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शब्दमाला . ७९
शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ कालक पुं ६१८ -शरीरमां काळु चिह्न, कालशेय न. ४०८ छाश वलोवेलुं दहीं तल वगेरे
'कालस्कन्ध' पुं ११४६ तमालवृक्ष कालकण्टक पुं १३३२ जलकागडो । कालागरु पुं ६४१ काळो अगर कालकण्ठक पुं १३३२ (शि. ११९) जल | कालानुसार्य न. ६४६ (शि. ५२) पीळु चंदन
कागडो | कालान्तरविष पुं १३१३ कालान्तरे जेनुं कालकर्णिका स्त्री १३८० दरिद्रता,
विष चडे तेवा उंदर वगेरे अशुभ भाग्य | कालायनी स्त्री २०५ (शे. ५६) पार्वती कालकुण्ठ पुं २१९ (शे. ६९) विष्णु, कालायस न. १०३७ लोढुं
नारायण कालासुहृद् पुं २०० महादेव कालकूट पुं ११९६ एक प्रकारनुं 'कालास्थाली' स्त्री ११४४ काचकी, कांकच
.. स्थावर विष कालिका स्त्री ४४ श्री अभिनंदन स्वामीनी कालकूट पुं १८५ (शे. ३७) यमराज
. शासन देवी, नाम कालखञ्ज न. ६०४ कलेजें
कालिका स्त्री ३०७ मलिनता, फिकुं कालखण्ड न. ६०४ कलेजुं
कालिका स्त्री १०५५ कच्छ-सौराष्ट्रनी कालग्रन्थि स्त्री १५९ (शे. २७) वर्ष । - माटी, फटकडी कालङ्गमा स्त्री २०५ (शे ६०) पार्वती | कालिका स्त्री १६५ (शि. १३) मेघनी श्रेणि कालचक्र न. १२८ अवसर्पिणी - उत्सर्पिणी | कालिङ्ग पुं.११९८ एक जातनुं स्थावर विष __
रूप कालचक्र कालिनी स्त्री ११० आर्द्रा नक्षत्र कालजरी स्त्री २०५ (शे. ५९) पार्वती | कालिन्दी स्त्री १०८३ यमुना नदी कालदमनी स्त्री २०५ (शे. ६०) पार्वती | (कालिन्दीकर्षण) पुं २२४ बळदेव, कालधर्म पुं ३२४ मृत्यु, मरण ।
कृष्णना मोटा भाई कालनेमि पुं २२० विष्णुनो शत्रु . (कालिन्दीसू) पुं ९५ सूर्य (कालनेमिहर) पुं २२१ विष्णु | कालिन्दीसोदर पुं १८५ यम, यमराज कालपृष्ठ न. ७११ कर्ण, धनुष्य कालिन्दीसोदर पुं९ (परि.) यम, यमराज कालभृत् पुं. ९८ (शे. ८) सूर्य
कालिय पुं २२१ विष्णुनो शत्रु कालरात्रि स्त्री २०५ (शे. ४९) पार्वती | कालियदमन (परि.) पुं १० विष्णु कालवृन्त पुं ११७५ कळथी I(कालियदमन) पुं २२१ विष्णु