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अभिधानचिन्तामणिनाममाला • २१० शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ | शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ पृष्णि पुं ९९ (शि. ८) किरण | पैतृष्वसेय पुं ५४५ फोईनो दीकरो पेचक पुं १२२७ हाथीना पूंछडा- मूळ पैतृष्वस्त्रीय पुं ५४५ फोईनो दीकरो पेचक पुं १३२४ घूवड
पैत्र न. १५९ मनुष्यना एक मासनी पितृनी पेचकिन् पुं १२१८ (शे. १७५) हाथी
एक अहोरात्र पेचिल पुं १२१८ (शे. १७५) हाथी पैलव पुं ८१५ पीलुनो दंड पेंटक त्रि. १४११ समूह, समुदाय पैशाची स्त्री १४३ (शे. २०) रात्रि पेटक पुं १०१५ (शि. ८८) पेये। पैशाची स्त्री २८५ पैशाची भाषा पेटा स्त्री १०१५ पेटी . पोगण्ड पुं ४५५ पांगळो, पेडा स्त्री १०१५ (शि. ८८) पेटी __
ओछा-वत्ता अंगवाळो पेढालपुं५४ आवती चोवीशीना ८मा तीर्थंकर | पोटगल पुं ११९३ बरु (घास) पेयूष पुं ४०५ नर्बु ताजुं दूध पोटा स्त्री ५३२ पुरुषना लक्षणवाळी स्त्री, पेयूष न. ८९ (शि. ७) अमृत .
नपुंसक स्त्री पेल न. ६११ अंडकोश . | पोटा स्त्री ५३४ दासी पेलक पुं ६१२ (शि. ४७) अंडकोश | पोट्टिल पुं ५४ आवती चोवीशीना ९मा पेलव पुं ४४९ दूबळो, कृश
तीर्थंकर पेलव न. १४२७ सूक्ष्म, . बारीक | पोत पुं ३३८ बाळक पेलव न. १४४७ सूक्ष्म, विरल पोत पुं ८७६ वहाण पेशल पुं ३८४ होशियार
पोत पुं १२१९ १० वर्षनो हाथी पेशल न. १४४५ सुन्दर
पोतज पुं १३५५ पोत (जरायु विनाना) 'पेशि' स्त्री १३१९ इंडं
गर्भथी उत्पन्न थनार हाथी वगेरे पेशी स्त्री ६२३ मांसलता
| पोतवणिज् पुं ८७५ वहाण वडे वेपार पेशी स्त्री ९१५ (शे. १९५) पगरखां
करनार पेशी स्त्री १३१९ इंडं
पोतवाह पुं ८७६ वहाणमां बेसी समुद्रनो पेशीकोश पुं १३१९ इंडं
रस्तो जोनार, नियामक, वहाण चलावनार पेयूष पुं न. ५७३ कान
पोताधान न. १३४७ नाना माछलांनो पेठर न. ४११ थाळी के
समुदाय तपेलीमां रांधेल अन । पोतिन् पुं १२८७ भंड