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अभिधानचिन्तामणिनाममाला
शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ 'कर्मीर' पुं १३९८ काबर चीतरो रंग 'कर्मेन्द्रिय' न १३८४ हाथ, पग, वाचा, गुदा ने गुह्यन्दियकर्मेन्द्रिय छे ( कर्वट) पुं न. ९७२ चारसो परगणामां सुंदर नगर ( कर्बुटिक) न. ९७२ बस्सो गामोमां श्रेष्ठ नगर
कर्बुर न. १०४४ सोनुं कर्ष पुं न. ८८४ सोल मासा प्रमाण कर्षक पुं ८९० खेडूत कर्षचतुष्टय न. ८८४ चार कर्ष प्रमाण वजन कर्षण न. ८६४ खेती
'कर्षफल' पुं १९४५ बहेड़ा नामनुं फळ कर्षू स्त्री १०८० नदी कर्हिचित् अ. १५३३ कोई वखत कल पुं १४०९ मधुर अवाज कलक पुं १३४५ मच्छ विशेष (शकुल) कलकण्ठ पुं १३२१ कोयल कलकल पुं १४०४ कोलाहल कलकूणिका स्त्री ५२९ (शे. ११२) असती, कुलटा स्त्री
कलङ्क पुं १०६ लांछन, चिह्न कलत्र न. ५१३ पत्नी
कलत्र न. ६०७ केड
कलधौत न. १०४३ रूपुं कलधौत न. १०४४ सोनुं कलभ पुं न. १२२० त्रीश वर्षनो हाथी
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शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ कलम पुं ११६९ कलमी डांगर, कलमी चोखा
(कलमूक) पुं ३४८ बहेरो अने मूंगो कलम्ब पुं ७७८ बाण कलम्बिका (द्वि.व.) स्त्री ५८७ ग्रीवानी पाछला भागनी बने धमनी, नाडी कलरव पुं १३३९ कबूतर
कलल न. ५४० शुक्र अने रुधिरनुं मिश्रण, गर्भ वेष्टन चर्म
कलविङ्क पुं १३३१ चकलो कलश त्रि १०१९ घडो कलशी स्त्री १०२२ गागर,
दहीं वलोववानी गोळी कलशीमुख पुं २९४ ( शे. ८४) वाद्यविशेष कलशीसुत पुं १२३ (शे. १८) अगस्त्य ऋषि
कलस त्रि. स्त्री १०१९ घडो कलह पुं ७९६ लडाई, झघडो
कलहंस पुं (ब.व.) १३२७ बालहंस कला स्त्री १०६ चंद्रनो सोळमो भाग कला स्त्री १३६ पंदर लव प्रमाण कला स्त्री ९०० कला, कारीगरी कलाकेलि पुं २२७ कामदेव कलाचिका स्त्री ५९० कोणीथी नीचेनो
कांडा सुधीनो भाग
कलाद पुं ९०८ सोनी
कलाधिक पुं १३२५ (शे. १९९२) कुकडो