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...राज..
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...राज... -IV. 1.38
देखें-गोत्रोक्षोष्ट्रो ... 38 राज.. -V.iv.91
देखें- राजाहसखिभ्यः V.iv.91 ...राज... -VIII. 1. 36
देखें-प्रश्वभ्रस्ज. VIII. 1. 36 राजदन्तादिषु-II. ii. 31
राजदन्त आदि गणपठित शब्दों में (उपसर्जन का पर प्रयोग होता है)। राजनि-III. 1.95
'राजन' (कर्म) उपपद रहते (युध् और कृ धातुओं से 'क्वनिप्' प्रत्यय होता है, भूतकाल में)। ...राजन्य.. - IV. ii. 38
देखें-गोत्रोक्षोष्टो V. 1. 38 राजन्यबहुवचनद्वन्द्वे-VI. 1. 34
क्षत्रियवाची जो बहुवचनान्त शब्द,उनका द्वन्द्व (अन्धक तथा वृष्णि वंश को कहने में वर्तमान हो तो (पूर्वपद को प्रकृतिस्वर होता है)। ...राजन्यात् -v.ili. 114
देखें- अब्राह्मणराजन्यात् V. ifi. 114 राजन्यादिभ्यः -IV.ii. 52 (षष्ठीसमर्थ) राजन्यादि प्रातिपदिकों से (विषयो देशे' अर्थ में वुञ् प्रत्यय होता है)। राजन्वान् - VIII. II. 14
राजन्वान् शब्द (सौराज्य गम्यमान होने पर निपातन है)। ...राजपुत्र.. -IV. 1. 38
देखें- गोत्रोक्षोष्ट्रो० IV. 1. 38 राजश्वशुरात् - IV. 1. 137
राजन् तथा श्वशुर प्रातिपदिकों से (अपत्यार्थ में यत् प्रत्यय होता है)। राजसूय... -III. I. 114 देखें - राजसूयसूर्य० III. i. 114 राजसूयसूर्यमृयोधरुच्यकुप्यकृष्टपच्याव्यथ्याः -III. I.. 114
राजसूय, सूर्य, मृषोद्य, रुच्य, कृप्य, कष्टपच्य, अव्यथ्य - ये शब्द क्यपप्रत्ययान्त निपातन हैं।
राजा... -II. iv.23
देखें - राजामनुष्यपूर्वा II. iv. 23. .. राजा-VI.ii.59 (ब्राह्मण तथा कुमार शब्द उपपद रहते कर्मधारय समास में) राजा शब्द को (भी विकल्प से प्रकृतिस्वर होता है)। राजा-VI. ii. 63
(प्रशंसा गम्यमान हो तो शिल्पिवाची शब्द उत्तरपद रहते) राजन् पूर्वपद वाले शब्द को (भी विकल्प से प्रकृतिस्वर होता है)। ...राजा... - VI. ii. 133
देखें - आचार्यराज. VI. ii. 133 ...राजाम्.. -III. ii.61
देखें- सत्सू० III. ii. 61 राजामनुष्यपूर्वा - II. iv. 23
(नकर्मधारयवर्जित) राजा और अमनुष्य पूर्वपदवाला (सभाशब्दान्त तत्पुरुष नपुंसकलिङ्ग में होता है)। राजाह-सखिभ्यः -V.iv.91
राजन, अहन् तथा सखिशब्दान्त प्रातिपदिकों से (समासान्त टच प्रत्यय होता है, तत्पुरुष समास में)। ... राजि-VIII. iii. 25 (सम् के मकार को मकारादेश होता है,क्विप् प्रत्ययान्त) राजृ धातु के परे रहते। राज-IV. 1. 139
राजन् शब्द से (शैषिक छ प्रत्यय होता है तथा उसको क अन्तादेश भी होता है)। राज्यम् - VI. ii. 130 (कर्मधारयवर्जित तत्पुरुष समास में उत्तरपद) राज्य शब्द को (आधुदात्त होता है)। ....राट्.. - VI. 1. 176
देखें-गोश्वन VI.i. 176 ...राटो: -VI. iii. 127.
देखें-वसुराटोः VI. iii. 127 रात् - VI. iv. 21
रेफ से उत्तर (छकार और वकार का लोप हो जाता है. क्वि तथा झलादि अनुनासिकादि प्रत्ययों के परे रहते)।