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अभिधानचिन्तामणिनाममाला . ११४ . शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ . शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ ग्रन्थि पुं ११३० वांस वगैरेनी गांठ ... ग्राममृग पुं. १२८० (शे. १८३) कूतरो ग्रन्थिक न. ४२१ गंठोडा, पीपळीमूल | ग्रामसीमा स्त्री. ९६३ गामनो सीमाडो ग्रन्थिक पुं ७१० (शे. १३९) अर्जुन | ग्रामीण पुं ५०१ गामडीयो ग्रस्त न. २६६ अक्षर के पद रही जाय ग्रामेयक पुं ५०१ गामडीओ तेवा वचन
ग्राम्य पुं ५०१ गामडीओ ग्रह पुं ९२ पांच ज्योतिषी पैकीना एक देव | ग्राम्य न. २६६ ग्राम्य वचन, बीभत्स वचन ग्रह पुं १०७ नक्षत्र, तारा
ग्राम्यधर्म पुं ५३७ मैथुन, कामक्रीडा ग्रह पुं १२५ चन्द्रग्रहण के सूर्यग्रहण ग्रावन् पुं १०२७ पर्वत ग्रह पुं १५२३ ग्रहण करवू ते ग्रावन् पुं १०३६ पथ्थर ग्रहक पुं ८०६ केदी, बंदीवान ग्रास पुं ४२५ कोळीओ ग्रहकल्लोल पुं १२१ (शि. १०) राहु ग्रासमात्रक न. ८१३ भिक्षा ग्रहण न. ३१० बुद्धिनो त्रीजो गुण ग्राह पुं १३५१ झुंड, ग्राह ग्रहणीरुज स्त्री ४७१ झाडानो रोग, संग्रहणी | ग्राह पुं १५२३ ग्रहण करवू ग्रहनेमि पुं १६३ (शे. २७) आकाश |ग्राहक पुं ८८२ देवादार ग्रहपति पुं ९७ सूर्य
'ग्राहिन्' पुं ११५१ कोठ ग्रहपुष पुं ९५ सूर्य
ग्रीवा स्त्री ५८६ डोक ग्रहाश्रय पुं १२२ (शे. १७) ध्रुव | ग्रीष्म पुं.१५७ ग्रीष्मऋतु, जेठ अषाढ मासमां ग्रहीत पुं ४४५ ग्रहण करनार
प्रैवेयक (ब.व.) पुं ९४ नव ग्रैवेयकदेव (ग्रहेश) पुं ९७ सूर्य
ग्रैवेयक न. ६५७ डोक, आभूषण, कंठी ग्राम पुं ९६१ गाम
ग्लह पुं ४८६ बाजी उपर होडमां ग्राम पुं १४१४ समुदाय
मूकेली रकम ग्रामकुक्कुटपुं१३२५ (शे. १९३) गामनो कुकडो | (ग्लहि) पुं ४८६ बाजी उपर होडमां ग्रामणी पुं १४३९ गामनो प्रधान पुरुष
मूकेली रकम मुख्य पटेल ग्लान पुं ४५९ रोगी . ग्रामणी पुं ९२३ (शे. १५६) हजाम ग्लानि स्त्री ३१९ बलहीनपणुं ग्रामतक्ष पुं ९१८ गामनो सुथार ग्लास्नु पुं॰ ४५९ रोगी ग्रामता स्त्री १४२२ गामोनो समूह ग्लो पुं १०५ चन्द्र, चन्द्रमा