________________
अभिधानचिन्तामणिनाममाला • १७८
शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ निरङ्कुश न. १४६७ अंकुश रहित, बाधा रहित
निरञ्जना स्त्री २०५ पार्वती निरंतर न. १४४६ निरंतर, धट्ट
निरय पुं १३५९ नरक (निरयावलिका) स्त्री २४५ - १२ उपांग. पैकी ८मुं उपांगे निरर्गल न. १४६७ (शि. १.३१) अंकुश रहित, प्रतिबंध विनानुं निरर्थक न. २६७ अर्थहीन बोलवु ते निरर्थक न. १५१६ निरर्थक, नकामुं निरवग्रह पुं ३५५ स्वतंत्र, स्वछंदी निरस्त त्रि. न. २६७ ऊतावळे बोलेलुं निरस्त त्रि. ७७९ नाखेलुं (बाण) निरस्त न. १४७४ रद करेलुं, दूर करेलुं निराकरिष्णु पुं ३५० निराकरण करनार, फेंकनार निराकृत न. १४७३ निराकरण करेलुं, दूर करेलुं निराकृतान्योत्तरत्व न. ६७ बीजाना दूषण विनानी प्रभुनी वाणीनो १२मो गुण निराकृति ८५६ स्वाध्याय विनानो ब्राह्मण 'निरीश' पुं ८९१ कोस निरीष न. ८९१ दंड रहित हळ निरुक्त न. २५४ पदनो विभाग करवो ते (निरुक्त) न. २५० वेदमां ६ अंग पैकी छट अंग.
शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ निरुक्ति स्त्री २५० वेदमां ६ अंग पैकी छट अंग निरोध पुं १५०८ अटकाव, अस्वीकार निर्ऋति स्त्री १३८० दरिद्रता
निर्ग पुं ९४७ देश
निर्गुण्टी स्त्री ११४७ (शि. १०३) सिंदुवार, गोडनुं झाड
निर्गुण्डी स्त्री ११४७ सिंदुवार, नगोडनुं झाड निर्गुण्ठी स्त्री ११४७ सिंदुवार, नगोडनुं झाड निर्ग्रन्थ पुं ७६ साधु, मुनि निर्ग्रन्थन न. ३७० हिंसा निर्घोष पुं १३९९ शब्द, ध्वनि निर्जर पुं ८८ देव
निर्जल पुं ९५३ पाणी विनानो देश निर्झर पुं १०९६ झरणुं निर्झरिणी स्त्री १०८० नदी निर्णय पुं. १३७४ निर्णय निर्णिक्त न. १४३७ धोयेलुं, साफ करायेलुं निर्णेजक पुं ९१४ धोबी निर्दिग्ध पुं ४४९ बळवान, पुष्ट निर्दिग्धिका स्त्री ११५७ बेठी भोय रींगणी निर्देश पुं २७७ आज्ञा, हुकम निर्बन्ध पुं १५०० आग्रह निर्बुसीकृत न. १९८३ - छोडा विनानुं अनाज, साफ करेलुं धान निर्भर पुं १५०६ अतिशय, घणुं निर्मद पुं १२२१ मद विनानो हाथी