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सोपाययोः
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सदर..
सज्ञौपम्ययोः -VI. ii. 113
सज्जा तथा उपमा विषय में (वर्तमान जो बहुव्रीहि.वहाँ भी उत्तरपद कर्ण शब्द को आधुदात्त होता है)। सझालो:-VI. iv. 42
(जन,सन,खन-इन अङ्गों को आकारादेश हो जाता है; झलादि) सन् तथा झलादि (कित्, ङित्) परे रहते।। ...सवर..-III. 1. 142
देखें- सम्पचानुरुप III. 1. 142 स्थण्डिलात्-IV.ii. 14
(सप्तमीसमर्थ) स्थण्डिल प्रातिपदिक से (सोने वाला अभिधेय हो तो व्रत गम्यमान होने पर यथाविहित प्रत्यय होता है)। सत्...-I.iv.72 .
देखें-सदसती I. iv. 72 सत्...-II. 1.60
देखें-सन्महत्परमो० II. 1.60 ....सत्...-II. ii. 11
देखें- पूरणगुणसुहितार्थ II. ii. 11 सत्-III. ii. 127
(वे शतृ तथा शानच् प्रत्यय) सत् संज्ञक होते हैं। सत्-III. iii. 14
(भविष्यकाल में विहित जो लूट,उसके स्थान में) सत्संज्ञक शतृ और शानच् प्रत्यय (विकल्प से होते हैं)। सत्सूद्विषद्रुहदुहयुजविदमिदच्छिदजिनीराजाम्-III. II.
अगद = नीरोग,स्वस्थ। सत्यात-v.inks
सत्य प्रातिपदिक से (शपथ वाच्य न हो तो कब के योग में डाच प्रत्यय होता है)। सत्याप..-III. 1.25
देखें- सत्यापपाश III. 1. 25 सत्यापपाशरूपवीणातूलश्लोकसेनालोमत्वववर्मवर्णचूर्णचुरादिभ्यः -III.1.25
सत्याप,पाश,रूप,वीणा,तूल.श्लोक,सेना.लोम.त्वच, वर्म,वर्ण,चूर्ण इन शब्दों तथा चुरादि गण में पढ़ी धातुओं से (णिच् प्रत्यय होता है)। सद्.-III. 1. 61
देखें-सत्स० III. 1.61 ...सद...-III.1.24
देखें-लुपसदचर III. 1.24 सद...-III. 1. 108
देखें-सदवस III. II. 108 ...सद -III. 1. 159
देखें-दाबेट II. 1. 159 सदवसत्रुक-III. 1. 108
(लौकिक प्रयोग विषय में) सद,वस,श्रु-इन धातुओं से परे (भूतकाल में लिट् प्रत्यय होता है)। सदसती-I. iv. 62
सत और असत् शब्द (यदि यथासंख्य करके आदर तथा अनादर अर्थ में वर्तमान हों तो उनकी क्रियायोग में गति और निपात संज्ञा होती है)। ...सदाम् -VII. Mi.78
देखें-पानाध्या VII. lil. 78 सदिः -VIII. iii. 66
(प्रतिभिन्न उपसर्गस्थ निमित्त से उत्तर) षदल धातु के (सकार को मूर्धन्य आदेश होता है, अव्यवाय एवं
अभ्यास के व्यवाय में भी)। ...सदृश..-II.1.30
देखें-पूर्वसदशसमोनार्थ II. 1. 30
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. सद्, स, द्विष, दुह, दुह, युज, विद,भिद, छिद,जि, नी,
राजू धातुओं से (सोपसर्ग हों तो भी तथा निरुपसर्ग हों तो भी सबन्त उपपद रहते क्विप प्रत्यय होता है)। सत्य..-VI.ili.69
देखें-सत्यागदस्य VI. 1.69 . . सत्यम्-VIII. 1. 32
सत्यम् शब्द से युक्त (तिङन्त को प्रश्न होने पर अनुदात्त नहीं होता। सत्यागदस्य-VI. 1.69
कार शब्द उत्तरपद रहते) सत्य तथा अगद शब्द को . (मुम् आगम हो जाता है)।
सदश.. -VI.11.11
पद हत) सत्य तथा अगद शब्दको
देखें-सदनजतिल्पयो VI.1.11