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शब्दमाला . २६५ . शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ • | शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ यद्भविष्य पुं ३८३ भाग्य उपर आधार | यमल न. १४२४ युगल, बेनुं जोड़ें
राखनार, दैववादी यमलार्जुन पुं २१९ विष्णुनो शत्रु यद्वद पुं ३४७ फावे तेम बोलनार | (यमलार्जुनभञ्जन) पुं २२१ विष्णु, यन्त पुं ७६० सारथि
कृष्ण यन्त पुं ७६२ हाथी उपर बेसनार यमवाहन पुं १२८१ पाडो यन्त्रक न. ९०९ फारको, दारु भ्रामक यन्त्र | (यमसू) पुं ९५ सूर्य यन्त्रगृह न. ९९७ तेलनी घाणी यमस्वस स्त्री २०५ (शे. ५७) पार्वती यन्त्रणी स्त्री ५५५ पत्नीनी नानी बेन (यमस्वस) स्त्री ९ (प.) यमुना नदी यन्त्रमुक्त न. ७७४ यन्त्रथी मूकी शकाय यमी स्त्री १०८३ यमुना नदी - तेवं सस्त्र
यमुना स्त्री १०८३ यमुना नदी यन्त्रित पुं ४३८ बंधायेलो, केदी यमुनाग्रज पुं १८५ (शे. ३६) यम, यमराज यम पुं ८१ शरीर मात्र साधनथी थतुं यमुनाजनक पुं ९५ सूर्य
नित्यकर्म, अहिंसा वगेरे पांच यम यमुनाभिद् पुं २२४ बलदेव यम पुं १६९ दक्षिण दिशानो स्वामी ययु पुं १२४३ अश्वमेध यज्ञनो घोडो यम पुं १८२ स्वर्गना वैद्य . यर्हि अ. १५४२ (शे. २०४) ज्यारे यम पुं १८४ यमराज .
| यव पुं ११७० जव यम न. १४२४ युगल, बेनुं जोडं | यवक्य न. ९६७ जवनुं खेतर यम पुं १२० (शे. १६) शनि ग्रह यवक्षोद पुं.४०२ जवनो लोट यमकील पुं २१९ (शे. ७६) विष्णु, यवक्षार पुं ९४३ जवखार
.. . नारायण यवनप्रिय न. ४२० काला मरी यमदेवता स्त्री १०८ भरणी नक्षत्र यवनारि पुं २१९ (शे. ७५) विष्णु, नारायण ( यमजित्) पुं २०० शंकर, महादेव यवनाल पुं ११७८ जुवार यमनी स्त्री ६८१ (शि. ५६) कनात, पडदो यवनालज पुं ९४४ जवखार यमभगिनी स्त्री १०८३ यमुना नदी · | यवनेष्ट न. १०४१ सीसुं यमरथ पुं १२८३ (शि. ११३) पाडो | यवफल पुं ११५३ वांस ( यमराज्) पुं १८५ यमराज
यवस न. ११९५ घास, खड यमराज पुं १८५ यम . .. | यवागू स्त्री ३९७ राबडी, कांजी