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अभिधानचिन्तामणिनाममाला • २५८
शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ
मुद्ग पुं १९७२ मग
शब्द / लिंग / श्लोक. / अर्थ
मुरण्ड पुं ९६० लंपाक देश
( मुद्ग) पुं १२०१ बीजमांथी उत्पन्न थनार 'मुशल' पुं १०१७ मूसल मग चोखा वि. 'मुशली' स्त्री १२९७ गरोळी मुद्गभुज् पुं १२३३ (शे. १७९) घोडो 'मुषक' पुं १३०० उंदर मुद्रमर पुं ७८६ घण, मगदल मुद्रित न. ११२९ बिडायेलुं पुष्प मुधा स्त्री १५१६ व्यर्थ, निष्फळ मुधा अ. १५३४ निष्फल, फोगट मुनय पुं ७८७ (शे. १५२) शस्त्र विशेष फलपत्रना अग्रभाग जेवुं शस्त्र. मुनि पुं स्त्री ७६ साधु, अणगार मुनि पुं २८ ( शि. २) श्री मुनिसुव्रत स्वामी
भगवान
मुनि पुं १२३ ( शे. १७) अगस्त्य ऋषि मुनिसुव्रत पुं २८ वीसमा तीर्थंकर भगवान मुनिसुव्रत पुं २९ वीसम्म तीर्थंकर भगवान मुनिसुव्रत पुं ३५ वीसमा तीर्थंकर भगवान मुनिसुव्रत पुं ५१ गई चोवीशीना बारमा तीर्थंकर भगवान
मुनिस्थान न. १००१ आश्रम मुनीन्द्र पुं २३५ बुद्ध, सुमत मुमुक्षु पुं ७५ साधु, मुक्त थवानी इच्छावाळा सुर पुं २२० विष्णुनो वध्य मुर राक्षस मुरं पुं २९३ मृदंग, मर्दल मुस्वला स्त्री १०८६ (शे. १६८) मुरला नदी मुरला स्त्री १०८६ (शे. १६८) मुरला नदी (मुरारि) पुं २२१ मुरना शत्रु कृष्ण
'मुषल' पुं १०१७ मूसळ मुषित न. १४८३ चोरायेलुं मुचुण्डी स्त्री ७८७ (शे. १४८) शस्त्र विशेष मुष्क पुं न. ६१२ अंडकोश मुष्कर पुं ४५७ लांबा अंडकोशवाळो मुष्टि. स्त्री ५९७ मुठी मुष्टिक पुं ९०८ सोनी मुसटी स्त्री ११७७ धोळी कांग मुसल पुं १०१७ मुसल, सांबेलु मुसलिन् पुं २२४ बलदेव मुसली स्त्री १२९७ गरोळी मुस्तक पुं ११९९ विष (वनस्पतिजन्य स्थावर विष )
मुस्तक पुं १९९३ ( शि. १०८) मोथ मुस्ता त्रि १९९३ मोथ
मुस्तु स्त्री पुं ५९७ मूठी
मुहुस् अ. १५३१ वारंवार मुहूर्त न. पुं १३७ बेघडी प्रमाण समय मूक पुं ३४९ मूंगो
मूक पुं १३४४ ( शे. १९६) मच्छ, माछलुं मूंड पुं ३५२ मूर्ख मूत्र न. ६३३ मूत्र, पेशाब मूत्रकृच्छ्र न. ४७० मूत्राशयमां पथरीनो रोग