुं, घसेलुं शितशिम्बिक पुं ११७४ वाल, (अनाज) शिति पुं १३९७ काळो वर्ण
शिखाण्डक पुं ५७२ कानशेरीयां, जुल्फा, शिथिल पुं ४९१ संकुचित, ढीलुं
वाळ
(शिखाबल) पुं १३१९ मोर शिखिग्रीव न. १०५२ मोरथुथु शिखिन् पुं १४ ( प. ) मोर शिखिन् पुं १२२ केतु ग्रह शिखिन् पुं २३६ बुद्ध, सुगत शिखिन् पुं १०९९ अग्नि शिखिन् पुं १३१९ मोर शिखिमृत्यु पुं २२८ (शे. ७८) कामदेव शखिवाहन पुं २०८ कार्तिकेय,
शिपिविष्ट पुं· १९८ शंकर शिपिविष्ट पुं ४५३ टालीओ शिपिविष्ट पुं ४५५ खराब चामडीवाळो शिफा स्त्री ११२० झाडनुं मूळ शिफा स्त्री १२६६ कमळ वगेरेनुं मूळकन्द 'शिफाकन्द' पुं ११६६ कमळ वगेरेनुं मूळ शिबिका स्त्री ७५८ माणस उपाडी शके
तेवी पालखी शिबिर न. ७४७ लश्करनी छावणी शिबिर पुं ७४६ ( शि. ६४ ) लश्कर
शिमि स्त्री ११३० शींग, बीजनो कोश शिम्बा स्त्री ११३० शींग, बीजनो कोश
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